विदेशी भाषा में करियर कैसे बनाएं:- आज के दौर में इंडियन कंपनी का तेजी से Globalization हो रहा है, इसके साथ ही अमेरिका, जापान जैसे शक्तिशाली देशों के साथ भारत के व्यापारिक रिश्ते भी मजबूत हो रहे हैं, जिसकी वजह से फॉरेन लैग्वेज की जानकारी रखने वाले प्रोफेशनल्स की डिमांड भी काफी बढ़ रही है।
इसी वजह से फॉरेन लैग्वेंज कोर्सेस का स्कोप भी लगातार बढ़ता जा रहा है, क्योंकि इसमें करियर बनाने के ढेरो विकल्प मौजूद हैं और अच्छी नौकरी के मौके भी मिलते हैं।
विदेशी भाषा में करियर कैसे बनाएं | Career in Foreign Language
वहीं फॉरेन लैंग्वेज सीखने वाले युवाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। खुद को और अधिक बेहतर बनाने के लिए युवा हिन्दी, अंग्रेजी के साथ-साथ अपनी कमांड जर्मन, स्पेनिश, फ्रैंच, कोरियन,चायनीज, जैपनीज, पर्शियन समेत तमाम विदेशी भाषाओं में अपना नॉलेज बना रहे हैं, ताकि उनकी तरक्की की राहें आसान हो सकें।
Career in Foreign Language in Hindi |
वहीं भारत में भी पिछले कुछ सालों में फॉरेन लैंग्वेज कोर्सेस करवाने वाले संस्थानों में भी वृद्धि हुई है, इन इंस्टीट्यूट के माध्यम से छात्र किसी भी फॉरेन लैंग्वेज में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या फिर डिग्री कोर्सेस कर सकते हैं।
वहीं अगर आप भी फॉरेन लैंग्वेज में अपना करियर बनाने की सोच रहे हैं तो इसके लिए हम आपको इससे जुड़ी पूरी जानकारी उपलब्ध करवा रहे हैं, जो कि इस प्रकार है –
फॉरेन लैंग्वेज में करियर बनाने के यह हैं बेसिक स्किल्स – Jobs that Require Foreign Language Skills
जो छात्र फॉरेन लैंग्वेज में अपना करियर बनाना चाहते हैं, उनमें नीचे दिए गई कुछ बेसिक स्किल्स का होना जरूरी है तभी वे इस फील्ड में खुद को बेहतर साबित कर सकेंगे और मल्टीनेशनल कंपनी में अपनी क्षमता का अच्छे से प्रदर्शन कर सकेंगे।
- भाषा में अच्छी पकड़ जरूरी
- गुड सेंस ऑफ ह्यूमर
- इंटरैक्टिव कम्यूनिकेशन स्किल
- अनुकूलनशीलता
- क्रिएटिव
- प्रेजेंस ऑफ माइंड
- उच्च बौद्धिक क्षमता
- मेहनत से काम करने की क्षमता
- ज्यादा समय तक काम करने की क्षमता
- लंबी दूरी की यात्रा करने की क्षमता
- स्वभाव में लचीलापन
- नई चीजें सीखने की इच्छा
- भाषा में निपुणता
- पॉजिटिव एटीट्यूड
- टीमवर्क
=> फॉरेन लैंग्वेज कोर्सेज – Foreign Language Courses
- ग्रेजुएट्स / पोस्टग्रेजुएट्स प्रोग्राम्स
- पीएचडी इन फॉरेन लैंग्वेज
- फॉरेन लैंग्वेज सर्टिफिकेट प्रोग्राम्स
- फॉरेन लैंग्वेज डिप्लोमा कोर्सेज
- फॉरेन लैंग्वेज एडवांस डिप्लोमा कोर्सेज
=> फॉरेन लैंग्वेज कोर्सेस के लिए शैक्षणिक योग्यता – Foreign Language Course Eligibility
फॉरेन लैंग्वेज में करियर के बढ़ रहे स्कोप को देखते हुए भारत में कई इंस्टीट्यूट डिग्री, डिप्लोमा, सर्टिफिकेट और पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्सेस करवाती हैं।
किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से 12वीं पास करने के बाद आप फॉरेन लैंग्वेज डिप्लोमा, सर्टिफिकेट, एवं डिग्री कोर्सेस कर सकते हैं। वहीं फॉरेन लैंग्वेज में पोस्ट ग्रेजुएट और मास्टर डिग्री कोर्सेस के लिए किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन की डिग्री होना जरूरी है।
वहीं पोस्ट ग्रेजुएशन और मास्टर डिग्री के बाद भी फॉरेन लैंग्वेज में डिप्लोमा, डिग्री, और एडवांस डिप्लोमा कोर्सेस किए जा सकते हैं।
=> फॉरेन लैंग्वेज में कोर्सेस की अवधि – Foreign Language Course Duration
फॉरेन लैंग्वेज में किए जाने वाले कोर्सेस की अवधि अलग-अलग कोर्सेस के आधार पर नीचे दी गई है –
- फॉरेन लैंग्वेज में सर्टिफिकेट प्रोग्राम्स की अवधि- 6 माह से 1 साल
- फॉरेन लैंग्वेज में डिप्लोमा प्रोग्राम्स की अवधि- 1-2 साल
- फॉरेन लैंग्वेज में ग्रेजुएट प्रोग्राम्स की अवधि- 3 साल
- फॉरेन लैंग्वेज में पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम्स की अवधि- 2 साल
=> फॉरेन लैंग्वेज में जॉब के हैं कई मौके – Foreign Language Job Opportunities
अगर आपकी फॉरेन लैंग्वेज में अच्छी पकड़ है तो आप टीचिंग, ट्रांसलेटर, इंटरप्रेटर, होटल, टूरिज्म समेत तमाम अलग-अलग क्षेत्रों में अपना भविष्य संवार सकते हैं, जिनमे से कुछ जॉब ऑप्शंस के बारे में हम आपको नीचे बता रहे हैं –
फॉरेन लैंग्वेज टीचर (विदेशी भाषा शिक्षक) के तौर पर जॉब – Foreign Language Teacher Job
फॉरेन लैंग्वेज में टीचिंग के क्षेत्र में भी आप अपना बेहतर करियर बना सकते हैं, अगर आपकी फॉरेन लैंग्वेज में अच्छी पकड़ है तो आप टीचर बनकर अच्छा पैसा कमा सकते हैं।
आप किसी स्कूल में टीचर के तौर पर नौकरी कर सकते हैं या फिर खुद का टीचिंग इंस्टीट्यूट खोलकर बच्चों को फॉरेन लैंग्वेज पढ़ाकर अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं, इसके अलावा भी टीचिंग को पार्ट टाइम प्रोफेशन के तौर पर भी कर सकते हैं।
वहीं टीचिंग से फॉरेन लैंग्वेज में कमांड मजबूत करने में भी मदत मिलती है।
इंटरप्रेटर (दुभाषिया) की जॉब – Foreign Language Interpreter Jobs
इस फील्ड में आप इंटरप्रेटर के तौर पर भी अपना करियर बना सकते हैं। लेकिन इसके लिए आपको दो या दो से ज्यादा भाषाओं का ज्ञान होना चाहिए।
दरअसल इंटरप्रेटर किसी व्यक्ति की भाषा को किसी अन्य लैंग्वेज में बदलकर समझाता है। इसलिए इंटरप्रेटर की वर्बल कम्यूनिकेशन स्किल्स भी अच्छी होनी चाहिए। किसी मीटिंग्स, कॉंफ्रेंस और स्पीच या फिर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में आजकल इंटरप्रेटर की काफी जरूरत पड़ती है।
वहीं स्पीच के दौरान लाइन बाई लाइन इंटरप्रेटर उस व्यक्ति की भाषा को टारगेट लैंग्वेज में बदल देता है।
ट्रांसलेटर (अनुवादक) की जॉब – Foreign Language Translator Jobs
आजकल कई ऐसी कंपनियां हैं जिनके पास कई विदेशी बिजनेस पाटर्नर्स और क्लाइंट्स हैं, जिनसे उन्हें अपने बिजनेस के बारे में बात करने के लिए और अपनी बिजनेस स्ट्रेटजी समझाने के लिए ट्रांसलेटर्स जरूरत पड़ती है, इसलिए अगर आपकी भी किसी फॉरेन लैंग्वेज में अच्छी कमांड है तो आप भी ट्रांसलेटर के तौर पर काम कर सकते हैं।
इसके साथ ही आप ट्रांसलेटर के तौर पर ऑनलाइन भी काम कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए किसी भी भाषा का मूल भाव बनाए रखना जरूरी है।
इसके अलावा आप फॉरेन लैंग्वेज का कोर्स कर बीपीओ, सरकारी संगठनों में, एमपी टूरिज्म में गाइड या एस्कॉटिंग, जन संपर्क अधिकारी,(फ्रीलांस राइटर, रिसर्च एसोसिएट, टूरिस्ट गाइड, होटल रिसोर्स, एयर होस्टेस या फ्लाइट स्टूअर्ड या फिर फॉरन सर्विसेस में जाकर फॉरेन लैंग्वेज एक्सपर्ट के तौर पर अच्छी-खासी कमाई कर सकते हैं।
=> फॉरेन लैंग्वेज एक्सपर्ट की यहां है काफी डिमांड, ये कंपनियां करती हैं हायर –
फॉरेन लैंग्वेज के जानकार की डिमांड आज हर क्षेत्र में तेजी से बढ़ रही है। कई सरकारी संगठन और कई बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियां फॉरेन लैंग्वेज एक्सपर्ट को नियुक्त कर रही हैं।
आपको बता दें कि संयुक्त राष्ट्र संगठन (UNO), विश्व व्यापार संगठन (WTO), अंतरराष्ट्रीय संगठनों के अलावा एयरलाइन्स, इंटरनेशनल मीडिया हाउस (प्रिंट, रेडियो, टी.वी), पर्यटन, होटल में विदेशी भाषा के जानकारों को काफी तवज्जों मिल रही हैं, वहीं इन क्षेत्रों में फॉरेन लैंग्वेज प्रोफेशनल्स को अच्छे पे स्केल पर भी नियुक्त किया जा रहा है।
इसके साथ ही आपको बता दें कि कॉग्निजेंट, सैमसंग, विप्रो, टेक महिंद्रा, ऑरेकल, बीएमडब्ल्यू, एक्सेंचर, एच.पी, टीसीएस, बॉश, इंफोसिस, थॉमसन, डेमलर, हुंडई, एवेंटिस, एलजी, जीई, समेत देश की कई बड़ी कंपनियां फॉरेन लैंग्वेज एक्सपर्ट्स को अच्छी सैलरी पैकेज पर हायर कर रही हैं।
वेतन – Foreign Language Careers Salary
फॉरेन लैंग्वेज एक्सपर्ट के तौर पर शुरुआत में आप लगभग 20 से 25 हजार रुपए कमा सकते हैं, फिर धीरे-धीरे अनुभव बढ़ने के साथ-साथ पे-स्केल भी बढ़ता जाता है।
इसके साथ ही ट्रांसलेटर के तौर पर आप तक़रीबन 150 से 200 रुपए तक हर पेज के हिसाब से भी कमा सकते हैं या फिर इंटरप्रेटर के तौर पर 500 से लेकर 800 रुपए प्रति घंटे तक कमा सकते हैं।
=> इन इंस्टीट्यूट से करें फॉरेन लैंग्वेज कोर्सेस – Best Institute for Foreign Language
- जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
- इंडो इटालियन चैंबर ऑफ कॉमर्स,मुम्बई
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय,वाराणसी
- रवीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय, कोलकाता
- राजस्थान यूनिवर्सिटी,जयपुर
- हैदराबाद विश्वविद्यालय, हैदराबाद
- बैंगलोर विश्वविद्यालय, बेंगलुरू
- लखनऊ यूनिवर्सिटी, लखनऊ
- राम कृष्ण मिशन,कोलकाता
- मुंबई,कोलकाता,नई दिल्ली और चेन्नई में मैक्स मुलर भवन
- द इंग्लिश एंड फॉरन लैंग्वेज यूनिवर्सिटी, लखनऊ
- पुणे विश्वविद्यालय,पुणे
- भारतीय विद्या भवन, नई दिल्ली
- पंजाब विश्वविद्यालय, पटियाला
- एम्बेसी ऑफ जापान, नई दिल्ली
- दिल्ली विश्वविद्यालय, नई दिल्ली।
तो इस तरह आप अपनी रुचि की भाषा का चयन कर फॉरेन लैंग्वेज का कोर्स कर आप अपना भविष्य बेहतर बना सकते हैं।
Note: अगर आपको Career in Foreign Language in hindi अच्छा लगे तो जरुर Share कीजिये।