llb course details in hindi:- हम अक्सर देखते है के हमारे अडोस पड़ोस में विभिन्न मुद्दे एवं घटनाए इस तरह से घटित होती है, जिसमे दो व्यक्तियों का, संस्थाओ का या फिर छोटे बड़े घरेलु मुद्दों की वजह से परिवारिक रंजिश का तनावपूर्ण माहौल तैयार हो जाता है।
इस परिस्थिती में बहुत बार कुछ मुद्दे आपसी तौर पर सुलझाने के बजाय अलग ही तुल पकड लेते है, जिसका समाधान हो पाना मानो मुश्किल सा हो जाता है।
हालाकि हमारे समाज का निर्माण ही इस बात पर हुआ है के जहा लोगो को उनके स्वतंत्र जिवन जिने के अधिकार के साथ, कुछ सामाजिक गरिमा एवं व्यक्तिगत अनुशासन का भी पालन करना भी अनिवार्य होता है।
जब घरेलु या सामाजिक झगडे अथवा कलह हद से आगे गुजरने लगते है तो फिर न्यायप्रणाली या कानून का सहारा लेना अनिवार्य चिज बन जाती है। क्योंकि दुनिया के लगभग सभी देशो में मानव अधिकार के साथ मानव के परस्पर संबंध से लेकर सामाजिक जिवन तक से जुड़े कानून अथवा नियम बने हुए है।

कानून समाज के नियम एवं व्यक्तियों के हक एवं जिवन की समस्याओ को बेहतर तरीके से सुलझाने का विकल्प होता है, बशर्ते सभी लोग इसका सही मायने में महत्व समझे और पालन करे।
विवाद धन माल से जुड़ा हो या जान से आप विपत्ती के समय जरुर कानून का आधार लेना उचित समझते हो। और इस समय पहले आपके दिमाग में खयाल आता है वकील या वकालत पेशा इंसान का जिसे कानून से जुडी सभी बारिकिया एवं उसके सही उपयोग का ज्ञान होता है।
अगर आप भी कानून की पढाई एवं उसमे करियर बनाने में इच्छुक हो तो ये लेख आपके लिए बहुत लाभदायी साबित होनेवाला है।जिसमे हम कानून की शिक्षा से जुड़े स्नातक स्तर शिक्षाक्रम एल.एल.बी की संपूर्ण जानकारी देने वाले है, जिसे पूरा करने वाले व्यक्ती को आम भाषा में लॉयर या वकील कहा जाता है।
llb full form
अत्यंत प्रतिष्टित समझने जाने वाले करियर में से वकील एक पेशा होता है, जिसमे स्नातक स्तर की शिक्षा को एल.एल.बी यानि के बैचलर ऑफ़ लेजिस्लेटिव लॉ (Bachelor of Legislative Law) इस तरह से संबोधन दिया गया है।
इस शिक्षाक्रम में कानून से जुडी सभी धाराए, सामाजिक तथा व्यक्तिगत तौर पर बने कानून, संपत्ती तथा जान की सुरक्षा आदि विषयो पर कानून के बने प्रावधानों का ज्ञान प्रदान किया जाता है।
लगभग दुनिया के सभी देशो में कानून व्यवस्था उच्च स्तर से लेकर निम्न स्तर पर कार्यशाली होती है।जिसमे छोटे गावो से लेकर बड़े शहरो तक रोज मर्रा के जिवन में आम इंसान से लेकर सभी वर्ग के लोगो को विपत्ती एवं तकलीफ के समय कानून का सहारा लेना जरुरी बन जाता है।
इस परिस्थिती में सुरक्षा यंत्रणा के अलावा कुछ मुद्दे न्यायप्रणाली के दायरे के अंतर्गत सुलझाने हेतु वकील पेशे से जुड़े लोग सहायक की भूमिका अदा करते है।
आगे और इस शिक्षा क्रम से जुड़े अहम मुद्दों पर रौशनी डालेंगे जिससे आपको पुरे शिक्षाक्रम को जानने में काफी मजा भी आयेगा और बुनियादी जानकारी भी प्राप्त होगी।
एलएलबी कोर्स कितने साल का होता है
आम तौर पर इस शिक्षाक्रम का अवधी ३ साल का होता है, जिसमे किसी भी छात्र का अधिक बार असफल होना इस शिक्षाक्रम के तय अवधी में बढोतरी करना होता है।
हालाकि कमसे कम तिन साल इस डिग्री को प्राप्त करने में लगते है। यहाँ आपको इस डिग्री के अवधी के बारे में संभ्रम हो सकता है पर आपको निचे दिए गए विवरण को पढने के बाद अंत में ये समझना है के इस डिग्री का अवधी तिन साल ही होता है।
कुछ जरूरी बाते आपको समझनी है जैसा के इस कोर्स को अगर आप कक्षा १२ वी उत्तीर्ण करने के बाद करना चाहते है तो, आपको इंटीग्रेटेड कोर्स का विकल्प दिया गया होता है।
जैसा के बी.ए एल.एल.बी, बी.एस.सी एल.एल.बी तथा बी. कॉम एल.एल.बी, इस स्थिती में आपको पुरे पाच साल का अवधी इस कोर्स को देना होता है।
वही अगर किसी भी शिक्षा धारा से आप स्नातक या ग्रेज्युएशन की डिग्री हासिल कर इस कोर्स हेतु प्रवेश लेते है तो मात्र ३ सालो में आप इस कोर्स को पूरा कर सकते है।
कुल मिलाके आपको इस कोर्स को तिन सालो का तय समय प्रावधान दिया हुआ रहता है, उसमे आपके सफलता पर निर्भर होता है के आप कितने सालो में इस कोर्स को पूरा करते है।
आपको इस कोर्स की अवधी से जुडी बाते और अच्छेसे समझ आएगी जिसको हम आगे प्रवेश पात्रता के दौरान और अधिक विस्तार से समझायेंगे।
एल.एल.बी शिक्षाक्रम का शुल्क | एलएलबी करने में कितना पैसा लगेगा?
अगर बात करे इस शिक्षाक्रम के शुल्क की तो, कुछ प्रमुख चिजो पर इस शिक्षा का शुल्क निर्भर होता है जैसे के आपके महाविद्यालय का चयन, महाविद्यालय का स्थल इत्यादि।
जैसे के अगर आप निजी महाविद्यालय में इस कोर्स हेतु प्रवेश लेते है तो आपको सार्वजानिक महाविद्यालय की तुलना में ज्यादा ही शुल्क देना होता है।वही सार्वजनिक महाविद्यालय में आप अत्यंत कम शुल्क में इस कोर्स को पूरा कर सकते है।
आम तौर पर इस शिक्षाक्रम के पुरे होने तक का शुल्क लगभग ढाई लाख से लेकर साढ़े तिन लाख तक का होता है।जो के सार्वजानिक महविद्यालय में लगभग डेढ़ लाख तक के शुल्क में इस कोर्स को आप पूरा कर सकते है।
अन्य महत्वपूर्ण चिज यहाँ पर ये भी होती है के आपके महाविद्यालय का स्थल क्या है। अगर कोई छात्र खुदके शहर या गाव से अन्य शहर में इस कोर्स को पढने जाता है, तो शिक्षा के अतिरिक्त अन्य खर्च भी यहाँ पर जुड़ जाते है।
कुल मिलाके आपको जिस प्रकार से हमने शिक्षा शुल्क से जुड़े इन प्रमुख चिजो को बताया है, इनको समझकर ही सही शिक्षा शुल्क को आपको प्रवेश से पूर्व निर्धारित करना है।
एलएलबी करने के लिए कौन सी डिग्री चाहिए?
यहाँ पर हम आपको एल.एल.बी शिक्षाक्रम में प्रवेश हेतु आवश्यक पात्रता से जुडी चिजो के बारे में बताने वाले है, जिन्हें हम प्रवेश हेतु प्रमुख मापदंड भी कह सकते है। निम्नलिखित तौर पर इन्ही मापदंडो पर हम रौशनी डालने वाले है,जैसे के;
१. अगर आप कक्षा १२ वी उत्तीर्ण कर इस कोर्स को प्रवेश लेना चाहते है तो आपको इंटीग्रेटेड कोर्स विकल्प दिए हुए रहते है, जैसे के बी.ए, बी.कॉम या बी.एस.सी इनसे जोड़कर एल.एल.बी।
जिसमे आपको न्यूनतम ४५ प्रतिशत औसतन अंक कक्षा १२ वी में प्राप्त करने होते है। तथा एल.एल.बी में प्रवेश हेतु निश्चित की हुई पात्रता परीक्षा को पास करना होता है। इस स्थिती में आपको कुल ५ साल में ये डिग्री हासिल हो जाती है।
२. अगर आप कला, वाणिज्य या विज्ञान धारा से स्नातक की डिग्री प्राप्त कर चुके है और आप एल.एल.बी में प्रवेश हासिल करना चाहते है। तो आपको न्यूनतम शिक्षा पात्रता केवल ग्रेज्युएश्न या स्नातक की डिग्री ही होता है, जो के तिन साल के इस शिक्षाक्रम के लिए अनिवार्य होता है।
३. बात करे आयु सीमा की तो इस डिग्री हेतु प्रवेश के लिए आयु की कोई सीमा तय नहीं की गई है।
४. पिछड़े वर्ग एव आरक्षण के दायरे में आने वाले सभी छात्रो को कुल प्राप्त अंको में प्रवेश हेतु ५ प्रतिशत का आरक्षण दिया गया है। जो के उन्हें प्रवेश हेतु दिया हुआ रहता है।
कुल मिलाके इस सभी पात्रता मुद्दों का सारांश हम ये निकाल सकते है के, अगर आपको एल.एल.बी डिग्री हासिल करना चाहते है। तो आपको कोई भी स्नातक स्तर की डिग्री हासिल करनी होगी उसके बाद आप प्रवेश प्राप्त कर सकते हो।
या फिर कक्षा १२ वी के बाद इंटीग्रेटेड कोर्स के तौर पर ५ साल के लिए एल.एल.बी कोर्स हेतु प्रवेश प्राप्त कर सकते हो।
अगर ग्रेज्युएशन के बाद आप एल.एल.बी हेतु प्रवेश लेते हो तो बहुत से महाविद्यालय में सिधे तौर पर आपको प्रवेश दिया जाता है जहा किसी भी प्रकार के पात्रता परीक्षा की जरुरत नहीं होती। फिर भी जहा इस प्रकार के पात्रता परीक्षा का प्रावधान होता है उनसे जुडी जानकारी हम आपको आगे देंगे।
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एलएलबी प्रवेश परीक्षा
निचे संक्षिप्त में हम कुछ पात्रता परीक्षाओ का ब्यौरा दे रहे है, जिसे पढ़ने के बाद आपको इस विषय में थोडा बहुत मुलभुत ज्ञान प्राप्त हो जायेगा।
१. एल.एस.ए.टी (LSAT- कॉमन स्कूल एडमिशन टेस्ट):
वैश्विक स्तर के लॉ यूनिवर्सिटी के अंतर्गत इस पात्रता परीक्षा का आयोजन किया जाता है, जिसमे देशभर के छात्र सम्मिलित हो सकते है। जो के इस पात्रता परीक्षा को उत्तीर्ण करने वाले छात्र भारत के विभिन्न लॉ महाविद्यालयों में प्रवेश हेतु पात्र समझे जाते है।
२. एल.ए.डब्लू सी.ई.टी (LAWCET – लॉ कॉमन एंट्रेंस टेस्ट):
आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना राज्य के अंतर्गत संयुक्त तरिके से एल.एल.बी शिक्षाक्रम के लिए पात्र छात्रो को चयनित करने हेतु इस पात्रता परीक्षा का आयोजन किया जाता है।
३. सी.एल.ए.टी (CLAT – कॉमन लॉ एंट्रेंस टेस्ट):
यह एक राष्ट्रीय स्तर के लॉ यूनिवर्सिटी के अंतर्गत ली जाने वाली पात्रता परीक्षा होती है, जिसमे देशभर के छात्र सम्मिलित हो सकते है।
४. ए. आई. एल.ई.टी (AILET – ऑल इंडिया लॉ एंट्रेंस टेस्ट):
यह दिल्ली यूनिवर्सिटी के अंतर्गत ली जानेवाली पात्रता परीक्षा होती है, जिसमे जिन छात्रो को दिल्ली यूनिवर्सिटी के अंतर्गत एल.एल.बी शिक्षाक्रम को पूरा करना होता है उनके लिए तय की गई है।
एल.एल.बी शिक्षाक्रम में प्रवेश की प्रक्रिया – L.L.B Admission Process
यहाँ हम विस्तार से समझते है के अगर आपको इस कोर्स हेतु प्रवेश लेना है तो किन चरणों के माध्यम से आपका प्रवेश निश्चित होता है।
निम्नलिखित प्रमुख चरणों को आपको ठिक से समझना है जिससे जब भी आप इस कोर्स के लिए प्रवेश हेतु प्रयास करेंगे तो ये जानकारी आपको फायदेमंद साबित होगी।
१. जैसा के इस शिक्षाक्रम में प्रवेश हेतु न्यूनतम शिक्षा पात्रता ग्रेज्युएशन होती है, तो अगर आप पहले से ही ४५ प्रतिशत तक के अंको के साथ स्नातक डिग्री प्राप्त छात्र है।तो आपको नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के अंतर्गत ली जानेवाली या फिर आपके राज्य के अंतर्गत ली जाने वाली पात्रता परीक्षा को उत्तीर्ण करना होता है।
जिसमे इस तरह के पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण छात्र ऑनलाइन या फिर सिधे तरीके से महाविद्यालय में जाकर प्रवेश हेतु आवेदन फॉर्म प्रस्तुत कर सकते है।
२. वही अगर आप कक्षा बारवी उत्तीर्ण कर इस कोर्स हेतु प्रवेश प्राप्त करना चाहते हो तो आप मौजूद इंटीग्रेटेड कोर्स के विकल्प में से आपके पसंद अनुसार लॉ कोर्स का चयन कर सकते है।
जैसे के विज्ञान धारा से १२ वी उत्तीर्ण छात्र बी.एस.सी एल.एल.बी के लिये, कला शाखा का छात्र बी.ए एल.एल.बी के लिए और वाणिज्य से १२ वी उत्तीर्ण छात्र बी.कॉम एल.एल.बी हेतु आवेदन कर सकता है।
वही उपरोक्त तीनो शिक्षा धारा से उत्तीर्ण छात्र बी.बी.ए एल.एल.बी के लिए भी आवेदन कर सकते है। इस प्रकार आपको विषयों का चयन कर १२ वी के बाद एल.एल.बी के लिए निजी अथवा सार्वजानिक महाविद्यालय में आवेदन करना होता है।
३. कक्षा १२ के बाद जिन छात्रो को एल.एल.बी में प्रवेश पाना होता है, उन्हें उनके राज्यों द्वारा तय की गई या फिर राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण कर प्रवेश हेतु आवेदन करने का प्रावधान होता है।
४. इस तरह पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण हुए छात्रो के आवेदन को मद्दे नजर रखते हुए, निजी एवं सार्वजानिक महाविद्यालय अंको के आधार पर मेरिट लिस्ट जारी करते है। जो के महाविद्यालयों के आधिकारिक साईट एवं महाविद्यालय में छात्रो को सूचित करने हेतु जारी की जाती है।
इस तरह से उपरोक्त चरणों से गुजरने के बाद अच्छे अंक प्राप्त छात्रो को अंतिमतः प्रवेश निश्चित किया जाता है। हालाकि जिन छात्रो को कम अंक होते है उन्हें या तो प्रतीक्षा सूचि में रखा जाता है या फिर उन्हें अन्य महाविद्यालय के विकल्प तलाशने होते है।
यहाँ एक महत्वपूर्ण बात ये भी होती है के बहुत से महाविद्यालय इस तरह के पात्रता परीक्षा के बिना ही छात्रो को प्रवेश देते है, जो के एक हिसाब से माने तो ये पात्रता परिक्षाए सभी जगह अनिवार्य नहीं होती।
इस चिज को हम पहले भी बता चुके है, जिसे आपको प्रवेश पूर्व ठिक से समझना है और उसी के अनुसार आपके योग्य महाविद्यालय का चयन करना है।
एल.एल.बी पात्रता परीक्षा कैसे होती है इसका प्रारूप बताइए।
निचे हमने कुछ पात्रता परीक्षाओ का संक्षिप्त में प्रारूप दिया हुआ है,जिसमे गुणांक संख्या, प्रश्न संख्या, समय तथा आवश्यक अंतर्निहित विषयो की जानकरी आपको मिल जाएगी।
१. एस.एल.ए.टी (SLAT):
ये सिम्बोयसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के अंतर्गत एल.एल.बी में प्रवेश हेतु पात्रता परीक्षा आयोजित की जाती है जिसमे निम्नलिखित तौर पर परीक्षा का प्रारूप होता है।
परीक्षा प्रणाली:- ऑनलाइन
कुल समय:- ९० मिनिट
कुल अंक:- ९०
विषय
रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन – १८ प्रश्न
लॉजिकल रेजोनिंग – १८ प्रश्न
एनालिटिकल रेजोनिंग – १८ प्रश्न
जनरल नॉलेज – १८ प्रश्न
लिगल रेजोनिंग – १८ प्रश्न
इस प्रकार साल में एक बार इस परीक्षा का आयोजन किया जाता है।
२. ए.आई. एल. ई.टी (AILET):
ये दिल्ली यूनिवर्सिटी के अंतर्गत एल.एल.बी शिक्षाक्रम के लिए ली जाने वाली पात्रता परीक्षा होती है, जिसमे परीक्षा का प्रारूप निचे दिया गया है।
परीक्षा प्रणाली:- ऑफलाइन
कुल अंक:- १५०
तय समय:- एक घंटा ३० मिनट्स
विषय
लिगल एप्टीट्यूड – ३५ प्रश्न
जनरल नॉलेज – ३५ प्रश्न
लॉजिकल रोजोनिंग – ३५ प्रश्न
इंग्लिश – ३५ प्रश्न
एलीमेंट्री मैथमेटिक्स
३. एम्.एच सी.ई.टी:
महाराष्ट्र राज्य के अंतर्गत होनेवाली इस पात्रता परीक्षा को राज्य के सार्वजानिक, अर्ध-सार्वजानिक एवं सार्वजनिक अनुदान प्राप्त लॉ महाविद्यालयों में छात्रो के प्रवेश हेतु चयन के लिए आयोजित किया जाता है। इस परीक्षा का प्रारूप निम्नलिखित तौर पर रहता है,जैसे के ;
परीक्षा प्रणाली:- ऑनलाइन
कुल अंक:- १५०
कुल समय:- २ घंटा
परीक्षा का माध्यम:- अंग्रेजी एवं मराठी
विषय
लॉजिकल एंड एनालिटिकल रेजोनिंग – ४० प्रश्न
मैथमेटिकल एप्टीट्यूड- १० प्रश्न
जनरल नॉलेज विथ करंट अफेयर्स – ३० प्रश्न
लिगल एप्टीट्यूड एंड लिगल रेजोनिंग – ४० प्रश्न
इंग्लिश – ३० प्रश्न
४. सी.एल.ए.टी (CLAT):
भारतभर में होने वाली ये राष्ट्रिय स्तर की पात्रता परीक्षा होती है, जिसके द्वारा देश के विभिन्न राज्यों के छात्र एल.एल.बी में प्रवेश हेतु चयनित किये जाते है। इस पात्रता परीक्षा का प्रारूप निचे दिया गया है।
परीक्षा की प्रणाली:- ऑनलाइन
कुल अंक:- १५०
कुल समय:- २ घंटा
विषय
लिगल रेजोनिंग
लॉजिकल रेजोनिंग
इंग्लिश लैंग्वेज
क्वांटिटेटिव्ह टेक्निक्स
करंट अफेयर्स इन्क्लुडिंग जनरल
इस तरह उपरोक्त तरीके से सभी पात्रता परीक्षाओ का प्रारूप हमने यहाँ दिया जिसमे आपको परीक्षा में आवश्यक विषय, उनके गुणांक इत्यादि संबधी जानकारी हासिल हुई।
एलएलबी में कौन सी सब्जेक्ट होती है?
इस जानकारी के अंतर्गत आप जान पाएंगे के एल.एल.बी शिक्षाक्रम का संपूर्ण पाठ्यक्रम क्या होता है, साथमे आप इसमें शामिल विषयो से भी कुछ हद तक परिचित हो पाएंगे।चलिए नजर डालते है पाठ्यक्रम पर जैसा के;
प्रथम साल – LLB 1st Year Syllabus
सेमिस्टर- १
विषय
- लेबर लॉ
- फॅमिली लॉ – १
- क्राइम
- लॉ ऑफ़ कॉन्ट्रैक्ट- १
- वैकल्पिक विषय (कोई भी एक चुनना अनिवार्य)
- ट्रस्ट
- वुमेन एंड लॉ
- क्रिमिनोलॉजी
- इंटरनेशनल इकॉनोमिक लॉ
सेमिस्टर – २
- फॅमिली लॉ- २
- लॉ ऑफ़ टॉर्ट एंड कंजूमर प्रोटेक्शन एक्ट
- कॉन्स्टिट्यूशनल लॉ
- प्रोफेशनल एथिक्स
द्वितीय साल – LLB 2nd Year Syllabus
तिसरा सेमिस्टर
विषय
- एनवायर्नमेंटल लॉ
- आर्बिट्रेशन, कॉन्सिलायेशन एंड अल्टरनेटिव
- लॉ ऑफ़ एविडेंस
- ह्यूमन राइट्स एंड इंटरनेशनल लॉ
सेमिस्टर – ४
विषय
- जुरिस्प्रुड़ेन्स
- लॉ ऑफ़ कॉन्ट्रैक्ट – २
- प्रॉपर्टी लॉ इन्क्लुडिंग ट्रांसफर ऑफ़ प्रॉपर्टी एक्ट
- प्रैक्टिकल ट्रेनिंग – लिगल ऐड
- वैकल्पिक विषय (कोई भी १ लेना अनिवार्य)
- कम्पेरेटिव लॉ
- इनटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी लॉ
- लॉ ऑफ़ इन्शुरन्स
- कनफ्लिक्ट ऑफ़ लॉ
तृतीय साल – LLB 3rd Year Syllabus
सेमिस्टर – ५
विषय
- एडमिनिस्ट्रेटिव्ह लॉ
- लिगल राइटिंग
- लैंड लॉ इन्क्लुडिंग सेलिंग एंड अदर लोकल लॉ
- सिविल प्रोसीजर कोड
- इंटरप्रिटेशन ऑफ़ स्टेटूटस
सेमिस्टर – ६
विषय
- प्रैक्टिकल ट्रेनिंग – २ (ड्राफ्टिंग)
- कंपनी लॉ
- कोड ऑफ़ क्रिमिनल प्रोसीजर
- प्रैक्टिकल ट्रेनिंग – मूट कोर्ट
- वैकल्पिक विषय (कोई भी एक विषय लेना अनिवार्य)
- को-ऑपरेटिव लॉ
- इन्वेस्टमेंट एंड सिक्यूरिटीज लॉ
- बैंकिंग लॉ इन्क्लुडिंग निगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट
इस प्रकार उपरोक्त तौर पर हमने यहाँ आपको इस शिक्षाक्रम का संपूर्ण पाठ्यक्रम दिया है, जिसको आपको तिन साल के शिक्षा सत्र के दौरान पढना होता है।
एल.एल.बी में प्रवेश हेतु कॉलेज
जैसा के देशभर में इस शिक्षाक्रम को पूरा करने हेतु बढ़िया महविद्यालय तथा यूनिवर्सिटी आजके दौर में मौजूद है, इनमे से कुछ महत्वपूर्ण एवं चर्चित महविद्यालयो का ब्यौरा हम यहाँ आपके लिए प्रस्तुत कर रहे है। जैसा के;
- नालसर (NALSAR) यूनिवर्सिटी ऑफ़ लॉ – हैद्राबाद
- अमिटी लॉ स्कूल नई दिल्ली
- सिम्बोयसिस लॉ स्कूल – पुणे
- गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी- गांधीनगर
- आई.एल.एस लॉ कॉलेज- पुणे
- गवर्नमेंट लॉ कॉलेज- मुंबई
- परुल यूनिवर्सिटी – वड़ोदरा
- चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी – चंडीगढ़
- के.एल.ई सोसायटी लॉ कॉलेज – बंगलोर
- के.आर मंगलम यूनिवर्सिटी- गुडगाँव
- लव्हली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी- दिल्ली
- डॉ.आंबेडकर गवर्नमेंट लॉ कॉलेज – चेन्नई
- आंबेडकर कॉलेज ऑफ़ लॉ – मुंबई
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ मुंबई
- एस.एन.डी.टी वुमेन्स यूनिवर्सिटी- जुहू मुंबई
- केरला लॉ अकादमी लॉ कॉलेज – तिरुवाअनंतपुरम
- गवर्नमेंट लॉ कॉलेज – तिरुवाअनंतपुरम
- गवर्नमेंट लॉ कॉलेज – कोच्ची
- मानिकचंद पहाड़े लॉ कॉलेज – औरंगाबाद
- राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर यूनिवर्सिटी
- संदीप यूनिवर्सिटी- नागपुर
- श्री शिवाजी लॉ कॉलेज – नांदेड
- डॉ.पंजाबराव कॉलेज ऑफ़ लॉ – अमरावती
- एन.एस सोटी लॉ कॉलेज – सांगली
- जी.एस रायसोनी लॉ कॉलेज – नागपुर
- सेंट्रल इंडिया कॉलेज ऑफ़ लॉ एंड एल.एल.एम् – नागपुर
- अमोलकचंद कॉलेज ऑफ़ लॉ स्टडीज – यवतमाल
- बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी – वाराणसी
- दिन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विद्यापीठ
- इंदौर इंस्टिट्यूट ऑफ़ लॉ – इंदौर
- महारानी लक्ष्मीबाई गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ़ एक्सलेंस – ग्वालियर
- गवर्नमेंट स्टेट लॉ कॉलेज – भोपाल
- नर्मदा कॉलेज – जबलपुर
- ओस्मानिया यूनिवर्सिटी ऑफ़ लॉ – हैदराबाद
- केशव मेमोरियल कॉलेज ऑफ़ लॉ – हैदराबाद
- महात्मा गाँधी लॉ कॉलेज- हैदराबाद
- किंग्स्टन लॉ कॉलेज- कोलकता
- सुरेन्द्रनाथ लॉ कॉलेज – कोलकता
- लॉ कॉलेज – दुर्गापुर
- जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी – जयपुर
- गवर्नमेंट लॉ कॉलेज – अजमेर
- गवर्नमेंट लॉ कॉलेज- बीकानेर
- गुरु नानक यूनिवर्सिटी – अमृतसर
- पंजाब यूनिवर्सिटी – पटियाला
- जिंदल ग्लोबल लॉ कॉलेज – सोनिपत, इत्यादि…………
रोजगार के अवसर एवं सैलरी
कुछ प्रमुख पदों की जानकारी हम निचे दे रहे है, जिनपर एल.एल.बी के उपरांत कम करने का मौका मिल जाता है। जैसे के;
- लिगल कंसलटेंट
- पब्लिक प्रोस्येक्यूटर
- लॉ प्रोफ़ेसर
- सोलिसिटर
- नोटरी
- लिगल एक्सपर्ट
- सेशन जज
- ट्रस्टी
- लॉ प्रोफ़ेसर
- सब मैजिस्ट्रेट या मुंसिफ, इत्यादि..
उपरोक्त दिए गए पदों में से कुछ पद सार्वजानिक क्षेत्र में उपलब्ध होते है तो अधिकतर पदों पर निजी क्षेत्र में काम करने का मौका मिल जाता है।
इसलिए आपको प्राप्त होनेवाली सैलरी पद एवं क्षेत्र अनुसार तय होती है। जिसमे लॉ फ्रेशर को प्रैक्टिस के दौरान सालाना लगभग डेढ़ से तिन लाख तक की सैलरी प्राप्त होती है।
वही सार्वजनिक क्षेत्र में कम करनेवाले लॉयर को लगभग सालाना साढ़े चार लाख तक की सैलरी दी जाती है। वही अगर आप लॉ में मास्टर या पोस्ट ग्रेज्युएशन की डिग्री हासिल करते है तो इस सैलरी में थोडी बहुत बढ़ोतरी की संभावनाए होती है।
कॉर्पोरेट क्षेत्र में काम करने वाले लॉयर लगभग सालाना ५ से ६ लाख तक का सैलरी आसानी से प्राप्त करते है।
इस तरह आपको इस लेख माध्यम से एल.एल.बी कोर्स से जुडी हमने लगभग सभी तरह की जानकारी दी, जिसे पढने के बाद आपके मन में अगर इस कोर्स के विषय में कोई शंकाए पहले थी तो जरुर उसका समाधान हुआ होगा।
तथा जब भी आपको इस कोर्स को प्रवेश लेना हो तो जरुर आपके पास अब अनुकूल जानकारी होगी, आशा करते है आपको ये जानकारी पसंद आई होगी। हमसे जुड़े रहने के लिए बहुत धन्यवाद।………..
about LLB Course FAQ
१. क्या मै कक्षा १२ वी के बाद लॉ की स्नातक डिग्री हेतु प्रवेश ले सकता हु?
जवाब: हा।
२. बारवी के बाद एल.एल.बी कोर्स करना हो तो कितना अवधी लगता है?
जवाब: अगर आप इंटीग्रेटेड एल.एल.बी कोर्स करते है तो पाच साल का अवधी लगता है, जो के बारवी के बाद यही विकल्प होता है।
३. किसी भी अन्य धारा में ग्रेज्युएशन डिग्री के बाद अगर एल.एल.बी कोर्स हेतु प्रवेश ले तो कितना अवधी लगता है?
जवाब: ३ साल।
४. एल.एल.बी का फुल फॉर्म क्या होता है?
जवाब: बैचलर ऑफ़ लेजिस्लेटिव लॉ।
५. क्या मै एल.एल.बी शिक्षा प्राप्त करने के बाद जज(मैजिस्ट्रेट) के पद पर काम कर सकता हु?
जवाब: नहीं, सिधे तौर पर आप जज के पद पर काम नहीं कर सकते इसलिए आपको किसी भी जिला, विभागीय बेंच कोर्ट या फिर उच्च आदि न्यायलय में कुछ साल जैसे के लगभग १० साल तक वकालत की प्रैक्टिस करनी होती है। इसके बाद आपको जज के पद हेतु होनेवाली परीक्षाओ को उत्तीर्ण करना होता है तब आप इस पद पर काम कर सकते है।
६. एल.एल.बी में प्रवेश हेतु शिक्षा धारा का कोई बंधन होता है क्या?
जवाब: नहीं, किसी भी शिक्षा धारा से बारावी एवं स्नातक की शिक्षा पूरी की हुए छात्र को इस शिक्षाक्रम में प्रवेश मिल जाता है।
७. क्या एल.एल.बी में प्रवेश हेतु पात्रता परीक्षा देना अनिवार्य होता है?
जवाब: ये सभी चिजे महाविद्यालय एवं यूनिवर्सिटी पर निर्भर होती है, जहा कही पर पात्रता परीक्षा के अंक अनुसार प्रवेश मिलता है तो बहुत सारे जगह पर सिधे तौर पर प्रवेश दिया जाता है।
८. १२ कक्षा के बाद एल.एल.बी कोर्स को किस नामसे जाना जाता है? उसके प्रकार क्या होते है?
जवाब: इंटीग्रेटेड कोर्स, जिसमे बी.ए एल.एल.बी, बी.एस.सी एल.एल.बी, बी.कॉम एल.एल.बी तथा बी.बी.ए एल.एल.बी आदि शामिल होते है।
९. क्या मुझे एल.एल.बी पूरा करने के उपरांत सार्वजानिक क्षेत्र में वकील की नौकरी मिलेगी?
जवाब: हा, पर इसलिए सरकारी वकील के लिए लिए जानेवाली प्रतियोगिता परीक्षा उत्तीर्ण करनी पड़ती है।
१०. क्या एल.एल बी में प्रवेश हेतु गणित विषय १२ वी में तथा ग्रेज्युएशन में पढ़ते समय शिक्षाक्रम में होना अनिवार्य होता है?
जवाब: नहीं, इस तरह की कोई अनिवार्यता नहीं होती है।
MPPSC की तैयारी के लिए अपनाएँ ये ख़ास तरीके