BAMS course details in hindi | BAMS कोर्स क्या है, कैसे करे, योग्यता, फीस और करियर जॉब,सैलरी ?

BAMS Course details in hindi 

BAMS Course details in hindi  के बारे में आप इस पोस्ट में जानकरी प्राप्त करेंगे। चिकित्सा यानि के मेडिकल की शिक्षा के अंतर्गत आनेवाले विभिन्न शिक्षाक्रम की जानकारी बहूत बार हमे पुरी तरह से नही होती है। जिसमे जब इस शाखा से जुडे शिक्षाक्रम मे प्रवेश लेना हो तो ढेर सारे सवाल आपके मन मे होते है। जैसा के कोर्स से जुडी पात्रता, शिक्षा शुल्क, उपलब्ध महविद्यालय के विकल्प इत्यादी।

आपके इन्ही सवालो का जवाब देने के उद्देश्य से इस महत्वपूर्ण एवं खास लेख मे हम मेडिकल की शिक्षा से जुडे शिक्षाक्रम बी.ए.एम.एस की विस्तारपूर्वक जानकारी देने वाले है। जिसमे आपको ना केवल इस कोर्स की बुनियादी जानकारी मिलेगी बल्की आपके मन मे अगर शंकाए हो तो उनका समाधान भी जानकारी के माध्यम से हो पायेगा

अगर आपने कक्षा बारवी विज्ञान धारा  से उत्तीर्ण की है और आप इस शिक्षाक्रम के लिये प्रवेश लेना चाहते है, तो आपके लिये दिये जाने वाली जानकारी अवश्य अनमोल मार्गदर्शन के तौर पर सिद्ध होगी।

BAMS Course Details in hindi 

BAMS course details in hindi – BAMS एक प्रमुख आयुर्वेदिक चिकित्सा कोर्स है और भारत सरकार के आयुष विभाग द्वारा मान्यता प्राप्त करता है। इसमें चिकित्सा और आयुर्वेद के मूल सिद्धांतों का अध्ययन किया जाता है और यह एक व्यक्तिगत कीर्ति और करियर के रूप में मान्यता प्राप्त करता है। NIIT परीक्षा के द्वारा छात्रों को BAMS में प्रवेश का अवसर मिलता है, और यह परीक्षा निर्दिष्ट पात्रता मानदंडों के आधार पर दी जाती है। बीएएमएस (BAMS) भारत का एक प्रसिद्ध आयुर्वेद पारंपरिक चिकित्सा कला आधारित स्नातक चिकित्सा कोर्स है, जिसकी अवधी 12वी के बाद 5 वर्ष की होता है। 

BAMS Course details in hindi 

यह विभिन्न प्रमुख चिकित्सा विषयों की एक बड़ी श्रेणी है और इसमें विभिन्न चिकित्सा विज्ञान के पहलू शामिल होते हैं। निम्नलिखित प्रमुख विषयों पर विवरण दिया गया है:

  1. शरीर रचना विज्ञान (Anatomy): यह विज्ञान शरीर के विभिन्न अंगों और उनके संरचनात्मक विशेषताओं का अध्ययन करता है।
  2. शरीर क्रिया विज्ञान (Physiology): इसमें शरीर के विभिन्न अंगों और उनके कार्यों का अध्ययन किया जाता है, जैसे कि दिल की क्रिया, श्वसन प्रणाली, आदि।
  3. चिकित्सा के सिद्धांत (Medical Principles): इसमें चिकित्सा के मूल सिद्धांतों का अध्ययन किया जाता है, जिन्हें रोगों के निदान और उपचार में अपनाया जाता है।
  4. रोगों से बचाव (Preventive Medicine): यह चिकित्सा के बीमारियों से बचाव के उपायों का अध्ययन करता है और जनस्वास्थ्य को सुधारने के उपायों पर ध्यान केंद्रित करता है।
  5. फार्माकोलॉजी (Pharmacology): यह दवाओं के प्रभाव, उनके उपयोग, और उनके साथ होने वाले प्रतिक्रियाओं का अध्ययन करता है।
  6. विषविज्ञान (Toxicology): इसमें जहरीले पदार्थों के प्रभाव और उनके नकारात्मक प्रभावों का अध्ययन किया जाता है।
  7. फोरेंसिक चिकित्सा (Forensic Medicine): यह विधिविज्ञान के तरीकों का उपयोग करके अपराधी गतिविधियों के समय और परिस्थितियों के बारे में जानकारी प्रदान करता है।
  8. कान-नाक-गले की चिकित्सा (ENT – Ear, Nose, Throat Medicine): इसमें कान, नाक, और गले के रोगों का चिकित्सा और उनके उपचार का अध्ययन किया जाता है।
  9. आँख की चिकित्सा (Ophthalmology): यह विज्ञान आँख के रोगों के चिकित्सा और उनके संरचनात्मक विशेषताओं का अध्ययन करता है।
  10. शल्यक्रिया मॉडर्न मेडिसिन (Modern Surgery): इसमें शल्यक्रिया चिकित्सा के आधुनिक तरीकों और सिद्धांतों का अध्ययन किया जाता है, जिसमें विभिन्न प्रकार की शल्यक्रिया (सर्जरी) की तकनीकों का विवरण शामिल होता है।

ये चिकित्सा विषय व्यक्तिगत स्वास्थ्य और सामाजिक चिकित्सा के विभिन्न पहलुओं को समझने और उनके उपचार करने में मदद करते हैं। इनमें से किसी भी विषय पर अध्ययन करके चिकित्सा के क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त की जा सकती है।

bams ka full form in hindi

मेडिकल की शाखा के अंतर्गत आनेवाला शिक्षाक्रम बी.ए.एम.एस का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी होता है। जिसमे आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धती के अंतर्गत आनेवाले सभी मुलभूत विषयो की जानकारी दी जाती है।तथा चिकित्सा मे इस्तेमाल होने वाले विभिन्न चिजो का व्यवहारिक तथा सैद्धांतिक तौर पर ज्ञान प्रदान किया जाता है।

दुनियाभर मे सबसे ज्यादा भारत मे शुरुवात से ही इस शिक्षाक्रम की ओर छात्रो का खासा झुकाव रहा है, जो की भारत मे ही आयुर्वेद का सबसे ज्यादा चलन एवं प्रसार बहूत पूर्व से हुआ था।

BAMS की फीस कितनी है?

इस शिक्षाक्रम के शुल्क की बात करे तो आपको शिक्षाक्रम को पुरा होने तक लगभग ५ लाख से ६ लाख तक का शिक्षा शुल्क लग सकता है, जिसमे आपका महाविद्यालय का चयन एक महत्वपूर्ण चिज होती है।

जैसे के अगर आप इस कोर्स को करने हेतू निजी महाविद्यालय मे प्रवेश लेते है तो शिक्षा शुल्क मे बढोतरी होती है, वही सार्वजनिक महविद्यालय से शिक्षाक्रम को पुरा करना बहूत हद तक आपके खर्चे को कम कर देता है।

इसमे बहूत बार कुछ छात्रो को उनके खुद्के शहर को छोडकर अन्य शहरो मे पढाई हेतू जाना पडता है, इस स्थिती मे अन्य खर्च अतिरिक्त तौर पर इस शिक्षा शुल्क के साथ जुड जाते है।

एमबीबीएस की पढ़ाई कितने साल की होती है?

बी.ए.एम.एस का पुरा शिक्षाक्रम साढे पाच साल का होता है, जिसमे साढे चार साल तक महाविद्यालयीन शिक्षा सेशन को पुरा करना होता है। और बादमे एक साल का अनिवार्य इंटर्नशिप होता है, जिसमे छात्रो को चिकित्सा शिक्षा संबंधी प्रॅक्टिस करना होता है।

इस तरह से कुल मिला के साढे पाच साल के इस शिक्षा क्रम की अवधी आपके अधिकतर बार असफल होने पे बढ भी सकती है।

बी.ए.एम.एस शिक्षाक्रम मे प्रवेश हेतू पात्रता 

इस शिक्षाक्रम मे प्रवेश हेतू पात्रता के कुछ प्रमुख मापदंड होते है, जिनके आधार पर छात्रो को प्रवेश दिया जाता है। निचे हमने इन चिजो पर जानकारी दी है, जो आपको जरूर लाभदायी होगी।

  • बी.ए.एम.एस मे प्रवेश हेतू न्यूनतम शिक्षा की पात्रता कक्षा बारवी उत्तीर्ण होना आवश्यक होता है, जो के अनिवार्य होता है।
  • आपने  कक्षा बारवी  विज्ञान शिक्षा धारा से भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान इन विषयो के साथ उत्तीर्ण करना अनिवार्य होता है।
  • कक्षा बारवी मे आपके कुल अंक न्यूनतम ५० प्रतिशत तक होने चाहिये।
  • मेडिकल की शिक्षा के लिये ली जाने वाली राष्ट्रीय स्तर की पात्रता परीक्षा नीट (NEET – नेशनल एलिजीबिलीटी कम एंट्रन्स एक्जाम)अच्छे अंको के साथ उत्तीर्ण करना अनिवार्य होता है।

उपरोक्त दिये गये सभी मापदंड को पुरा करने वाले छात्र अंतिमतः (BAMS) बी.ए.एम.एस मे प्रवेश हेतू पात्र कहलाते है।

बी.ए. एम.एस मे प्रवेश की प्रक्रिया

जिन छात्रो ने कक्षा बारवी विज्ञान शिक्षा धारा से जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान एवं भौतिक विज्ञान विषयो के साथ सफलतापूर्वक पुरी की हो। तथा मेडिकल की राष्ट्रीय स्तर की पात्रता परीक्षा नीट उत्तीर्ण की हो। वो सभी छात्र विभिन्न सरकारी एवं निजी मेडिकल के महविद्यालय मे प्रवेश हेतू आवेदन कर सकते है।

हालाकि नीट पात्रता परीक्षा का अंतिम परिणाम आने के बाद इस कोर्स हेतू मेडिकल के महविद्यालय मे प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। जहा पर छात्रो की नीट पात्रता परीक्षा मे प्राप्त अंको के आधार पर मेरीट लिस्ट लगाई जाती है, जिसमे अच्छे अंक प्राप्त छात्र आसानी से प्रवेश प्राप्त कर सकते है।

पात्रता परीक्षा मे अच्छे अंक प्राप्त छात्रो को देशभर के विभिन्न महाविद्यालय मे प्रवेश के विकल्प मौजूद होते है, जिसमे अपनी पसंद अनुसार छात्र महविद्यालय का चयन कर सकते है। बहूत बार कम अंक प्राप्त छात्र या तो प्रतीक्षा की सूची मे रहते है, या फिर उन्हे अन्य निजी या सार्वजनिक महविद्यालय मे प्रवेश के विकल्प चूनने होते है।

इस तरह लगभग कुछ समय के अंतराल मे प्रवेश की प्रक्रिया को देश के सभी महाविद्यालयो द्वारा पुरा किया जाता है, जिसमे सालाना लाखो की संख्या मे देशभर के छात्र प्रवेश लेते है।

बी.ए.एम.एस मे प्रवेश हेतू पात्रता परीक्षा 

मेडिकल के लिये राष्ट्रीय स्तर पर पात्रता परीक्षा ‘नीट’ का देशभर मे तय समय पर आयोजन किया जाता है। जिसे मेडिकल के शिक्षाक्रम मे प्रवेश हेतू देना अनिवार्य होता है, जिसमे जीव विज्ञान, भौतिक विज्ञान एवं रसायन विज्ञान से जुडे सवाल पुछे जाते है। यहा आपको अगर बी.ए.एम.एस मे प्रवेश लेना है तो इस पात्रता परीक्षा देना अनिवार्य हो जाता है।

एमबीबीएस में क्या पढ़ाया जाता है?

यहा आपको एक महत्वपूर्ण बात ध्यान मे रखना है के, बी.ए.एम.एस का एक सेशन डेढ साल का होता है इस तरह से साढे चार साल का पाठ्यक्रम निचे दिये गये तौर पर होता है।

प्रथम साल (डेढ साल अवधी)

  • हिस्ट्री ऑफ़ आयुर्वेदा
  • फिजियोलॉजी (क्रिया शरीर)
  • पंचकर्म
  • संस्कृत
  • समिता
  • रसायना
  • एनाटॉमी (रचना शरीर)
  • वाजीकरण
  • हिस्ट्री ऑफ़ मॉडर्न मेडिसिन

द्वितीय वर्ष (डेढ साल अवधी)

  • फार्मास्युटीक्ल्स ऑफ आयुर्वेदा (रस शास्त्र एवं भैसज्य कल्पना)
  • टॉक्सिकोलॉजी (अगद तंत्र)
  • पैथोलॉजी (निदान विज्ञान)
  • मेडीका ऑफ आयुर्वेदा (द्रव्य गुणा)
  • जुरीसप्रूडेंस (विधी वैद्यक)
  • नाडी परीक्षा (पल्स डायग्नोसिस)

तृतीय साल (डेढ साल अवधी)

  • ई.एन.टी,आई एंड डेंटिस्ट्री (शालक्य तंत्र)
  • गायनोकोलॉजी (प्रसूती तंत्र)
  • मेडिकल एथिक्स एंड योग
  • काया चिकित्सा (जनरल मेडिसिन)
  • ऑबस्टेस्ट्रीक(स्त्री योगा)
  •  डिसेस्ट्रेशन

इस तरह से कुल मिलाके साढे चार साल का शिक्षा सेशन होता है, उसके बाद एक साल का अनिवार्य तौर पर इंटर्नशिप होता है। इस तरह से साढे पाच साल इस शिक्षा क्रम को पुरा करने के लिये लगता है।

बी.ए.एम.एस के लिये कुछ महत्वपूर्ण books

निचे हमने कुछ महत्वपूर्ण किताबे दी है जो के आपको इस शिक्षाक्रम की पढाई के लिये फायदेमंद साबित हो सकती है।

  • क्लिनिकल मेथड्स इन आयुर्वेदा – के. आर. एस मूर्ती
  • हिस्ट्री ऑफ मेडिसिन इन इंडिअन आचार्य
  • संस्कृत आयुर्वेद सुधा – डॉ. बी.एल गौर
  • टेक्स्ट बुक ऑफ पैथोलॉजी – विलियम बॉइड्स
  • क्लिनिकल पैथोलॉजी एंड बैक्टीरियोलॉजी- एस.पी.गुप्ता
  • हिस्ट्री ऑफ इंडिअन मेडिसिन (१-३ पार्ट) – डॉ.गिरीन्द्र्नाथ मुखोपाध्याय
  • सायको पैथोलॉजी इन इंडिअन मेडिसिन – डॉ. एस.पी गुप्ता
  • इंडिअन मेडिसिन इन द क्लासिकल एज आचार्य
  • आयुर्वेदिक ह्युमन एनाटॉमी

 बी.ए.एम.एस के लिये कॉलेज

1. महाराष्ट्र के प्रमुख बी.ए.एम.एस कॉलेज/युनिवर्सिटी – B.A.M.S Colleges in Maharashtra

महाराष्ट्र के अंतर्गत आनेवाले महाविद्यालय मे सरकारी और निजी महविद्यालय शामिल है, जिसमे हम कुछ प्रमुख शहरो के साथ अन्य सभी महाविद्यालय की जानकारी यहा आपको देंगे। जैसा के ;

  • महाराष्ट्र के निजी बी.ए.एम.एस महाविद्यालय – Private BAMS Colleges in Maharashtra
  • दत्ता मेघे इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस – वर्धा
  • सुमतीबाई शाह आयुर्वेद महाविद्यालय – पुणे
  • पी.डी.ई.ए कॉलेज ऑफ आयुर्वेद एंड रिसर्च सेंटर – पुणे
  • एस.एस.टी.एस आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज – अहमदनगर
  • सी.एस.एम.एस.एस आयुर्वेद महाविद्यालय एंड रुग्णालय- औरंगाबाद
  • भाऊसाहेब मुळक आयुर्वेद महाविद्यालय एंड हॉस्पिटल – नागपूर
  • विदर्भ आयुर्वेद महविद्यालय – अमरावती
  • केदारी आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज – कोल्हापूर
  • मांजरा आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल – लातूर
  • तिलक आयुर्वेद महाविद्यालय – पुणे
  • नालासोपारा आयुर्वेद कॉलेज – ठाणे
  • लोकनेते राजाराम बापू पाटील आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज – सांगली
  • श्री सप्तशृंगी आयुर्वेद महाविद्यालय एंड हॉस्पिटल – नाशिक, इत्यादी।………

महाराष्ट्र के सार्वजनिक बी.ए. एम.एस महाविद्यालय/युनिवर्सिटी – BAMS Government Colleges in Maharashtra

  • गवर्नमेंट आयुर्वेद कॉलेज – नागपूर
  • गवर्नमेंट आयुर्वेद कॉलेज – नांदेड
  • गवर्नमेंट आयुर्वेद कॉलेज – उस्मानाबाद
  • आर.ए पोदार आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज – मुंबई
  • आयुर्विद्या प्रसारक मंडल महाविद्यालय – मुंबई
  • अष्टांग आयुर्वेद कॉलेज – पुणे
  • के.जी. मित्तल आयुर्वेद महाविद्यालय – मुंबई
  • आयुर्वेद सेवा संघ आयुर्वेद महाविद्यालय- नाशिक
  • श्री आयुर्वेद महाविद्यालय – नागपूर
  • सेठ चंदामल मुठा आर्यंगल वैद्यक महाविद्यालय – सातारा
  • गवर्नमेंट आयुर्वेद कॉलेज – जलगाव
  • दयाभाई मावजी मजेठीया आयुर्वेद महाविद्यालय – यवतमाल
  • के.व्ही.टी रणधीर आयुर्वेद महाविद्यालय – शिरपूर
  • राधाकृष्ण तोष्णीवाल आयुर्वेद महाविद्यालय – अकोला, इत्यादी।………

कर्नाटका के बी.ए.एम.एस कॉलेज/युनिवर्सिटी – BAMS Colleges in Karnataka

  • येनेपोया युनिवर्सिटी – मंगलोर
  • हिलसाइड अकादमी – बंगळूर
  • ए.व्ही.एस आयुर्वेद महाविद्यालय – विजापूर
  • के.एल.ई युनिवर्सिटी – बेलगांव
  • राजीव गांधी युनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ सायंस – बंगळूर
  • आचार्य देशभूषण आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल – बेलगांव
  • डी.जी.एम आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज- गडग
  • श्री बसवेश्वर विद्या वर्धक संघ आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज – बागलकोट
  • श्री विजय महंतेश विद्या वर्धक संघ आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज- बागलकोट
  • श्री जगद्गुरू गवी सिद्धेश्वरा आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज – कोप्पल
  • जे एस एस आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल – मैसूर
  • अरुर लक्ष्मीनारायण राव मेमोरिअल आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज – कोप्पा
  • टी.एम.ए.इ.एस आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज – शिमोगा
  • अलवास आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज – मूदबिद्री
  • आत्रेय आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज – डोडबल्लापुरा
  • श्री राघवेंद्र आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल – चित्रदुर्ग
  • आयुर्वेदिक महाविद्यालय एंड हॉस्पिटल – हुबळी, इत्यादी।……..

बंगळूर के बी.ए.एम.एस कॉलेज/ युनिवर्सिटी – BAMS Colleges in Bangalore

  • बापुजी आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल
  • इंडिअन इन्स्टीट्युट ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड रिसर्च
  • श्री जे जी कोऑपरेटिव्ह हॉस्पिटल एंड रिसर्च इन्स्टीट्युट
  • श्री कलाब्र्यावेश्वरा स्वामी आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल एंड रिसर्च इन्स्टीट्युट
  • श्री श्री कॉलेज ऑफ आयुर्वेदिक सायन्स एंड रिसर्च इन्स्टीट्युट
  • एस.डी.एम इन्स्टीट्युट ऑफ आयुर्वेद, इत्यादी।………..

उत्तर प्रदेश के बी.ए.एम.एस कॉलेज/ युनिवर्सिटी – BAMS Colleges in UP

  • बनारस हिंदू युनिवर्सिटी- वाराणसी
  • छत्रपती शाहू जी महाराज युनिवर्सिटी- कानपूर
  • रामा युनिवर्सिटी- कानपूर
  • इन्स्टीट्युट ऑफ मेडिकल सायन्सेस – वाराणसी
  • ग्लोकल युनिव्हर्सिटी – सहारनपुर
  • संस्कृती युनिवर्सिटी- मथुरा
  • महात्मा ज्योतिबा फुले रोहिलखंड युनिवर्सिटी – बरेली
  • अलिगढ युनानी आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एंड ए.सी.एन हॉस्पिटल – अलिगढ
  • मेजर एस डी सिंग आयुर्वेदिक कॉलेज एंड हॉस्पिटल – फारुखाबाद
  • दिव्य ज्योती आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज – गाजियाबाद, इत्यादी।……….

राजस्थान के बी.ए.एम.एस कॉलेज/युनिवर्सिटी – BAMS Colleges in Rajasthan

  • तांतिया युनिव्हर्सिटी – श्रीगंगानगर
  • ज्योती विद्यापीठ वुमेन युनिवर्सिटी- जयपूर
  • माधव युनिवर्सिटी- सिरोही
  • नेशनल इन्स्टीट्युट ऑफ आयुर्वेदा – जयपूर
  • डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेदिक युनिवर्सिटी – जोधपुर
  • भगवंत युनिवर्सिटी- अजमेर
  • मदन मोहन मालवीय गवर्नमेंट आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज- उदयपुर
  • श्री भंवर लाल डूगर आयुर्वेदिक विश्वभारती – चुरू
  • शेखावती आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल – झुनझुनू
  • काला आश्रम आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल – उदयपुर, इत्यादी।…………

मध्य प्रदेश के बी.ए.एम.एस कॉलेज/ युनिवर्सिटी – BAMS Colleges in MP

  • गवर्नमेंट अष्टांग आयुर्वेद कॉलेज – इंदोर
  • एल.एन आयुर्वेद कॉलेज एंड हॉस्पिटल – भोपाल
  • पंडित डॉ. शिव शक्ती लाल शर्मा आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज – रतलाम
  • पंडित खुशिलाल शर्मा गवर्नमेंट ऑटोनॉमस आयुर्वेदा कॉलेज एंड इन्स्टीट्युट – भोपाल
  • शुभदीप आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल- इंदोर
  • गवर्नमेंट ऑटोनॉमस धन्वंतरी आयुर्वेदा कॉलेज- उज्जैन
  • गवर्नमेंट ऑटोनॉमस आयुर्वेदा कॉलेज एंड हॉस्पिटल – ग्वालियर
  • मध्य प्रदेश मेडिकल सायन्स युनिवर्सिटी – जबलपूर
  • मंदसौर युनिवर्सिटी – मंदसौर, इत्यादी।………………

बिहार के बी. ए. एम.एस कॉलेज/युनिवर्सिटी – BAMS Colleges in Bihar

  • डॉ.आंबेडकर बिहार युनिवर्सिटी – मुझफ्फरपुर
  • आर्यभट्ट नॉलेज युनिवर्सिटी – पटना
  • गवर्नमेंट आयुर्वेदिक कॉलेज हॉस्पिटल – पटना
  • श्री मोती सिंग जागेश्वरी आयुर्वेद कॉलेज एंड हॉस्पिटल – छप्रा
  • दयानंद आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल – सिवान, इत्यादी।………..

BAMS के बाद क्या कर सकते हैं?

बी.ए.एम.एस के बाद करने योग्य कोर्सेस जैसे के बी.ए.एम.एस शिक्षा क्रम एक स्नातक स्तर की डिग्री होती है तो इसे पुरा करने के उपरांत आप निचे दिये गये कुछ कोर्स कर सकते है;

  • एम.डी इन आयुर्वेदा
  • एम.बी.ए
  • एल.एल.बी, इत्यादी।…..

बी.ए.एम.एस के बाद पोस्ट ग्रेज्यूएशन कोर्सेस – PG Courses after BAMS

कुछ पोस्ट ग्रेज्यूएशन कोर्सेस निचे दिये हुये है, जिनको आप बी.ए.एम.एस शिक्षाक्रम को पुरा करने के बाद उच्च शिक्षा के तौर पर चून सकते है।

  • एम.बी.ए (हॉस्पिटल हेल्थकेअर मैनेजमेंट)
  • एम.डी / एम.एस (आयुर्वेदा)
  • एम.पी.एच
  • एम.एस.सी हेल्थ सायन्स
  • एम.एस.सी न्युट्रीशन, इत्यादी।………

बी.ए.एम.एस के बाद फेलोशिप कोर्सेस – Fellowship Courses after BAMS

कुछ फेलोशिप कोर्सेस की जानकारी यहा आप को दी गई है, जिसे आप बी.ए.एम.एस के बाद कर सकते है।

  • पोस्ट ग्रेज्यूएट फेलोशिप कोर्से इन पंचकर्म
  • पोस्ट ग्रेज्यूएट सर्टिफिकेट कोर्स इन क्षारसूत्र चिकित्सा

 रोजगार के अवसर 

जैसा के बी.ए.एम.एस चिकित्सा का शिक्षाक्रम है, तो इसमे रोजगार संबंधी कुछ निचे दिये हुये विकल्प सामने आते है। ये सभी पद निजी और सार्वजनिक क्षेत्र मे उपलब्ध होते है।

  • चिकित्सक
  • आयुर्वेदिक महविद्यालय मे अध्यापक
  • मैनेजर
  • क्लिनिकल रिसर्च असोशिएट
  • ड्रग मैन्युफैक्चरर
  • हेल्थ सुपरवायजर
  • मेडिकल सुपरवायजर, इत्यादी।………

 BAMS की सैलरी कितनी होती है?

जैसा के चिकित्सा के बी.ए.एम.एस शिक्षाक्रम को पुरा करने के बाद सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र मे विभिन्न पदो पर कार्य करने का मौका मिलता है, जिसमे पद और रोजगार क्षेत्र के अनुसार सैलरी दी जाती है। हालाकि स्वतंत्र चिकित्सक के तौर पर भी इस शिक्षाक्रम पर काम कर सकते है।

चिकित्सक के तौर पर निजी और सरकारी अस्पताल मे लगभग बीस हजार से पचास हजार तक की प्रती माह सैलरी दी जाती।

तो इस तरह से आपको हमने लगभग सभी तरह के मुद्दो पर बी.ए.एम.एस कोर्स के विषय मे जानकारी दी है, जिसका आपको अवश्य लाभ होगा। आशा करते है इस लेख द्वारा दी गई जानकारी आपको काफी पसंद आई होगी, इस तरह के शिक्षा संबंधी और अधिक विषयो को पढने के लिये हमारे अन्य लेख अवश्य पढे। हमसे जुडे रहने के लिये बहूत धन्यवाद।

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FAQ

१. बी.ए.एम.एस शिक्षाक्रम कितने साल का होता है?

जवाब: साढे पाच साल का।

२. क्या मुझे बी.ए.एम.एस मे प्रवेश हेतू पात्रता परीक्षा देना अनिवार्य होता है?

जवाब: हा।

३. बी.ए.एम.एस का फुल फॉर्म क्या होता है?

जवाब: बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक एंड मेडिसिन एंड सर्जरी।

४. क्या मै बी.ए.एम.एस कोर्स के बाद गायनोकोलॉजी मे एम.एस कोर्स हेतू प्रवेश ले सकता हु?

जवाब: नही, इसलिये आपको एम.डी इन प्रसूती तंत्र कोर्स को पुरा करना होगा। इस कोर्स का स्तर गायनोकोलॉजीस्ट स्तर का होता है।

५. क्या मै बी.ए.एम.एस कोर्स को कॉरेस्पोंडेंस के तौर पर कर सकता हु?

जवाब: हा, पर इस तरह के शिक्षा के लिये उपलब्ध कॉलेज बहूत कम होते है।

६. बी.ए.एम.एस किस स्तर का शिक्षा क्रम होता है?

जवाब: स्नातक स्तर या ग्रेज्यूएशन स्तर।

७. मेडिकल कोर्स बी.ए.एम.एस के लिये प्रवेश हेतू न्यूनतम शिक्षा की पात्रता क्या है?

जवाब: कक्षा १२ वी विज्ञान शिक्षा धारा से भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान एवं जीव विज्ञान से उत्तीर्ण करना अनिवार्य होता है। जिसमे आपके कमसे कम अंक ५० प्रतिशत होने चाहिये।

८. आयुर्वेद चिकित्सा मे स्नातक स्तर या बैचलर की डिग्री किस नाम से जानी जाती है?

जवाब: बी.ए.एम.एस या फिर बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक एंड मेडिसिन सर्जरी।

९. आयुर्वेद के जनक या देवता किसे माना जाता है?

जवाब: धन्वंतरी को।

१०. बी.ए.एम.एस की शिक्षा के बाद क्या इंटर्नशिप करना अनिवार्य होता है?

जवाब: हा।