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फोटोसिंथेसिस क्या होता है | प्रकाश संश्लेषण किसे कहते हैं

फोटोसिंथेसिस क्या होता है या कहें कि प्रकाश संश्लेषण किसे कहते हैं, प्रकाश संश्लेषण का सूत्र, चित्र और प्रकाश संश्लेषण की परिभाषा के बारे में आप इस ब्लॉग पोस्ट में जानेगें। प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) इस पृथ्वी में निवाश करने वाले सभी जीवों के लिए बहुत ही जरूरी प्रक्रिया है, बिना इसके जीवन संभव नहीं होगा क्योंकि इसी फोटोसिंथेसिस (प्रकाश संश्लेषण) के कारण ही प्राण वायु (ऑक्सीजन) का निर्माण होता है।


usefulgyan.com के इस फोटोसिंथेसिस क्या होता है या प्रकाश संश्लेषण किसे कहते हैं के पोस्ट को ध्यान से जरूर पढ़ें और इस प्रक्रिया को समझने की कोशिस जरूर करें। इससे आपको अपने जीवन में पेड़ों के महत्त्व के बारे में भी पता चलेगा।


प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) क्या है?


फोटोसिंथेसिस जिसे हिंदी में प्रकाश संश्लेषण कहा जाता है बेहद ही महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। प्रकाश–संश्लेषण पृथ्वी पर होने वाली एकमात्र प्रक्रिया है जिस पर मनुष्य तथा समस्त जीवधारियों का जीवन निर्भर होता है।


फोटोसिंथेसिस (Photosynthesis) एक वह प्रक्रिया है जिसमें पौधों, शैवाल तथा हरित लवक-धारी जीवाणु,और कुछ अन्य जीवों द्वारा सूर्य के प्रकाश का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) और पानी (H2O) का उपयोग करके भोजन पैदा किया जाता है और ऑक्सीजन (O2) उत्पन्न होता है। 


यह एक महत्वपूर्ण जीवन प्रक्रिया है जो पृथ्वी पर जीवों के जीवन के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसके माध्यम से प्लांट्स (पौधों) अपना भोजन उत्पन्न करते हैं, जिससे बाकी के जीव जीवन यापन कर सकते हैं।


फोटोसिंथेसिस क्या होता है
फोटोसिंथेसिस क्या होता है

पृथ्वी पर जीवन के रखरखाव में प्रकाश संश्लेषण के महत्व को कम करके आंकना असंभव होगा । यदि प्रकाश संश्लेषण बंद हो गया, तो जल्द ही पृथ्वी पर बहुत कम भोजन या अन्य कार्बनिक पदार्थ होंगे। अधिकांश जीव लुप्त हो जायेंगे और समय के साथ पृथ्वी का वातावरण लगभग गैसीय ऑक्सीजन से रहित हो जायेगा।


फोटोसिंथेसिस की प्रक्रिया कई चरणों में होती है, जिनमें सबसे महत्वपूर्ण चरण है:


1. प्रकाशसंश्लेषण (Light Absorption): पौधों के पैदाकार कक्षों में क्लोरोफिल नामक पिगमेंट होता है, जो सूर्य के प्रकाश को अवशोषित करता है। इस प्रकार, सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा को कक्षों में संग्रहित किया जाता है।


2. कार्बन डाइऑक्साइड की अवबोधन (Carbon Dioxide Uptake): पौधों अपनी पैदाकार कक्षों के द्वारा कार्बन डाइऑक्साइड को अपने छायापदार्थों में अवबोधित करते हैं।


3. उत्पादन (Production): कक्षों में संग्रहित सूर्य की ऊर्जा और कार्बन डाइऑक्साइड के संयोजन से, प्लांट्स खाद्य उत्पन्न करते हैं, जैसे कि ग्लूकोज और अन्य कार्बोहाइड्रेट्स।


4. ऑक्सीजन प्राथमिक (Oxygen Release): इस प्रक्रिया के दौरान, प्लांट्स ऑक्सीजन भी उत्पन्न करते हैं, जो वातावरण में जीवों के लिए जरूरी है।


फोटोसिंथेसिस का इस्तेमाल प्लांट्स के लिए उनके खुद के पोषण के लिए होता है, और यह सारे पारिस्थितिकी प्रणालियों में भूमिका निभाता है, क्योंकि यह अन्य जीवों को भी उनके जीवन के लिए आवश्यक खाद्य और ऑक्सीजन प्रदान करता है।

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प्रकाश संश्लेषण का सूत्र


प्रकाश संश्लेषण का रसायनिक सूत्र (chemical equation) निम्नलिखित होता है:

6 CO2 + 6 H2O + सूर्य की ऊर्जा (प्रकाश) → C6H12O6 (ग्लूकोज) + 6 O2

इस सूत्र में, CO2 (कार्बन डाइऑक्साइड) और H2O (पानी) का संयोजन पौधों द्वारा प्रकाश (सूर्य की ऊर्जा) के प्रेरित रूप में होता है। इस प्रक्रिया के द्वारा, खाद्य कार्बोहाइड्रेट C6H12O6 (जैसे कि ग्लूकोज) और ऑक्सीजन O2 का उत्पादन होता है।


यह सूत्र फोटोसिंथेसिस की मूल प्रक्रिया को प्रकट करता है, जिसमें कार्बन डाइऑक्साइड को उपयोग करके पौधे खाद्य उत्पन्न करते हैं और ऑक्सीजन का उत्पादन भी होता है। यह प्रक्रिया जीवों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसके माध्यम से खाद्य और ऊर्जा की आपूर्ति होती है और वायुमंडल में ऑक्सीजन प्रदान किया जाता है, जिससे उनका तथा सभी जीवित जीवों का जीवन संचलित रहता है।

संक्षारण किसे कहते हैं 

फोटोसिंथेसिस क्या होता है


प्रकाश संश्लेषण की परिभाषा  - प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में हरे पौधे सूर्य के प्रकाश द्वारा क्लोरोफिल नामक वर्णक की उपस्थिति में CO2 और जल के द्वारा कार्बोहाइड्रेट (भोज्य पदार्थ) का निर्माण करते हैं और ऑक्सीजन गैस बाहर निकालते हैं। इस प्रक्रिया को प्रकाश संश्लेषण कहते हैं।

प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया तब होती है जब हरे पौधे प्रकाश की ऊर्जा का इस्तेमाल कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) और पानी (H2O) को कार्बोहाइड्रेट में बदलने के लिए करते हैं। पौधे के प्रकाश संश्लेषक वर्णक, क्लोरोफिल द्वारा प्रकाश ऊर्जा का अवशोषण किया जाता है जबकि कार्बन डाइऑक्साइड और ऑक्सीजन से युक्त हवा पत्तियों के स्टोमेटा के माध्यम से होकर पौधे में प्रवेश करती है। प्रकाश संश्लेषण का एक अत्यंत ही महत्वपूर्ण उप-उत्पाद ऑक्सीजन है। अधिकांश सजीव इस पर निर्भर होते हैं।


प्रकाश संश्लेषण के दौरान बनने वाले कार्बोहाइड्रेट, ग्लूकोज का पौधों द्वारा ज्यादातर इस्तेमाल पत्तियां, फूल, फल और बीज का निर्माण करने के लिए ऊर्जा स्रोत के रूप में किया जाता है। ग्लूकोज के अणु आगे चलकर स्टार्च और सेलूलोज जैसे और ज्यादा जटिल कार्बोहाइड्रेटों का निर्माण करने के लिए एक-दूसरे के साथ जुड़ते हैं। सेलूलोज पौधे की कोशिका की दीवारों के लिए इस्तेमाल होने वाला संरचनात्मक पदार्थ है। प्रकाश संश्लेषण लगभग सभी सजीवों के लिए आधारभूत ऊर्जा स्रोत प्रदान करता है।


प्रकाश संश्लेषण कहां होता है?

प्रकाश संश्लेषण मुख्य रूप से पत्तियों में होता है और न के बराबर तने में होता है। यह क्लोरोप्लास्ट नामक विशेष कोशिका संरचनाओं के भीतर होता है। पत्तियों में वृन्त (पेटियोल) या डंठल और पत्तियों का समतल भाग, पटल (लैमिना) होता है। क्योंकि इसका क्षेत्र चौड़ा होता है, पटल (लैमिना) प्रकाश संश्लेषण के दौरान सूर्य का प्रकाश और कार्बन डाइऑक्साइड का अवशोषण करने में मदद करता है।


प्रकाश संश्लेषण क्लोरोप्लास्ट में होता है। इसमें क्लोरोफिल मौजूद होता है। क्लोरोफिल सूर्य के प्रकाश से ऊर्जा का अवशोषण करता है। स्टोमेटा नामक छोटे छिद्र होते हैं। यह पौधों में कार्बन डाइऑक्साइड के प्रवेश के लिए और ऑक्सीजन के निकलने के लिए मार्ग का काम करता है।

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