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गंगा नदी कहाँ से निकलती है | Ganga nadi kahan se nikalti hai

ganga nadi kahan se nikalti hai:- दोस्तों आज हम आपको गंगा नदी कहाँ से निकलती है या गंगा का उद्गम स्थल के बारे में आपको बताने जा रहे है। इसके अलावा आप इस पोस्ट में भारत की सबसे लम्बी नदी के बारे में जानेंगे।

Ganga nadi kahan se nikalti hai और किस समुद्र में जाकर मिलती है यह तो आपको पता चलेगा साथ ही आप इस पर बनाये गए महत्वपूर्ण बांधों के बारे में और भारत की सबसे लम्बी नदी पर कौन कौन सी परियोजनाएं बनाई है और भारत देश में और कौन कौन सी नदियां बहती हैं भी जानोंगे। यदि आपको नदियॉं के बारे में समूर्ण जानकारी चाहिए तो आप इस पोस्ट को पूरा पढ़िए।

ganga nadi kahan se nikalti hai

गंगा नदी, जो भारत की प्रमुख नदी है, उत्तराखंड राज्य के गंगोत्री हिमालय से निकलती है। यह गंगोत्री धाम में स्थित है, जहां भगीरथी और जह्नवी नदियों का संगम होता है। इसके बाद इसे 'गंगा' के नाम से पुकारा जाता है।

Ganga nadi kahan se nikalti hai
Ganga nadi kahan se nikalti hai

गंगा नदी के अन्य नाम क्या है?

गंगा नदी के अन्य नाम - गंगा नदी, जिसे भागीरथी और मन्दाकिनी भी कहा जाता है। गंगा नदी के कई नाम हैं जिनसे इसे अलग-अलग क्षेत्रों में पुकारा जाता है। निम्नलिखित हैं गंगा नदी के प्रमुख नाम:-

गंगा: गंगा नदी का मुख्य और प्रमुख नाम "गंगा" है। यह नाम सबसे अधिक प्रचलित है और इसे भारत और अन्य देशों में उपयोग किया जाता है।

भागीरथी: यह नाम गंगा नदी को भागीरथी नदी के रूप में पुकारा जाता है। इस नाम का प्रयोग प्रमुखतः उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के क्षेत्रों में किया जाता है।

जह्नवी: जह्नवी नाम भी गंगा नदी के लिए प्रयुक्त होता है। यह नाम अधिकतर पश्चिम बंगाल के क्षेत्रों में प्रचलित है।

गंगेय: इस नाम से भी गंगा नदी को पुकारा जाता है। यह नाम नदी के माता गंगा के नाम पर दिया गया है

पद्मा: गंगा नदी का भाग पद्मा नदी के रूप में भी जाना जाता है। यह नाम भारतीय राज्य बंगाल के पश्चिमी क्षेत्र में प्रयुक्त होता है।

महानंदा: गंगा नदी को बिहार के क्षेत्रों में "महानंदा" नदी के नाम से भी जाना जाता है।

सरयू: सरयू नदी गंगा नदी की प्रमुख सहायक नदी है, और इसे उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के क्षेत्रों में प्रयुक्त किया जाता है।

ये कुछ मुख्य नाम हैं जिन्हें लोग गंगा नदी के लिए प्रयोग करते हैं, हालांकि इसके अलावा भी इसे और नामों से जाना जाता है जो स्थानीय भाषा और संस्कृति में प्रचलित होते हैं।

भारत की सबसे लम्बी नदी 

भारत की सबसे लम्बी नदी गंगा नदी है। गंगा नदी की लंबाई करीब 2,525 किलोमीटर है जो भारत में सभी नदियों से ज्यादा लम्बी है। गंगा, भारतीय उपमहाद्वीप में स्थित होने वाली सबसे पवित्र और प्रमुख नदी है।

इसका महत्व और महानता भारतीय सभ्यता, धर्म, और सांस्कृतिक विरासत के रूप में गहराई से जुड़ा हुआ है। गंगा नदी की पौराणिक महत्ता और मान्यताओं को भारतीयों ने हजारों वर्षों से बनाये रखा है। इस ब्लॉग में हम गंगा नदी के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी को आपके साथ साझा करेंगे।

गंगा नदी का उद्गम

गंगा नदी का उद्गम - भारतीय महानदियों की रानी मानी जाती है। यह उत्तराखंड राज्य के गौमुख क्षेत्र में हिमालय से निकलती है और बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है।

गंगा नदी की लम्बाई - इसकी लंबाई करीब 2,525 किलोमीटर है, जो इसे भारतीय उपमहाद्वीप की सबसे लंबी नदी बनाती है।

धार्मिक मान्यताएं -गंगा नदी का महत्त्व धार्मिक, सांस्कृतिक, और आर्थिक दृष्टिकोण से बहुत ऊँचा है। इसे हिन्दू धर्म के सबसे पवित्र नदियों में से एक माना जाता है और इसे मां गंगा का अवतार माना जाता है।

गंगा नदी में स्नान करने का विशेष महत्व है, जिसे हिन्दू लोग पवित्र मानते हैं। साथ ही, इसे वाणी और गांधी जैसे महापुरुषों की जन्मस्थली भी माना जाता है। गंगा नदी का धर्मिक महत्त्व हिन्दू धर्म के अलावा भी काफी है।

इसे सिखों की त्रिमण्डिर साहिब और बुद्धधर्म के महत्त्वपूर्ण स्थानों से जोड़ा जाता है। गंगा स्नान का विशेष महत्व है और हिन्दू धर्म में गंगा मेले का आयोजन भी होता है, जिसमें लाखों लोग नदी में स्नान करते हैं और अपने पापों को धोते हैं।

गंगा नदी की सहायक नदियां

गंगा नदी की सहायक नदियां:- गंगा नदी का साम्राज्य पश्चिमी हिमालय से बदलता है, और इसकी प्रमुख सहायक नदियाँ भागीरथी, यमुना, गांगोत्री, कोसी, गांधक, घाघरा, सोन, पाटलगंगा, रामगंगा, गंदक, गोमती, सोन और ब्रम्पुत्र हैं।

इन सभी नदियों के मिलने से गंगा नदी निरंतर बढ़ती जाती है और अपने पथ में कई महानगरों को पार करती है जिनमें प्रमुख शहरों में दिल्ली, कानपुर, वाराणसी, पटना, कोलकाता आदि शामिल हैं।

गंगा नदी में प्रमुख बांध

गंगा नदी में बांध:- नदी के प्रबंधन, संरक्षण, जल संसाधन का उपयोग और प्रदूषण नियंत्रण करने के उद्देश्य से स्थापित की गए हैं। यहां कुछ महत्वपूर्ण बांध है:

टिहरी बांध:- यह उत्तराखंड राज्य में स्थित है और भागीरथी और भक्ति नदी के संगम पर बनाया गया है। यह भारत का सबसे ऊँचा बांध है और गंगा नदी के प्रवाह को नियंत्रित करता है।

फराक्का बांध:- यह बांध बिहार राज्य के फराक्का नगर में स्थित है और गंगा नदी के प्रवाह को नियंत्रित करता है। इसका मुख्य उद्देश्य बांध के पास नेपाल से आने वाली ज्यादा पानी को नदी में रखना है और बांध के माध्यम से नेपाल के साथ जल संयोजन सुनिश्चित करना है।

इनके अलावा गंगा नदी में कई और परियोजनाएं शामिल हैं जैसे कि गंगा खनिजी योजना, गंगा अभियान, गंगा सागर मिशन, गंगा अवलोकन प्रोजेक्ट, इत्यादि। ये परियोजनाएं गंगा नदी के प्रबंधन, संरक्षण, और स्वच्छता के मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।

गंगा नदी भारत के इन राज्यों से होकर गुजरती है।

गंगा नदी भारत के विभिन्न राज्यों से होकर बहती है। इसे निम्नलिखित राज्यों से गुजरता हुआ देखा जा सकता है:

उत्तराखंड: गंगा नदी की उत्पत्ति यहां होती है। यह राज्य गौमुख स्थल के पास स्थित है, जहां से गंगा नदी निकलती है। यहां से नदी देवप्रयाग और रिशिकेश जैसे प्रमुख स्थानों से गुजरती है।

उत्तर प्रदेश: गंगा नदी का बहुत बड़ा हिस्सा उत्तर प्रदेश में बहता है। प्रयागराज (इलाहाबाद), वाराणसी, कानपुर, इटावा, और गोरखपुर जैसे शहर गंगा नदी के पास स्थित हैं।

बिहार: गंगा नदी बिहार राज्य को प्रवाहित होती है। पटना, भागलपुर, हाजीपुर, और चपरा जैसे शहर इसके पास स्थित हैं।

झारखण्ड : गंगा नदी का एक छोटा हिस्सा झारखण्ड राज्य को भी प्रवाहित करता है। यहां की प्रमुख शहर हैं धानबाद और हाजारीबाग।

पश्चिम बंगाल: गंगा नदी पश्चिम बंगाल राज्य के पश्चिमी क्षेत्रों से बहती है। कोलकाता शहर गंगा के पास स्थित है।

इन राज्यों के अलावा गंगा नदी कई अन्य छोटी और बड़ी नदियों को अपने में सम्मिलित करती है। इसका महत्वपूर्ण हिस्सा बनते हैं ये राज्य गंगा की महत्ता और प्राकृतिक संसाधनों को समझने में मदद करते हैं।

गंगा नदी का प्रवह इन देशों में भी होता है

गंगा नदी भारत के अलावा कुछ अन्य देशों से होकर बहती है। इसकी प्रमुख नदी प्रवाह धाराएं निम्नलिखित देशों से गुजरती हैं:

बांगलादेश: गंगा नदी भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में बांगलादेश की सीमा से होकर बहती है। यहां नदी को पश्चिमी बंगाल के जल प्रवाह कर्षण नेत्रों के माध्यम से बांधा जाता है ताकि जल संसाधन का उपयोग किया जा सके।

यहां उपर्युक्त दो देशों के अलावा, गंगा नदी की कुछ धाराएं नेपाल और बांगलादेश के भूमि से होकर बहती हैं। गंगा नदी इन देशों के लिए एक महत्वपूर्ण जल स्रोत है और इन देशों की जल संसाधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

नमामि गंगे परियोजना

नमामि गंगे परियोजना - नमामि गंगे परियोजना एक राष्ट्रीय स्तर की पहल है जो भारत सरकार द्वारा शुरू की गई है। यह परियोजना मुख्य रूप से गंगा नदी की संरक्षा, सुरक्षा, और सुधार के लिए शुरू की गई है। इसका मुख्य उद्देश्य है गंगा नदी के अविरल और अशुद्धियों को कम करना, नदी को पुनर्जीवित करना, और गंगा नदी के संरक्षण और प्रबंधन को सुनिश्चित करना।

नमामि गंगे परियोजना का शुभारंभ 14 जुलाई 2014 को भारतीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया। यह परियोजना संगठित तरीके से नियोजित की गई है और कई उप-परियोजनाओं को सम्मिलित किया गया है।

नमामि गंगे परियोजना के कुछ मुख्य उप-परियोजनाएं निम्नलिखित हैं:

गंगा विकास योजना:- इसका मुख्य उद्देश्य गंगा नदी के लगभग 2,500 किलोमीटर क्षेत्र में जल संसाधन के प्रबंधन और विकास को सुनिश्चित करना है।

अवध सीवर योजना:- इसका उद्देश्य उत्तर प्रदेश और बिहार के क्षेत्रों में गंगा नदी के निकट स्थित शहरों के लिए एक मेगा सीवर प्रणाली का निर्माण करना है।

नदी-सफाई योजना:- इसका मुख्य उद्देश्य गंगा नदी में निकटतम नगरों के उपयोग के कारण उत्पन्न होने वाली अविरलता और आपदा के निदान के लिए गंगा की सफाई और उपयोग की गई मात्रा को बढ़ाना है।

गंगा नदी की सुरक्षा:- इसका उद्देश्य गंगा नदी के किनारे स्थित जनसंख्या को तथा उससे जुड़े संसाधनों को प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षित रखना है।

नमामि गंगे परियोजना एक व्यापक योजना है जो गंगा नदी के संरक्षण, सुरक्षा, और पुनर्जीवित करने के लिए निर्मित की गई है। इसका उद्देश्य एक स्वच्छ, निर्मल, और जीवनोदय गंगा नदी का संरक्षण करना है।

भारत की कुछ प्रमुख नदियों का उद्गम और लंबाई का विवरण

भारत देश में कई नदियां हैं, जो देश के विभिन्न हिस्सों से उद्गमित होती हैं और अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। निम्नलिखित है भारत की कुछ प्रमुख नदियों का उद्गम और लंबाई का विवरण:

गंगा:
उद्गम स्थल: गौमुख, उत्तराखंड
लंबाई: 2,525 किलोमीटर

यमुना:
उद्गम स्थल: यमुनोत्री, उत्तराखंड
लंबाई: 1,376 किलोमीटर

ब्रह्मपुत्र:
उद्गम स्थल: तिब्बत (चीन)
लंबाई: 2,900 किलोमीटर

गोदावरी:
उद्गम स्थल: त्रिम्बकेश्वर, महाराष्ट्र
लंबाई: 1,465 किलोमीटर

कृष्णा:
उद्गम स्थल: महाबलेश्वर, महाराष्ट्र
लंबाई: 1,400 किलोमीटर

नर्मदा:
उद्गम स्थल: अमरकंटक, मध्य प्रदेश
लंबाई: 1,312 किलोमीटर

ताप्ती:
उद्गम स्थल: मुलांची, महाराष्ट्र
लंबाई: 724 किलोमीटर

महानदी:
उद्गम स्थल: सिहवा, चातीसगढ़
लंबाई: 858 किलोमीटर

कावेरी:
उद्गम स्थल: तलकावेरी, कर्नाटक
लंबाई: 805 किलोमीटर

सिंधु:
उद्गम स्थल: मानसरोवर झील, तिब्बत (चीन)
लंबाई: 1,114 किलोमीटर

➤ ये थीं कुछ प्रमुख नदियों की जो भारत के भूमि पर सदैव विकसित होती रही हैं और देश की आधारभूत जीवनधारा को संचालित करती हैं।

भारत में कुछ मुख्य नदियों की सूची

भारत में कई नदियाँ हैं जो देश के विभिन्न हिस्सों से बहती हैं। निम्नलिखित है भारत में कुछ मुख्य नदियों की सूची

गंगा: यह भारत की सबसे महत्वपूर्ण और प्रमुख नदी है, जो उत्तराखंड से बहकर बंगाल की खाड़ी में मिलती है।

यमुना: यमुना नदी उत्तराखंड और हरियाणा से बहकर दिल्ली में मिलती है और फिर उत्तर प्रदेश के मुख्य शहर आगरा पास से गुजरती है।

ब्रह्मपुत्र: यह नदी तिब्बत से उठकर अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में से बहती है। इसके बाद यह बांगलादेश और भारत के उत्तर पूर्वी भागों में मिलती है।

गोदावरी: गोदावरी नदी महाराष्ट्र और तेलंगाना राज्य से बहती है और अंध्र प्रदेश के काकिनाडा में समुद्र में मिलती है।

कृष्णा: यह नदी महाराष्ट्र, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में से बहती है और बंगलादेश के पास से होकर बाय ऑफ़ बंगाल में मिलती है।

नर्मदा: नर्मदा नदी मध्य प्रदेश और गुजरात से बहकर अरब सागर में मिलती है।

ताप्ती: ताप्ती नदी महाराष्ट्र और गुजरात में से बहती है और गुल्फ ऑफ़ खांबट के माध्यम से अरब सागर में मिलती है।

महानदी: महानदी नदी चातीसगढ़, ओडिशा और तेलंगाना में से बहती है और ओडिशा के पास समुद्र में मिलती है।

कावेरी: कावेरी नदी कर्नाटक और तमिलनाडु में से बहती है और बाय ऑफ़ बंगाल में मिलती है।

सिंधु: सिंधु नदी भारत के पश्चिमी हिस्से से बहती है और पाकिस्तान के माध्यम से बहकर अरब सागर में मिलती है।

यह सिर्फ कुछ प्रमुख नदियों की सूची है और भारत में अन्य भी बहुत सारी छोटी-बड़ी नदियाँ हैं।

गंगा नदी की जलसंरचना और उपयोग विश्व भर में अद्वितीय है। यह नदी न ज्यादा शीतल जल की सप्लाई करती है न ही न्यूनतम उष्णता वाले जल को अपनाती है। इसके जल में कई महत्वपूर्ण धातुओं और मिट्टी के तत्व होते हैं, जिसके कारण इसे आयुर्वेदिक औषधियों और उपचारों में उपयोग किया जाता है। गंगा नदी का पानी खाद्य और सिंचाई के लिए भी महत्वपूर्ण है और इसके बंदरगाहों पर व्यापार भी होता है।

गंगा नदी एक विस्तृत नदी प्रणाली है, जिसमें निगरानी और संरक्षण के लिए कई प्राकृतिक धार्मिक स्थल, वन्यजीव धार्मिक संस्थान, और धार्मिक आश्रम स्थापित हैं। इसके संरक्षण और पुनर्जीवन के लिए भारत सरकार ने 'नमामि गंगे' योजना शुरू की है, जिसका मुख्य उद्देश्य गंगा नदी की सफाई और प्रबंधन को सुनिश्चित करना है।

समाप्ति रूप में:-  गंगा नदी भारतीय सभ्यता, धर्म, और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। इसकी महिमा, सौंदर्य, और महत्त्व को शब्दों में व्यक्त करना आसान नहीं है, लेकिन गंगा नदी भारत के लिए गर्व की बात है और हम सभी को इसकी संरक्षण और सम्पूर्णता की दिशा में मिलकर काम करना चाहिए।

यह नदी हमारे धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा है और हमें इसकी सुरक्षा और प्रबंधन का ध्यान रखना चाहिए ताकि हम आने वाली पीढ़ियों को एक स्वच्छ, स्वस्थ, और प्रदूषणमुक्त गंगा मिल सके।

FAQ,S

गंगा नदी से जुड़े कुछ सवाल और उनके जवाब

प्रश्न:- गंगा नदी कहाँ से निकलती है और कहां तक जाती है?
उत्तर:- गंगा नदी उत्तराखंड राज्य के गौमुख क्षेत्र में हिमालय से निकलती है और बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है।

प्रश्न:- गंगा नदी कहाँ कहाँ से होकर गुजरती है?
उत्तर:- गंगा नदी भारत के उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखण्ड और पश्चिम बंगाल राज्य से होकर बहती है।

प्रश्न:- गंगा नदी कितने देशों में बहती है?
उत्तर:- गंगा नदी दो देशों भारत और बांग्लादेश में बहती है।

प्रश्न:- गंगा नदी का दूसरा नाम क्या है?
उत्तर:- गंगा नदी, जिसे भागीरथी और मन्दाकिनी भी कहा जाता है। गंगा नदी के कई नाम हैं जिनसे इसे अलग-अलग क्षेत्रों में पुकारा जाता है।

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