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english padhne ka tarika | इंग्लिश पढ़ने का तरीका

English padhne ka aasan tarika, इंग्लिश पढ़ने का तरीका english padhne ka tarika - इंग्लिश भी एक भाषा ही है जिन लोगों को इंग्लिश भाषा का ज्ञान नहीं है या ना के बरारबर ज्ञान है उन्हें english padhne ka tarika, बोलने का तरीका ठीक से नहीं आता है। 

इन्हे इस भाषा को समझें में बहुत दिक्कत होती है। और काफी प्रयास के बाद भी जब लोगों को सफलता नहीं मिलती है तो वह निराश हो जाते है। और इंग्लिश सीखने में रूचि कम या पूरी तरह ख़त्म कर लेते है। 

वैसे तो english sikhne ka tarika बहुत से लोग बताते है, और मार्किट में इंग्लिश सीखने के लिए बुक्स भी मिल जाएँगी ,लेकिन केवल बुक्स लेकर आप इंग्लिश नहीं सीख सकते आपको english padhne ka tarika भी आना चाहिए। 

english padhne ka tarika
english padhne ka tarika

English padhne ka tarika

अपनी समझ बढ़ाएं :- हर भाषा अलग होती है और उन्हें पढ़ने का तरीका भी अलग अलग होता है।

इंग्लिश के मामले में भी यही नियम काम करता है। इंग्लिश padhne ka सबसे अच्छा tarika है की आप सबसे पहले इंग्लिश को समझें। 

जो भी चीज आपको समझ में आती है उसे सीखने में आपका दिमाग कभी भी बोर नहीं होता हो। थकता भी नहीं। इसका फायदा यह होगा की आप ज्यादा से ज्यादा इंग्लिश पढ़ सकेंगें। और जितना ज्यादा पढेंगें उतना ज्यादा आपका ज्ञान बढ़ेगा। 


 कम से सुरुवात करें:- इंग्लिश padhne ka tarika सीखने के लिए आपको सुरुवात में सरल और जिनका अर्थ आप जानते है। उन्हें पहले पढ़ें। आप साधारण और छोटे शब्दों का चयन पहले करें ,ज्यादा बड़े और टिपिकल शब्दों से बचें। 

एक दम से ज्यादा ना पढ़ें छोट - छोटे पेराग्राफ से सुरुवात करें और समझे। आप देखें की कुछ ही दिनों में आप इंग्लिश पढ़ने में पहले से बेहतर हो चुके है। अब आपका मनोबल भी बढ़ने लगा है। 


# साधारण इंग्लिश में लिखी कितबों को प्रथिमका दें। english padhne ka tarika in hindi

english padhne ka tarika यह है की आप सुरुवात में ऐसी किताबों का चयन करें जिनमे साधारण बोल चाल वाली भाषा का इस्तेमाल किया गया है। जिसे हम जनरल इंग्लिश कहते है। 

इसके लिए आप Raymond Murphy साहब द्वारा लिखी Essential English Grammar किताब का आप 2ed Edison ले सकते है। एलिमेंट्री लेवल के स्टूडेंट्स के लिए पीली वाली किताब।  

इंग्लिश की Basics सीखने के लिए इस से बहतर किताब कोई नहीं है। इसकी खासियत यह है की इसमें  ग्रामर ट्रेडिशनल तरिके से नहीं सिखाई गयी है। 

Tens और मॉडल्स  इस किताब से अच्छी कहीं नहीं बताई गई है। आप चाहे इंग्लिश मीडियम के है या हिंदी मीडियम के है। यह किताब दोनों के लिए सामान  रूप से उपयोगी है।


# ग्रुप में पढ़ें 

इंग्लिश पढ़ने के लिए आप अपना एक ग्रुप बना सकते है ,ग्रुप में इंग्लिश पढ़ने का आपको फायदा ये होगा की जो वर्ड आपको नहीं पता वो दूसरों से पूछ सकते हो। जिससे आपको इंग्लिश पढ़ने में काफी मदद मिलेगी। और ग्रुप डिस्कशन से  आपकी इंग्लिश बोलने और पढ़ने दोनों में अच्छी होगी। 


# पढ़ते समय जल्दबाजी न करें 

ज्यादातर ये देखा गया है की जब कोई चीज समझ में आने लगती है तो ,उसे हम लोग जल्दी - जल्दी करना शुरू कर देते है। और इसी जल्बाजी के चक्कर में हम गलती कर बैठते है। याद रखिये जल्बाजी हमेशा गलतियों के जन्म का कारण बनती है। 

आपको समझना होगा की हमें कोई जल्दबाजी नहीं करनी है। जल्बाजी में ज्यादातर लोग शब्दों को पढ़ तो लेते है लेकिन वो उनके अर्थ ,पर ध्यान नहीं देते। इंग्लिश पढ़ने का तब तक कोई मतलब नहीं है जब तक आप अपने पढ़े शब्दों का मतलब नहीं जानते। 

इस लिए इंग्लिश पढ़ने का सबसे अच्छा तरीका है कि कोई भी सेन्टेंस पढ़ते समय आपको आराम से ध्यान देकर पढ़ना चाहिए ,ताकि आप उन शब्दों का मूल अर्थ भी जान पाएं और सही और सटीक तरह से उच्चारण भी कर सकें। 


# शब्दों को सुने फिर पढ़ें 

यदि आपको इंग्लिश पढ़ने में काफी दिक्कत होती है ,और अंग्रेजी के शब्द आपको समझ नहीं आते तो आप उन शब्दों को पहले किसी दुसरे को पढ़कर सुनाने को कहें फिर आप उन्हें ठीक से सुन और समझ कर फिर दुबारा पढ़ें। 

ऐसा करने को मैने इस लिए कहा क्यूंकि जब आप उन शब्दों या लाइनों को सुनते है तो आपका दिमाग उन्हें जल्दी पकड़ लेता है, और समझ जाता है। फिर जब आप दुबारा उन्ही शब्दों या लाइनों को पढ़ते है तो क्योंकि आपका दिमाग उन्हें पहले ही सुन चूका है तो आपको उन्हें पढ़ने या बोलने में परेशानी भी होती है और आप उन्हें जल्दी सीख और समझ सकते है। 


# इंग्लिश पढ़ने के लिए जरूरी टिप्स 

किसी भी चीज को सीखते समय उसका प्रेक्टिकल नॉलेज होना बहुत जरूरी है। और किसी भाषा को सीखते वक्त आप उसे बोलना या लिखना शुरू नहीं करेंगें तब तक आप उसको समझ नहीं पाएंगें। 

इसलिए आपको इंग्लिश पढ़ने के साथ साथ इंग्लिश बोलने का भी प्रयास करना चाहिए। यह बिलकुल भी जरूरी नहीं है की आपको किसी अन्य व्यक्ति से भी इंग्लिश में बात करनी है। आप खली समय में खुद से भी इंग्लिश में बात कर सकते है। जिससे आपको शब्दों को इस्तेमाल करने में आसानी होगी। 

जैसे जैसे आपको इंग्लिश के सेन्टेंस समज आने लगेंगे आप धीरे धीरे इंग्लिश शुरू कर सकते है। जिससे आपमें इंग्लिश भाषा पर अपना आत्मविश्वास बढ़ने लगेगा। और आप इंग्लिश लिखते हुए पढ़ भी सकते है। 


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