DNA kya hai? डीएनए के बारे में यह ख़ास बातें आप नहीं जानते होंगेआप अपने आस पास डीएनए से जुडी बातें जरूर सुनते होंगे। लेकिन क्या आप इस डीएनए के बारे में कितना जानते हो, आखिर ये DNA है क्या ? तो आइये आज हम आपको इस डीएनए के बारे कुछ ऐसी बातें बताते है जिन्हें आप नहीं जानते होंगे।
DNA kya hai?
डीएनए का फुल फॉर्म – डीएनए एक तरह का डी – आक्सी न्यूक्लिक अम्ल है। जो अणुओं के एक घुमावदार सीढ़ी के आकर की एक कड़ी है। इसमें जीवों की विशेषता और उनके अनुवांशिक लक्षणों की जानकारी होती है। आप जानते होंगे की हमारे पूर्वज बंदर थे और यही कारण है की हमारा डीएनए , चिम्पांजी नमक बन्दर से 95 % मेल खता है।
DNA के प्रकार – DNA Kitne Prakar ke hote
DNA न्यूक्लियोटाइड नाम के अणुओं से मिलकर बना होता है। हर एक न्यूक्लियोटाइड के 3 प्रकार होते है फास्फेट अणु, शुगर अणु, नाइट्रोजन बेस। नाइट्रोजन बेस के भी 4 प्रकार के होते है, जो DNA की संरचना बनाते हैं।
1 . एडेनिन,
2. ग्वानिन,
3. थायमिन,
4. साइटोसिन।
आप को यह जानकर हैरानी होगी की इंसान के डीएनए का 50 % हिस्सा केले के डीएनए के समान है। केले के अलावा गोबी का डीएनए भी इंसान के डीएनए से कुछ हद तक मिलता है।
वैज्ञानिकों के अनुसार – अगर डीएनए को फैलाया जाए तो यह धरती से सूरज तक लगभग 600 बार पहुँच सकता है।
आप को जानकर हैरानी होगी की 1 ग्राम डीएनए में 700 टेट्रा बाइट डाटा को स्टोर किया जा सकता है। ताज्जुब की बात ये है की इंसान के DNA से उसके पूर्वजों की भी जानकारी हासिल की जा सकती है, इतना ही नहीं उसमें पीढ़ी दर पीढ़ी हुए बदलावों और , और किस स्थानों पर वो रहे थे इसके बारे में भी पता चल सकता है।
सन 1943 में पहली बार वैज्ञानिकों को पता चला कि DNA में जेनेटिक जानकारियां भी स्टोर रहती हैं। आप को बता दें को DNA को केवल सूरज की अल्ट्रावाइलेट किरणें ही नष्ट कर सकती हैं।
डीएनए को रिपेयर नहीं किया जा सकता है। इंसान की कोशिका में डीएनए- DNA प्रतिदिन एक हजार से दस लाख बार छतीग्रस्त होता है ,लेकिन हमारे शरीर में ऐसा सिस्टम होता है जो इसकी मरमत कर देता है।