कर्ज चुकाने का बेहद सटीक उपाय | karj se mukti ke upay

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karj se mukti ke upay – देखिए लोग कर्ज कब लेते हैं जब उनके खर्चे उनकी आमदनी से अधिक होने लगते है। कर्ज एक समस्या बन जाती है जब आप इसे चुकाने में असमर्थ हो जाते हैं। वैसे तो कर्ज तब तक नहीं लेना चाहिए जब तक  बहुत ज्यादा जरूरी न हो और कर्ज लेने के अलावा और कोई दूसरा उपाय नहीं बचा हो।

आज के समय में कर्ज लेने के बहुत सरल  साधन उपलब्ध हैं जिस कारण बहुत से लोग बिना आवस्यकता के भी कर्ज ले लेते हैं। और कर्ज न चुका पाने के कारण उनको और उनके परिवार को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।  

आज  के इस लेख में आप को कर्ज चुकाने के कुछ सरल उपाय के विषय में कुछ जानकारी साझा करने वाला हूँ जो की हो सकता है आप के कुछ काम आ जाये। यह  उपाय बहुत सरल और फायदेमंद हैं।

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इस उपाय को करने से आप को कोई ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना होता है और आपकी आम जरूरतों को भी यह उपाय प्रभावित नहीं करता और आप अपने भविष्य के लिए भी कुछ रुपयों को बचा लेते हैं।                                                   

 karj chukane ke upay – कर्ज चुकाने के उपाय

karj se mukti ke upay कर्ज चुकाने के लिए सबसे पहले आप अपनी आमदनी को  70:20:10 के अनुपात में बाँट लें।

जिस में आप अपनी आमदनी का 70% हिस्सा अपनी जरूरत के हिसाब से अपने दैनक जीवन में खर्च करें ताकि आप और आप के परिवार को जीवनयापन करने में कोई परेशानी न हो,

और समाज में आप की प्रतिस्ठा कम न हो, दूसरा 10% हिस्सा  आप को बचा के रखना है और इसे खर्च नहीं करना है।

ऐसा करने से आप भविष्य के लिए कुछ रुपयों को बचा सकते है।अब बात करते हैं बाकी बचे 20% हिस्से की। इस हिस्से का उपयोग आप अपने कर्ज चुकाने के लिए कीजिये। 

इसके लिए आप सबसे पहले अपने सारे कर्जो की लिस्ट बनानी पड़ती है और जब आप के पास अपने कर्ज की टोटल राशि आ जाती तब आमदनी के  इस 20% हिस्से को अपने पूरे कर्ज से विभाजित करना होता है।

इसके लिए आप को अपने कर्जदारों को इस योजना के लिए यकीन दिलाना और  मनाना पड़ता है।और जब वो मान जाते है तब आप इस योजना को अपना कर कर्ज सरलता से चूका सकते हैं।

नोट -:  ध्यान देने वाली बात यह है कि ये योजना तब तक  कारगर नहीं होगी जब तक आप इस योजना में लगातार काम नहीं करते है।  आप को अपनी आमदनी के 20 % हिस्से से लगातार कर्ज चुकाना है। और कोई नया कर्ज नहीं लेना है।

आमदनी के अधिक  साधनो को अपनाना चाहिए केवल सैलेरी के भरोसे न रहें ताकि आपके पास अतिरिक्त धन आने लगे। और कर्ज चुकाने में सरलता हो। आपने घर खर्च का बजट  जरूर बना लें ताकि आप  70 % हिस्से में अपनी आवश्यक्ता पूरी कर सकें।