सेबी (SEBI) से जुडी जानकारी जैसे सेबी की स्थापना, मुख्यालय, उद्देश्य और वर्तमान अध्यक्ष के बारे में आपको इस पोस्ट में जानकारी पढ़ने को मिलेगी।
सेबी (SEBI) की स्थापना
सेबी((SEBI)) की स्थापना - सेबी की स्थापना 12 अप्रैल 1988 को हुई थी। यह भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Securities and Exchange Board of India) के रूप में जाना जाता है। भारतीय विनिमय बाजार की निगरानी और संशोधन करता है।
सेबी की स्थापना की कार्यशाला 1987 में प्रारंभ हुई थी, जब सरकार ने कर्मचारियों और बाजार द्वारा निर्मित खोले जाने वाले कंपनी डिबेंचर के वित्तीय विनिमय को नियामित करने और उनकी सुरक्षा को बढ़ावा देने के एक संयुक्त समिति की स्थापना की।
SEBI ki sthapnab or mukhyalay |
संयुक्त समिति में अधिकारियों, विनियामक निकायों, विपणन संगठनों, निवेशकों, और विज्ञापन कार्यक्रमों के प्रतिनिधियों की शामिलता थी। इसके बाद, सेबी की स्थापना 12 अप्रैल 1988 को गवर्नर ओफ रिजर्व बैंक आदर्श बड़हे, रगवेंद्र नायर जी के नेतृत्व में हुई।
सेबी का मुख्यालय
सेबी का मुख्यालय - सेबी का मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र में स्थित है। यह बीकानेर आयुक्तालय के कैंपस में स्थित है और इसके अलावा सेबी(SEBI) के विभिन्न क्षेत्रों में फील्ड ऑफिसेस भी हैं।
सेबी कार्यकारी संज्ञानादारी क्षेत्र में और गृह मंत्रालय के द्वारा प्रदान की जाने वाली सरकारी समर्थन के साथ विभिन्न गृहों के साथ कार्य करती है। इसके प्रमुख का कार्यकाल चार वर्ष का होता है, और इसे भारतीय सरकार द्वारा नियुक्त किया जाता है।
सेबी का मुख्य उद्देश्य
सेबी का मुख्य उद्देश्य - सेबी का मुख्य उद्देश्य भारतीय संदर्भित अनुसंधान और विनिमय कारोबार की सुरक्षा और विकास को सुनिश्चित करना है।
लिए, सेबी विनिमय बाजार के निवेशकों की सुरक्षा के लिए नियम तय करता है, मानकों के पालन की जांच करता है, निवेशकों को संबंधित सूचनाओं की पहुंच प्रदान करता है, और अन्य विनिमय बाजार से सम्बंधित बाधाओं को दूर करने के लिए कदम उठाता है।
सेबी के वर्तमान अध्यक्ष
सेबी के वर्तमान अध्यक्ष - अजय त्यागी भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के वर्तमान अध्यक्ष हैं। उन्होंने अपना पद सन् 2020 से संभाला है। अजय त्यागी दिल्ली विश्वविद्यालय से एमबीए और एलएलबी डिग्री रखते हैं और उन्होंने कानून के क्षेत्र में काम किया है।
उन्होंने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) में विभिन्न पदों पर कार्य किया है और उन्हें अपने कार्यकाल में बोर्ड को सुधारों की ओर नेतृत्व करने के लिए प्रशंसा प्राप्त हुई है।