भारत के राज्य और राजधानी:- दोस्तों आज हम आपको bharat ke rajya के नाम और bharat ke rajya aur rajdhani के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं। भारत के राज्य वर्तमान समय में 28 है और कुल 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं। जिनकी जानकारी हमने अपने 8 केंद्र शासित प्रदेशों के नाम में दी है।
इस पोस्ट में आप भारत देश के 28 राज्यों की सूचि और इन राज्यों की स्थापना कब हुई के बारे में भी जानेंगे। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगती है तो आप इस पोस्ट को आगे शेयर जरूर कीजिए।
भारत के राज्य और राजधानी
1. आंध्र प्रदेश 2. अरुणाचल प्रदेश 3. असम 4. बिहार 5. छत्तीसगढ़ 6. गोवा 7. गुजरात 8. हरियाणा 9. हिमाचल प्रदेश 10. जम्मू और कश्मीर 11. झारखंड 12. कर्णाटक 13. केरल 14. मध्य प्रदेश 15. महाराष्ट्र 16. मणिपुर 17. मेघालय 18. मिजोरम 19. नागालैंड 20. ओडिशा 21. पंजाब 22. राजस्थान 23. सिक्किम 24. तमिलनाडु 25. त्रिपुरा 26. उत्तर प्रदेश 27. उत्तराखंड 28. पश्चिम बंगाल
भारत देश दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है जहां पर कई राज्यों के विभाजन के बाद 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं। भारत का संविधानिक नाम भारत गणराज्य है। इस ब्लॉग में हम भारत के राज्य और राजधानी, उनका स्थापना दिवस, और उनका इतिहास जानेंगे।
bharat ke rajya |
1 आंध्र प्रदेश
इस राज्य का इतिहास बहुत समृद्ध है और यह ब्रिटिश सत्ता के दौरान भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की एक प्रमुख केंद्रभूती जगह रहा है। उत्तर प्रदेश के कुछ प्रमुख पर्यटन स्थल हैं जैसे ताजमहल, वाराणसी, अयोध्या, मथुरा, लखनऊ, गोरखपुर, रामगंगा घाटी आदि।
इतिहास: राजस्थान का इतिहास गर्व का विषय है और यह महाराणा प्रताप, राणा सांगा, महाराणा उदयसिंह, और अकबर जैसे महान शासकों की पावन भूमि रहा है। यहां पर जलमहल, मेहरांगढ़ किला, अमेर किला, रांथंबौर फ़ोर्ट, चित्तौड़गढ़ फ़ोर्ट, जैसलमेर किला, उमेड भवन, बाड़ी का महल, और सारंगेदर का हवेली जैसे प्रमुख स्मारक हैं।
इस तरह, भारत के विभिन्न राज्यों की संख्या और उनकी राजधानियों के बारे में विस्तृत जानकारी हमें बताती है कि भारत में कितनी भूमिका है और हर राज्य अपनी अद्वितीयता और विशेषता के साथ आता है। इसके अलावा, इन राज्यों का इतिहास, सांस्कृतिक विरासत, और पर्यटन स्थलों का वर्णन भी हमें भारतीय सभ्यता और समृद्ध विरासत के प्रतीक के रूप में गर्व महसूस कराता है।
इस प्रकार, भारत का राज्यों के संख्या, उनकी स्थापना, राजधानी, और इतिहास के बारे में जानकारी हमें भारतीय संघर्ष और संस्कृति के प्रतीक के रूप में विचार करने का एक महत्वपूर्ण मौका प्रदान करती है। यह हमें अपने देश की गरिमा, ऐतिहासिक महत्व, और विभिन्नता की महत्वाकांक्षा को समझने में मदद करती है
केरल एक प्राकृतिक सौंदर्य से भरी और विविधताओं से परिपूर्ण राज्य है। यह अपनी शानदार तटीय पट्टन पर मशहूर है, जहां घने वन, नदियाँ, तालाब और नदी-सागर के घेरे आपको आकर्षित करते हैं। केरल का इतिहास, सांस्कृतिक विरासत और समाज की संरचना भी उसे विशेष बनाते हैं।
केरल राज्य का मूल नाम 'केरलम' है और इसे मालबार कहा जाता था। इसका इतिहास लगभग 3000 वर्ष पुराना है और इसे विभाजित राज्यों, राजाओं और साम्राज्यों के शासनाकाल के दौरान विभिन्न नामों से जाना जाता रहा है। केरल के उदय के पश्चात 1956 में केरल के एकीकरण का निर्णय लिया गया और इसका नवीनीकरण किया गया। इस प्रक्रिया के बाद, केरल केरल राज्य के रूप में स्वतंत्रता प्राप्त किया।
इतिहास:- तमिलनाडु का इतिहास काफी पुराना है और यह विविधताओं, सांस्कृतिक विरासत और भूगोलीय स्थिति के लिए प्रसिद्ध है। यह दक्षिण भारतीय संस्कृति और विभिन्न कला-साहित्य के केंद्र के रूप में मान्यता प्राप्त करता है।
तमिलनाडु के इतिहास में विभिन्न महत्वपूर्ण राजवंश, साम्राज्यों और सत्ताधारियों का शासन रहा है। इसका प्रभाव धार्मिक, सांस्कृतिक, साहित्यिक और कला क्षेत्र में देखा जा सकता है। तमिलनाडु में तेलुगु और मलयालम भाषाओं के अलावा तमिल भाषा भी बोली जाती है, जो एक स्वतंत्र भाषा है।
स्वतंत्रता के बाद, तमिलनाडु राज्य की स्थापना की गई और इसका नवीनीकरण किया गया। तमिलनाडु राज्य में कला, संस्कृति, परंपरा, धार्मिक स्थल और प्राकृतिक सौंदर्य का विशेष महत्व है।
15 सिक्किम:
सिक्किम राज्य, भारत का एक छोटा पर्वतीय राज्य है। इस लेख में हम सिक्किम राज्य की स्थापना की तारीख, राजधानी और इसका इतिहास जानेंगे।
स्थापना: सिक्किम को भारत का एक अलग राज्य बनाने की प्रक्रिया 16 मई 1975 को पूरी हुई। इससे पहले सिक्किम एक अवस्थायी राज्य के रूप में जाना जाता था।
राजधानी: सिक्किम की राजधानी गंगटोक है। यह सिक्किम के पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में स्थित है। गंगटोक सुंदर प्राकृतिक सौंदर्य, चारों ओर पहाड़ों की पन्नी और बौद्ध विरासत के लिए प्रसिद्ध है।
इतिहास: सिक्किम का इतिहास विभिन्न आदिवासी जनजातियों और भूटानी और तिब्बती संस्कृति के साथ जुड़ा हुआ है। यहां प्राचीन काल से ही भौगोलिक, सांस्कृतिक और धार्मिक बदलाव हुए हैं। सिक्किम प्राचीन भौगोलिक आकर्षण के कारण पर्यटन का लोकप्रिय स्थान बन गया है।
यहां पर्यटन के अलावा, सिक्किम की स्थानीय जनसंख्या और संस्कृति का सम्पर्क अनुभव करने का अवसर है। सिक्किम अपनी अलग पहचान, प्राकृतिक सौंदर्य, बौद्ध संस्कृति, और पारंपरिक फेस्टिवलों के लिए जाना जाता है। यह एक ऐसा स्थान है जहां पर्यटन और धार्मिकता का अनुभव एक साथ किया जा सकता है।
इस प्रकार, सिक्किम राज्य की स्थापना, राजधानी और इतिहास एक रोचक विषय हैं। इसे जानकर हमें सिक्किम की अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक महत्व का पता चलता है।
16 मणिपुर:
मणिपुर राज्य भारत के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित एक राज्य है। इस लेख में हम मणिपुर राज्य की स्थापना की तारीख, राजधानी और इसका इतिहास जानेंगे।
स्थापना: मणिपुर को भारत का एक राज्य बनाने की प्रक्रिया 21 जनवरी 1972 को पूरी हुई। इससे पहले मणिपुर एक उपनगर निगम क्षेत्र के रूप में जाना जाता था।
राजधानी: मणिपुर की राजधानी इंफाल है। यह उत्तर-पूर्वी मणिपुर क्षेत्र में स्थित है। इंफाल एक प्रमुख शहर है और मणिपुर की आधिकारिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और शिक्षा केंद्र है।
इतिहास: मणिपुर का इतिहास विभिन्न महत्वपूर्ण राजवंशों, संस्कृति और धर्म के साथ जुड़ा हुआ है। यहां प्राचीन काल से ही भौगोलिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक बदलाव हुए हैं। मणिपुर राज्य एक विविध संस्कृति, भौगोलिक सौंदर्य और पारंपरिक फेस्टिवलों के लिए प्रसिद्ध है।
इस प्रकार, मणिपुर राज्य की स्थापना, राजधानी और इतिहास एक रोचक विषय हैं। इसे जानकर हमें मणिपुर की अनोखी संस्कृति, प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक महत्व का पता चलता है।
17 मेघालय:
मेघालय राज्य भारत के पूर्वी भाग में स्थित एक पर्वतीय राज्य है। इस लेख में हम मेघालय राज्य की स्थापना की तारीख, राजधानी और इसका इतिहास जानेंगे।
स्थापना: मेघालय को भारत का एक अलग राज्य बनाने की प्रक्रिया 21 जनवरी 1972 को पूरी हुई। इससे पहले मेघालय असम राज्य का एक भाग था।
राजधानी: मेघालय की राजधानी शिलॉन्ग है। यह एक पर्यटन स्थल के रूप में भी मशहूर है और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है।
इतिहास: मेघालय का इतिहास उसके स्थानीय जनसंख्या और आदिवासी संस्कृति से गहराता है। यहां प्राचीन काल से ही भौगोलिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक बदलाव हुए हैं। मेघालय अपनी विविधता, प्राकृतिक सौंदर्य, और पारंपरिक फेस्टिवलों के लिए प्रसिद्ध है।
इस प्रकार, मेघालय राज्य की स्थापना, राजधानी और इतिहास एक रोचक विषय हैं। इसे जानकर हमें मेघालय की विशेषताएं, प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक महत्व का पता चलता है।
18 त्रिपुरा:
त्रिपुरा राज्य भारत के पूर्वी भाग में स्थित एक राज्य है। इस लेख में हम त्रिपुरा राज्य की स्थापना की तारीख, राजधानी और इसका इतिहास जानेंगे।
स्थापना: त्रिपुरा को भारत का एक अलग राज्य बनाने की प्रक्रिया 21 जनवरी 1972 को पूरी हुई। इससे पहले यह असम राज्य का एक भाग था।
राजधानी: त्रिपुरा की राजधानी अगरतला है। यह एक महत्वपूर्ण शहर है और प्रशासनिक, आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में जाना जाता है।
इतिहास: त्रिपुरा का इतिहास उसकी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत से जुड़ा हुआ है। यहां प्राचीन काल से ही भौगोलिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक बदलाव हुए हैं। त्रिपुरा का अपना विशेष संस्कृति और भौगोलिक सौंदर्य है जो इसे पर्यटन का एक प्रमुख स्थल बनाता है।
इस प्रकार, त्रिपुरा राज्य की स्थापना, राजधानी और इतिहास एक रोचक विषय हैं। यहां की प्राचीनता, संस्कृति और प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव करने का एक अद्वितीय अवसर है।
19 मिजोरम:
मिजोरम राज्य भारत के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित एक राज्य है। इस लेख में हम मिजोरम राज्य की स्थापना की तारीख, राजधानी और इसका इतिहास जानेंगे।
स्थापना: मिजोरम को भारत का एक अलग राज्य बनाने की प्रक्रिया 20 फरवरी 1987 को पूरी हुई। इससे पहले यह मिजोरम उपनगर निगम क्षेत्र के रूप में जाना जाता था।
राजधानी: मिजोरम की राजधानी आइजवाल है। यह उत्तर-पूर्वी मिजोरम क्षेत्र में स्थित है। आइजवाल एक महत्वपूर्ण शहर है और प्रशासनिक, आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में जाना जाता है।
इतिहास: मिजोरम का इतिहास उसकी स्थानीय जनसंख्या, प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक घटनाओं से जुड़ा हुआ है। यहां प्राचीन काल से ही भौगोलिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक बदलाव हुए हैं। मिजोरम अपनी विविधता, प्राकृतिक सौंदर्य, और पारंपरिक फेस्टिवलों के लिए प्रसिद्ध है।
इस प्रकार, मिजोरम राज्य की स्थापना, राजधानी और इतिहास एक रोचक विषय हैं। इसे जानकर हमें मिजोरम की विशेषताएं, प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक महत्व का पता चलता है।
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20 नागालैंड:
नागालैंड राज्य भारत के उत्तर पूर्वी भाग में स्थित एक राज्य है। इस लेख में हम नागालैंड राज्य की स्थापना की तारीख, राजधानी और इसका इतिहास जानेंगे।
स्थापना: नागालैंड को भारत का एक अलग राज्य बनाने की प्रक्रिया 1 दिसम्बर 1963 को पूरी हुई। इससे पहले यह असम राज्य का एक भाग था।
राजधानी: नागालैंड की राजधानी कोहिमा है। यह एक महत्वपूर्ण शहर है और प्रशासनिक, आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में जाना जाता है।
इतिहास: नागालैंड का इतिहास गहराता है उसकी स्थानीय जनसंख्या, प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक घटनाओं से जुड़ा हुआ है। यहां प्राचीन काल से ही भौगोलिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक बदलाव हुए हैं। नागालैंड की ऐतिहासिक महत्वपूर्ण युद्ध और संगठनित राजनीतिक जीवन का अपना महत्व है।
इस प्रकार, नागालैंड राज्य की स्थापना, राजधानी और इतिहास एक रोचक विषय हैं। इसे जानकर हमें नागालैंड की विशेषताएं, प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक महत्व का पता चलता है।
पंजाब राज्य भारत के उत्तरी भाग में स्थित एक राज्य है जिसका इतिहास बहुत प्राचीन है। यह राज्य अपने ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। पंजाब का नाम संस्कृत शब्द 'पंच' और 'आब' से मिलकर बना है, जिसका अर्थ होता है "पांच नदियों का देश"। पंजाब का क्षेत्रफल लगभग 50,362 वर्ग किलोमीटर है और यह भारतीय राज्यों में सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है।
इतिहास:- पंजाब का इतिहास संघीय राज्यों, सत्रपों, मुग़लों और ब्रिटिश साम्राज्य के बीच विभाजित है। 15वीं सदी में, गुरु नानक देव जी के संगठनशील धर्म सिख धर्म की उत्पत्ति हुई जिसने पंजाब की सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक जीवन पर गहरा प्रभाव डाला।
1947 में भारत का विभाजन हुआ और पंजाब राज्य दो हिस्सों में विभाजित हो गया। यह विभाजन हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच हुआ, जिससे कई लोगों को आपसी झगड़ों और हिंसा के बीच अपने घरों और धर्मस्थलों को छोड़कर अलग होना पड़ा।
पंजाब राज्य की राजधानी बदलती रही है। 1947 में भारत का विभाजन के समय लाहौर पंजाब की राजधानी थी, लेकिन विभाजन के बाद लाहौर पाकिस्तान के हिस्से में चला गया।
पंजाब के हिस्से में रहने वाले लोगों के लिए एक नया राज्य बनाने की जरूरत थी, और इसलिए 1 नवंबर 1966 को पंजाब राज्य का गठन हुआ। इसके बाद चंडीगढ़ को पंजाब राज्य की नई राजधानी घोषित किया गया। चंडीगढ़ भारत सरकार और हरियाणा राज्य के साझा राजधानी है।
चंडीगढ़ को लोगों के विकास और प्रगति को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया गया है। यह शहर व्यापार, सरकारी कार्यालयों, शिक्षा संस्थानों और पर्यटन स्थलों के लिए महत्वपूर्ण है।
22 उत्तराखंड:
उत्तराखंड भारत के उत्तरी भाग में स्थित एक राज्य है, जिसे "देवभूमि" या "देवनगरी" के नाम से भी जाना जाता है। यहां पर्वतीय क्षेत्र, धार्मिकता, और प्राकृतिक सौंदर्य का अद्वितीय संगम है। उत्तराखंड का क्षेत्रफल लगभग 53,483 वर्ग किलोमीटर है और यह भारत का छठा सबसे छोटा राज्य है।
उत्तराखंड का इतिहास बहुत प्राचीन है। यह क्षेत्र प्राचीन भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यहां भारतीय मान्यताओं, धर्म और संस्कृति की जन्मभूमि मानी जाती है। यह भगवान शिव और पार्वती की धरती मानी जाती है और काशी के रूप में भी जानी जाती है।
उत्तराखंड का स्वतंत्रता संग्राम के दौरान महत्वपूर्ण योगदान रहा है। 9 नवंबर 2000 को उत्तराखंड को भारत का 27वां राज्य घोषित किया गया। पहले इसे उत्तर प्रदेश राज्य का एक हिस्सा माना जाता था।
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून है। यह नगर उत्तराखंड की सरकारी, प्रशासनिक और शिक्षा की धाराओं का केंद्र है। यहां विभिन्न विश्वविद्यालय, संगठनों और शोध केंद्रों का स्थान है। इसके अलावा, यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल भी है, जिसमें राजमार्ग, पार्क, उद्यान, और प्राकृतिक स्थल शामिल हैं।
इस प्रकार, उत्तराखंड की स्थापना, राजधानी और उनका इतिहास है। यह एक अद्वितीय राज्य है जिसमें विभिन्न संस्कृति, धर्म, प्रकृति की अनुभूति, और ऐतिहासिक महत्व समाहित हैं।
23 मध्य प्रदेश:- स्थापना, राजधानी और उनका इतिहास
मध्य प्रदेश भारत के मध्य भाग में स्थित एक राज्य है। इसे "हृदय प्रदेश" के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यह भारतीय मान्यताओं, सांस्कृतिकता, और ऐतिहासिक महत्व का केंद्र है। मध्य प्रदेश का क्षेत्रफल लगभग 308,252 वर्ग किलोमीटर है और यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा राज्य है।
मध्य प्रदेश का इतिहास बहुत प्राचीन है। इस क्षेत्र में भारतीय सभ्यता, संस्कृति और इतिहास के कई महत्वपूर्ण घटनाएं हुई हैं। इसके भूतकाल में यह क्षेत्र विशाल जनसंख्या और समृद्धि का केंद्र था, जिसे गुप्त साम्राज्य, मौर्य साम्राज्य, गुर्जर प्रतिहार राजवंश, और मुग़ल साम्राज्य ने आक्रमण किया।
मध्य प्रदेश की स्थापना 1 नवंबर 1956 को हुई थी, जब यह मध्य भारतीय राज्यों के संगठन का हिस्सा बना। पहले इसे मध्य भारत राज्य के नाम से जाना जाता था, जो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान एक प्रमुख केंद्र था।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल है। यह शहर सांस्कृतिक, प्रशासनिक, और आर्थिक रूप से मध्य प्रदेश का मुख्य केंद्र है। भोपाल भारतीय विरासत से बहुत समृद्ध है और यहां कई महत्वपूर्ण स्मारक, मंदिर, मुसीबतगाह, और सांस्कृतिक स्थल स्थित हैं।
इस प्रकार, मध्य प्रदेश की स्थापना, राजधानी और उनका इतिहास है। यह एक विविधतापूर्ण राज्य है जिसमें भारतीय संस्कृति, ऐतिहासिक महत्व, प्राकृतिक सौंदर्य, और सांस्कृतिक विरासत का समन्वय है।
24 झारखंड:- की स्थापना, राजधानी और उनका इतिहास
झारखंड भारत के पूर्वी भाग में स्थित एक राज्य है। यह छोटे वन्य जीवन संरक्षण क्षेत्र, उद्यान, और उपनगरों के लिए प्रसिद्ध है। झारखंड का क्षेत्रफल लगभग 79,714 वर्ग किलोमीटर है और यह भारत का 15वां सबसे बड़ा राज्य है।
झारखंड का इतिहास महत्वपूर्ण है। इस क्षेत्र में वैदिक संस्कृति और धर्म, मगध वंश, मौर्य साम्राज्य, गुप्त साम्राज्य, और मुग़ल साम्राज्य जैसे महत्वपूर्ण साम्राज्यों का गढ़ रहा है।
झारखंड की स्थापना 15 नवंबर 2000 को हुई थी, जब यह बिहार राज्य का एक अलग भाग बना। पहले इसे बिहार का उत्तरी खंड माना जाता था।
झारखंड की राजधानी रांची है। यह शहर राज्य की न्यायिक, प्रशासनिक, और वाणिज्यिक राजधानी है। रांची एक प्रमुख उद्यान, नदी तट, और ऐतिहासिक स्मारकों के लिए प्रसिद्ध है।
इस प्रकार, झारखंड की स्थापना, राजधानी और उनका इतिहास है। यह एक विविध राज्य है जिसमें ऐतिहासिक महत्व, धर्म, संस्कृति, और प्राकृतिक सौंदर्य समाहित हैं।
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25 उड़ीशा (ओडिशा) की राजधानी स्थापना और उसका इतिहास
उड़ीशा (ओडिशा) भारत के पूर्वी भाग में स्थित एक राज्य है। यह एक प्राचीन संस्कृति, साहित्य, और कला का केंद्र है और भारतीय विरासत के लिए प्रसिद्ध है। उड़ीशा का क्षेत्रफल लगभग 1,55,707 वर्ग किलोमीटर है और यह भारत का 8वां सबसे बड़ा राज्य है।
उड़ीशा का इतिहास बहुत प्राचीन है। इस क्षेत्र में विभिन्न महत्वपूर्ण साम्राज्यों का उदय हुआ, जिनमें कलिङ्ग राज्य, उड़ीशा गजापति साम्राज्य, और मराठा साम्राज्य शामिल हैं।
उड़ीशा की स्थापना 1 अप्रैल 1936 को हुई थी, जब यह ब्रिटिश भारत का एक अलग राज्य बना। पहले यह कलिङ्ग राज्य के नाम से जाना जाता था।
उड़ीशा की राजधानी भुवनेश्वर है। यह शहर उड़ीशा का प्रशासनिक, आर्थिक, और वाणिज्यिक केंद्र है। भुवनेश्वर भारतीय विरासत के एक महत्वपूर्ण स्थल है और यहां कई प्राचीन मंदिर, स्मारक, और सांस्कृतिक स्थल स्थित हैं।
इस प्रकार, उड़ीशा (ओडिशा) की राजधानी स्थापना, राजधानी और उसका इतिहास है। यह एक प्राचीन और समृद्ध राज्य है जिसमें संस्कृति, कला, और ऐतिहासिक महत्व का मेल है।
26 पश्चिम बंगाल की स्थापना, राजधानी और उनका इतिहास
पश्चिम बंगाल भारत के पश्चिमी भाग में स्थित एक राज्य है। यह एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर का केंद्र है और विविधताओं के लिए प्रसिद्ध है। पश्चिम बंगाल का क्षेत्रफल लगभग 88,752 वर्ग किलोमीटर है और यह भारत का चौथा सबसे बड़ा राज्य है।
पश्चिम बंगाल का इतिहास बहुत प्राचीन है। इस क्षेत्र में विभिन्न साम्राज्यों का उदय हुआ, जैसे पाल वंश, सेन वंश, गौड़ राज्य, मुर्शिदाबाद नवाबी राज्य, और अंग्रेज शासन।
पश्चिम बंगाल की स्थापना 1 नवंबर 1956 को हुई थी, जब यह पूर्वी पंजाब राज्य के एक अलग भाग के रूप में गठन हुआ। पहले इसे बंगाल का पश्चिमी खंड कहा जाता था।
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता (कलकत्ता) है। यह शहर प्रशासनिक, आर्थिक, और वाणिज्यिक केंद्र है। कोलकाता भारतीय विरासत के लिए प्रसिद्ध है और यहां कई ऐतिहासिक स्मारक, मंदिर, और सांस्कृतिक स्थल स्थित हैं।
इस प्रकार, पश्चिम बंगाल की स्थापना, राजधानी और उनका इतिहास है। यह एक सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर से भरा हुआ राज्य है जिसमें भारतीय संस्कृति, विरासत, और प्रगति का मेल है।
27 कर्नाटक की स्थापना, राजधानी और उनका इतिहास
कर्नाटक भारत के दक्षिणी भाग में स्थित एक राज्य है। यह ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है और अपनी विविधता, प्राकृतिक सौंदर्य और विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी मशहूर है। कर्नाटक का क्षेत्रफल लगभग 1,91,791 वर्ग किलोमीटर है और यह भारत का सातवां सबसे बड़ा राज्य है।
कर्नाटक का इतिहास बहुत प्राचीन है। इस क्षेत्र में विभिन्न महत्वपूर्ण साम्राज्यों और वंशों का उदय हुआ है, जिनमें चालुक्य वंश, विजयनगर साम्राज्य, मैसूर नवाबी राज्य और नायक वंश शामिल हैं।
कर्नाटक की स्थापना 1 नवंबर 1956 को हुई थी, जब यह मध्य प्रदेश राज्य के एक अलग भाग के रूप में गठन हुआ। पहले यह मैसूर राज्य के नाम से जाना जाता था।
कर्नाटक की राजधानी बंगलौर (बेंगलुरु) है। यह शहर प्रशासनिक, आर्थिक, और वाणिज्यिक केंद्र है। बंगलौर विज्ञान, तकनीक, सूचना प्रौद्योगिकी और स्टार्टअप उद्यम के क्षेत्र में भी मशहूर है। इसके अलावा, कर्नाटक में कई ऐतिहासिक स्थल, पर्यटन स्थल, और निकटस्थ प्राकृतिक सुंदरता हैं।
इस प्रकार, कर्नाटक की स्थापना, राजधानी और उनका इतिहास है। यह एक सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर से भरा हुआ राज्य है जिसमें संस्कृति, कला, और प्रगति का मेल है।
28 तेलंगाना की स्थापना, राजधानी और उनका इतिहास
तेलंगाना भारत के दक्षिणी भाग में स्थित एक राज्य है। यह एक समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर का केंद्र है और विविधताओं के लिए प्रसिद्ध है। तेलंगाना का क्षेत्रफल लगभग 1,14,840 वर्ग किलोमीटर है और यह भारत का चौथा सबसे बड़ा राज्य है।
तेलंगाना का इतिहास बहुत प्राचीन है। इस क्षेत्र में विभिन्न साम्राज्यों का उदय हुआ है, जैसे काकतीय वंश, विजयनगर साम्राज्य, निजाम राज्य और मराठा साम्राज्य।
तेलंगाना की स्थापना 2 जून 2014 को हुई थी, जब यह आंध्र प्रदेश से अलग होकर एक अलग राज्य बना। यह दिन तेलंगाना राष्ट्र उद्घाटन दिवस के रूप में मनाया जाता है।
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद है। यह शहर प्रशासनिक, आर्थिक, और सांस्कृतिक केंद्र है। हैदराबाद भारतीय विरासत का एक महत्वपूर्ण स्थान है और यहां कई प्राचीन मंदिर, मस्जिदें, गड्ढे, और किले स्थित हैं। यह शहर अपनी निजी और सार्वजनिक संस्थाओं, विश्वविद्यालयों और विज्ञान संस्थानों के लिए भी प्रसिद्ध है।
इस प्रकार, तेलंगाना की स्थापना, राजधानी और उनका इतिहास है। यह एक समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर से भरा हुआ राज्य है जहां संस्कृति, कला, और प्रगति का मेल है।
भारत के राज्य और राजधानी
भारत के 28 राज्यों के नाम और राजधानी की सूची
राज्य का नाम | राजधानी | स्थापना दिवस |
1. आंध्र प्रदेश | आमरावती | 1 अक्टूबर 1953 |
2. अरुणाचल प्रदेश | इटानगर | 20 फरवरी 1987 |
3. असम | दिसपुर | 26 जनवरी 1950 |
4. बिहार | पटना | पटना 26 जनवरी 1950 |
5. छत्तीसगढ़ | रायपुर | 1 नवंबर 2000 |
6. गोवा | पणजी | 30 मई 1987 |
7. गुजरात | गांधीनगर | 1 मई 1960 |
8. हरियाणा | चंडीगढ़ | 1 नवंबर 1966 |
9. हिमाचल प्रदेश | शिमला | 25 जनवरी 1971 |
10. जम्मू और कश्मीर | श्रीनगर, जम्मू | 31 अक्टूबर 2019 |
11. झारखंड | रांची | 15 नवंबर 2000 |
12. कर्णाटक | बेंगलुरु | 1 नवंबर 1956 |
13. केरल | थिरुवनंतपुरम | 1 नवंबर 1956 |
14. मध्य प्रदेश | भोपाल | 1 नवंबर 1956 |
15. महाराष्ट्र | मुंबई | 1 मई 1960 |
16. मणिपुर | इंफाल | 21 जनवरी 1972 |
17. मेघालय | शिलॉंग | 21 जनवरी 1972 |
18. मिजोरम | आइजोल | 20 फरवरी 1987 |
19. नागालैंड | कोहिमा | 1 दिसंबर 1963 |
20. ओडिशा | भुवनेश्वर | 1 अप्रैल 1936 |
21. पंजाब | चंडीगढ़ | 1 नवंबर 1966 |
22. राजस्थान | जयपुर | 1 नवंबर 1956 |
23. सिक्किम | गंगटोक | 16 मई 1975 |
24. तमिलनाडु | चेन्नई | 26 जनवरी 1950 |
25. त्रिपुरा | अगरतला | 21 जनवरी 1972 |
26. उत्तर प्रदेश | लखनऊ | 26 जनवरी 1950 |
27. उत्तराखंड | देहरादून | 9 नवंबर 2000 |
28. पश्चिम बंगाल | कोलकाता | 1 नवंबर 1956 |
भारत के 28 राज्यों के नाम से जुड़े FAQ,s
प्रश्न:- क्या भारत में 28 या 29 राज्य हैं?
उत्तर:- 31 अक्टूबर, 2019 से देश में 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं। इससे पहले भारत में राज्यों की सँख्या 29 हुआ करती थी।
प्रश्न:- 28 राज्य कब बना?
उत्तर:- 31 अक्टूबर, 2019 को भारत में 28 राज्य बन गए। 31 अक्टूबर, 2019 को जम्मू और कश्मीर के राज्य के दर्जे को वापस ले लिया गया जिस कारण अब भारत में राज्यों की सँख्या 28 हो गई है।
प्रश्न:- 29 राज्यों से किस राज्य को हटाया गया है?
उत्तर:- आर्टिकल 370 हटने के साथ ही 31 अक्टूबर, 2019 को जम्मू और कश्मीर को राज्य दर्जे से हटा दिया गया।
प्रश्न:- 1947 में भारत में कितने राज्य थे?
उत्तर:- 1947 में भारत में राज्य नहीं बल्कि 562 रियासतें थीं। बाद में इन रियासतों को तोड़ कर राज्यों की स्थापना की गई।
ये थे भारत के 28 राज्यों की सूची, उनकी स्थापना की तारीख और उनकी राजधानी। मुझे उम्मीद है आप आपको भारत के 28 राज्यों के नाम पता चल गए होंगें। भारत के 28 राज्यों के नाम से जुड़ा हमारा यह लेख आपको कैसा लगा हमें जरूर बताए। मुझे उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी।
अपने हमें इतना समय दिया आपका बहुत धन्यवाद।
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