Hard Topic को Easy कैसे बनाए?

Hard Topic को Easy कैसे बनाए:- चाहे आप किसी भी क्लास में पढ़ते हों.आपके कोर्स में भी कुछ सब्जेक्ट्स और टॉपिक्स बहुत इजी होंगे और कई इतने टफ, कि उन्हें रीड करने का भी मन नहीं करता होगा और जब रीड कर लेते हैं तो कुछ समझ नहीं आता होगा लेकिन क्या करें अच्छे मार्क्स चाहिए तो पढ़ना और समझना तो सबकुछ होगा क्योंकि एग्जाम पेपर में तो कुछ भी आ सकता है।

ऐसे में इन हार्ड लगने वाले टॉपिक्स को ईजी कैसे बनाया जाये ताकि इन्हें आसानी से समझा जा सके और कॉन्सेप्ट क्लियर हो जाये और हाँ, इनसे बचने के लिए टालमटोल भी ना करनी पड़े।

इसके लिए आपको बस कुछ सिंपल ट्रिक्स को ध्यान में रखना है जिसके बाद आपकी ये प्रॉब्लम सॉल्व होने लग जाएगी और ये ट्रिक्स आपको usefulgyan.com के इस Blog Post में आगे मिलने वाली है इसलिए Blog Post को पूरा पढ़िए।

किसी भी Topics को जल्दी कैसे समझे ?

तो चलिए,शुरू करते हैं और कठिन टॉपिक को आसानी से समझने के कुछ टिप्स  जानते हैं –

टिप नंबर 1

Hard Topic को Easy कैसे बनाए?
Hard Topic को Easy कैसे बनाए?

सबसे पहले हेडिंग्स पर ध्यान दीजिये –
कई बार हम पढ़ने में इतनी हड़बड़ी करते हैं, खासकर टफ सब्जेक्ट्स को कि, टॉपिक नेम भी ढ़ंग से नहीं पढ़ते और बस रीडिंग लगाना शुरू कर देते हैं जबकि इसी टफ टॉपिक में,

हमारी मदद करने वाले इतने सारे पॉइंट्स मौजूद होते हैं जैसे हेडिंग्स और सबहेडिंग्स। हेडिंग्स और सबहेडिंग हमें उस टॉपिक के बारे में काफी कुछ बता देती हैं

यानी अगर हम उन्हें ध्यान से पढ़ें और उनके बेस पर ये विजुअलाइज करने की कोशिश करें कि इस टॉपिक में हम क्या जानने वाले हैं,

तो हमारा माइंड इस नयी इन्फॉर्मेशन को समझने के लिए तैयार होने लगता है यानी उस टॉपिक को समझना आसान होने लगता है इसलिए बिना कोई हड़बड़ी किये,

सबसे पहले टॉपिक या चैप्टर का नाम, हैडिंग और सबहैडिंग को पढ़िए और उस चैप्टर का पर्पस समझने की कोशिश करिये।

टिप नंबर 2

टॉपिक को छोटे – छोटे पार्ट्स में बाँटिये –
टॉपिक चाहे साइंस का हो, हिस्ट्री का हो, इकोनॉमिक्स का हो या कॉमर्स का.. उसे एक बार में पूरा तो पढ़ा और समझा नहीं जा सकता और अगर ये टॉपिक या सब्जेक्ट आपको टफ भी लगता हो तो मुश्किल थोड़ी और बड़ी हो जाती है।

लेकिन इस बड़ी सी मुश्किल का एकदम छोटा सा सल्यूशन ये है कि आप इस टॉपिक को छोटे -छोटे पार्ट्स में बाँट लीजिये। इसके लिए चाहे तो आप नोट्स बनाइये या बुक में पेंसिल से मार्क करते चलिए।

हैडिंग और सबहेडिंग ने वैसे भी आपको पार्ट्स बनाकर दिए ही हैं, अब आगे आप उस टॉपिक की इन्फॉर्मेशन को डिवाइड कर दीजिये। फिर उन पार्ट्स को पढ़िए।

आपको यकीन नहीं होगा कि कब इन छोटे पार्ट्स को मिलाकर आपका एक बड़ा टॉपिक तैयार भी हो जायेगा. और क्योंकि छोटे पार्ट को समझना और याद करना उतना मुश्किल नहीं होता है इसलिए टॉपिक का कॉन्सेप्ट भी तैयार हो ही जायेगा।

टिप नंबर 3

एक बार में एक कॉन्सेप्ट –
अक्सर कोई टॉपिक इसलिए भी हार्ड लगने लगता है क्योंकि उसमें एकसाथ कई टिपिकल कॉन्सेप्ट्स शामिल होते हैं जिन्हें एकसाथ समझ पाना मुश्किल लगने लगता है। ऐसे में आपको क्या करना चाहिए ?

एकसाथ सारे कॉन्सेप्ट्स बैक टू बैक समझने के लिए खुद को फ़ोर्स करना चाहिए या एक कॉन्सेप्ट को क्लियर करने के बाद ही नेक्स्ट कॉन्सेप्ट या प्रॉब्लम पर जाना चाहिए ?

एक बार में एक कॉन्सेप्ट ही करना चाहिए ना,राइट! ताकि आपका एक कॉन्सेप्ट एकदम क्लियर हो जाये और कुछ दिन बाद आपको फिर से परेशानी में ना डाले।

जब आप उस टॉपिक के बाकी सारे कॉन्सेप्ट्स का बर्डन दिमाग से हटा देंगे और सिर्फ एक पर फोकस करेंगे तो आपको बहुत ही कम प्रेशर फील होगा और एक – एक कॉन्सेप्ट को क्लियर करना आपके लिए आसान होता जाएगा।

इसे और इफेक्टिव बनाने के लिए आपको एक कॉन्सेप्ट क्लियर होते ही, पॉज लेना चाहिए। उस कॉन्सेप्ट की हाइलाइट्स को रिकॉल करना चाहिए और उसे रिपीट करना चाहिए। और इस टाइम अगर आप कुछ पॉइंट्स मिस कर गए हैं तो वापिस उस कॉन्सेप्ट को रीड करके,

फिर से ये प्रोसेस फॉलो करना चाहिए। इसमें भले ही आपको थोड़ा सा टाइम लग जाएगा लेकिन इस तरह तैयार किया हुआ टॉपिक.. ना तो आगे कभी हार्ड लगेगा और ना ही आपका ज्यादा टाइम लिया करेगा।

टिप नंबर 4

दूसरे सोर्स से इन्फॉर्मेशन भी लीजिये –
कई बार हम जिस टेक्स्टबुक से स्टडी कर रहे होते हैं, उसमें टॉपिक को इतना इजिली एक्सप्लेन नहीं किया होता है कि हम उसे तुरंत समझ पाए। इस वजह से टॉपिक हमें टफ लगने लग जाता है और फिर हम उसे टालना शुरू कर देते हैं।

इससे बेहतर ये होगा कि आप उसी टॉपिक को किसी और सोर्स से यानि कोई नोट्स या रेफ़्रेन्स बुक्स में से पढ़े। शायद उनमें वो टॉपिक इजी वे में एक्सप्लेन किया गया हो।

और अगर ऐसा नहीं भी हो, तो आपको एक से ज्यादा सोर्स से स्टडी करने से.. उस एक टॉपिक पर कई इम्पोर्टेन्ट पॉइंट्स मिल जायेंगे जो उस हार्ड टॉपिक को पहले से इजी तो बना ही देंगे इसलिए इस टिप को ट्राय करिए।

टिप नंबर 5

ब्रेक लेना भी जरुरी है –
शायद आपको ये टिप सबसे अच्छी लगे क्योंकि इसमें ब्रेक की बात हुयी है. लेकिन असल में बात ये है कि लगातार लॉन्ग आवर्स तक पढ़ने से, स्पेशली टफ टॉपिक्सको ब्रेन रिलैक्स नहीं कर पाता और अगर ब्रेन को प्रेशर फील हो तो आप समझ लीजिये कि आपका फोकस लॉन्ग टर्म तक नहीं रह पाएगा

और आप सिर्फ रीडिंग करेंगे और टॉपिक आपकी पकड़ से बाहर ही रहेगा इसलिए टॉपिक का एक पोर्शन तैयार कर लेने के बाद ब्रेक लीजिये क्योंकि आपके ब्रेन को स्पेस चाहिए होता है, नयी इंफॉर्मेशंस को एक्सेप्ट करने के लिए इसलिए छोटे छोटे ब्रेक लीजिये और फिर प्रैक्टिस पर जुट जाइये।

और हाँ, अगर आप वाकई टफ टॉपिक को इजी बनाना चाहते हैं तो हर दिन इन्हें थोड़ा थोड़ा पढ़ते रहिये, ना कि कुछ दिनों में सारा एकसाथ तैयार करने का सोचिये। अगर आप ऐसा करेंगे तो आपका टफ टॉपिक, पहले से कहीं ज्यादा टफ लगने लगेगा और इसकी वजह से बाकी इजी टॉपिक्स की प्रिपरेशन भी डिस्टर्ब हो सकती है इसलिए हर दिन थोड़ा थोड़ा

तो दोस्तों, इन सिंपल और इफेक्टिव टिप्स को ध्यान में रखते हुए, अपने हार्ड समझे जाने वाले टॉपिक को प्रिपेयर करना शुरू कर दीजिये और प्लीज एक काम और करिये, किसी भी टॉपिक को ‘टफ टफ टफ’ कहते रहना बंद कर दीजिये।

ऐसा कह कहकर आप अपने ब्रेन को यकीन दिला देते हैं कि ये टॉपिक वाकई टफ है और आप इसे नहीं कर पाएंगे इसलिए टफ कहना बंद कर दीजिये और उसे इजी कैसे बनाना है, ये आप जान ही चुके हैं तो बस,

अपनी स्टडीज को इंजॉय करिये और अगर ये Blog Post आपके लिए हेल्पफुल रहा हो तो आगे भी ऐसी ही इनोवेटिव और इंटरेस्टिंग जानकारियां लेने के लिए हमारी WEBSITE usefulgyan.com को विजिट करे ताकि हर नयी और इनोवेटिव जानकारी सबसे पहले आप तक पहुचें।

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