Mars in Hindi mangal grah hindi:- मंगल ग्रह Mars Planet को हिंदी भाषा में मंगल ग्रह बोला जाता है। लोग इस ग्रह को लाल ग्रह के नाम से भी बुलाते है। Mars Planet सौर मंडल का चौथा ग्रह है। इस लाल ग्रह का नाम Mars, एक रोमन देवता के नाम के आधार पर रखा गया था। मंगल ग्रह कैसा दिखता है
मंगल ग्रह की खोज गैलीलियो ने अपने टेलिस्कोप के द्वारा किया था। मंगल ग्रह लम्बे समय से ही अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इसी का नतीजा है की हम इस लाल ग्रह पर अभी तक कई रोवर और अंतरिक्ष यान भेज चुके है। Mars in hindi
अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के लिए ये काफी दिलचप्स ग्रह है। मंगल एक स्थलीय ग्रह है, जिसमे कार्बन डाइऑक्साइड से बना एक पतला वातावरण है जिसके बारे में सभी ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाना चाहते है।
तकि भविष्य में हम इंसान Mars Planet पर जा सकें। अंतरिक्ष विज्ञानीयों ने Mars Planet पर मनुष्यों को भेजने की तयारी भी शुरू कर दी है। लगता है कुछ ही वर्षों में वो दिन भी आ जाएगा जब मनुष्य के कदम चाँद की ही तरह Mars Planet पर पड़ेंगें।
तो आज हम बात करेंगें Mars in hindi की जिसमे आपको Mars Planet के बारे में जानकारी मिलेगी। उम्मीद है आपको यह जानकारी mangal grah hindi पसंद आएगी और आप मंगल गृह के बारे में ज्यादा से ज्यादा जान पाएंगें।
Mars in Hindi

मंगल ग्रह कैसा दिखता है?
मंगल ग्रह कैसा दिखता है यह सवाल मेरे मन में भी था जब में छोटा बच्चा था। मैंने लोगों से सुन रखा था की मंगल भी हमारी पृथ्वी की ही तरह है। और वहाँ भी लोग रहते है। मुझे इस बात पर यकीन भी था लेकिन। जब में बड़ा हुआ और स्कूल पढ़ने जाने लगा और जब मैने अपनी किताबों में पढ़ा की मंगल ग्रह कैसा दिखता है तो मेरा दिल टूट गया।

जहाँ पहले में मंगल ग्रह पर जाकर रहने की सोच रहा था लेकिन अब ऐसा करना संभव नहीं लग रहा है हाँ अभी के लिए तो ऐसा ही है। अभी तो मैं वहाँ नहीं जा सकता क्योंकि अब मुझे पता चल गया है की मंगल ग्रह कैसा दिखता है। मंगल ग्रह एक वीराना ग्रह है जहाँ जीवन नहीं है।
मंगल ग्रह दिखने में लाल रंग का दिखाई देता है क्योंकि यहाँ कि मिट्टी का रंग लाल है यहाँ कई बड़े बड़े पर्वत है और कई किलोमीटर गहरी खाईयां भी। और इतना ही नहीं कई गड्ढे तो इतने बड़े है की एक पूरा शहर उसमे समा जाए। मंगल में कई सूखी हुई नदियाँ भी है।
इसके अलावा मंगल ग्रह की सतह पर वायुमंडलीय दबाव बेहद कम है, यही कारण है कि इसकी सतह पर लंबे समय तक तरल पानी मौजूद नहीं रह सकता। मंगल ग्रह को सूर्य के चारों ओर एक पूर्ण चक्रर लगाने में पृथ्वी से दोगुना समय लगता है।
यदि हम पृथ्वी के साथ मंगल के घनत्व की तुलना करते हैं, तो हम पाएंगे कि यह पृथ्वी की तुलना में 100 गुना कम है। क्या आप जानते है Mars पृथ्वी के व्यास के आधे से भी कम है। मंगल ग्रह की सतह पर वायुमंडलीय दबाव बेहद कम है, यही कारण है कि इसकी सतह पर लंबे समय तक तरल पानी मौजूद नहीं रह सकता। मंगल ग्रह को सूर्य के चारों ओर एक पूर्ण चक्रर लगाने में पृथ्वी से दोगुना समय लगता है।
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यदि हम पृथ्वी के साथ मंगल के घनत्व की तुलना करते हैं, तो हम पाएंगे कि यह पृथ्वी की तुलना में 100 गुना कम है. क्या आप जानते है Mars पृथ्वी के व्यास के आधे से भी कम है। मंगल ग्रह की सतह पर वायुमंडलीय दबाव बेहद कम है, यही कारण है कि इसकी सतह पर लंबे समय तक तरल पानी मौजूद नहीं रह सकता।
मंगल ग्रह को सूर्य के चारों ओर एक पूर्ण चक्रर लगाने में पृथ्वी से दोगुना समय लगता है, यदि हम पृथ्वी के साथ मंगल के घनत्व की तुलना करते हैं, तो हम पाएंगे कि यह पृथ्वी की तुलना में 100 गुना कम है, क्या आप जानते है Mars पृथ्वी के व्यास के आधे से भी कम है। इसके अलावा……

मंगल ग्रह का ध्रुवीय व्यास 6,752 किमी और मंगल ग्रह का द्रव्यमान 6.42 x 10 ^ 23 किग्रा है। मंगल ग्रह के दो प्राकृतिक उपग्रह (चन्द्रमा) है जिनका नाम क्रमश : Phobos & Deimos है। मंगल ग्रह की कोर को लेकर अभी तक अंतरिक्ष विज्ञानिको को पूरी सफलता नहीं मिली है। आपकी जानकारी के लिए बता दे मंगल ग्रह की सतह ठोस, तरल या दो अलग-अलग परतों से बनी है इस पर विज्ञानिको में अभी के लिए मतभेद है लेकिन जैसे जैसे मंगल पर शोध होंगे परिणाम सामने आने लगेंगे।
मंगल ग्रह का पड़ोसी ग्रह जिसे बृहस्पति ग्रह के नाम से जाना जाता है, अपने विशाल आकार के कारन मंगल की कक्षा को प्रभावित करने की क्षमता रखता है। क्या आप जानते है March महीने का नाम Mars से ही निकला है। मंगल ग्रह पर 1960 में पहला अंतरिक्ष यान लॉन्च किया गया था, हालाँकि, यह मिशन विफल रहा, मंगल ग्रह की सूर्य से दुरी लगभग 142 मिलियन मील है।
मंगल गृह पर एक दिन की लंबाई 24 घंटे 37 मिनट की होती है व् एक वर्ष 687 दिन का होता है। मंगल ग्रह द्वारा सूर्य की परिक्रमा की औसत गति 14.5 मील प्रति सेकंड के करीब है। मंगल ग्रह का औसत घनत्व 3,933 किलोग्राम / मीटर क्यूब (पृथ्वी के औसत घनत्व का लगभग 71%) के करीब है।
मंगल सूर्य से चौथा ग्रह है और स्थलीय ग्रहों में अंतिम ग्रह के रूप में जाना जाता है जोकि सूर्य से लगभग 227,940,000 किमी दूर है। युद्ध के रोमन देवता Mars के नाम पर इस ग्रह का नाम Mars Planet पड़ा, मंगल की सतह का गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी पर पाया जाने वाला गुरुत्वाकर्षण का लगभग 37% है। मंगल का गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण से कम होने के कारन मंगल ग्रह पर आप पृथ्वी की तुलना में 3x अधिक उछल सकते हैं मंगल ग्रह की अधिक जानकारी जुटाने के लिए अब तक 39 अंतरिक्ष मिशनों को अंजाम दिया जा चूका है, लेकिन इन सभी मिशनों में से से केवल 16 ही सफल रहे हैं।
सौरमंडल में ज्ञात सबसे ऊँचा ज्वालामुखी पर्वत मंगल ग्रह पर है Olympus Mons एक 21 किमी ऊंचा और 600 किमी व्यास का ढाल ज्वालामुखी है जो अरबों साल पहले बना था विज्ञानिको का मानना है की यह ज्वालामुखी वर्तमान में भी सक्रिय है। नासा समेत पुरे विश्व के अंतरिक्ष विज्ञानिको में मंगल ग्रह को लेकर विशेष रूचि देखी जाती है, मंगल पर जीवन की संभावना को खोजने के प्रयास में, वैज्ञानिक आमतौर पर मंगल ग्रह पर पानी और जीवों के प्रमाण खोजने में रुचि रखते हैं।
सौरमंडल में सबसे लंबी और सबसे गहरी घाटी मंगल पर मौजूद है – जिसका नाम ” Valles Marineris” है। Valles Marineris की अधिकतम लंबाई 4000 किमी, अधिकतम चौड़ाई 200 किमी और अधिकतम गहराई 7 किमी है। Mars Planet से हर शाम छिपता सूरज नीले रंग का दिखाई देता है। सौर संधि, पृथ्वी और मंगल के बीच सूर्य के आने का वर्णन करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक शब्द है, जिसके तहत मंगल और पृथ्वी पर अंतरिक्ष यान के बीच संचार बहुत कम हो जाता है।
क्या आप जानते हैं प्राचीन बेबीलोनियों ने सप्ताह का निर्माण किया था और एक सप्ताह को सात दिनों में विभाजित किया, उन्होंने सप्ताह के प्रत्येक दिन को आकाश में सात ज्ञात पिंडों पर नाम दिया: जो क्रमश: सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, शुक्र, बृहस्पति और शनि से सम्बन्धित है. जिसमे मंगलवार को मंगल गृह का दिन कहा जाता है। Mars Planet का रंग लाल होने के कारण इस ग्रह को आक्रामकता से जोड़ा जाता है।
विज्ञानिको के अनुसार मंगल गृह पर पानी मौजूद है जोकि ठोस अवस्था में इस गृह पर पाया जाता है, आपकी जानकारी के लिए बता दे पृथ्वी के इलावा मंगल ही एक मात्र ऐसा ग्रह है जिस पर ठोस अवस्था में जल मौजूद है।
मंगल ग्रह को पृथ्वी की सतह से रात के समय नग्न आंखों के साथ देखा जा सकता है, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने भी 24 सितंबर 2014 को मंगल ग्रह पर अपना पहला अंतरिक्ष मिशन सुरक्षित रूप से पूरा किया, ऐसा करने से, भारत अपने पहले प्रयास में अंतरिक्ष यान को मंगल की कक्षा में स्थापित करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया. आपकी जानकारी के लिए बता दे यह मिशन 5 नवंबर 2013 को लॉन्च किया गया था।
वाइकिंग 1 और वाइकिंग 2 दो अंतरिक्ष यान हैं जिन्हें नासा द्वारा 1975 में मंगल ग्रह पर इसकी सतह का अध्ययन करने और इसकी संरचना और संरचना के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी इकट्ठा करने के उद्देश्य से भेजा गया था। (लॉन्च की तारीखें 20 अगस्त, 1975 (वाइकिंग 1) 9 सितंबर, 1975 (वाइकिंग 2) गैलीलियो गैलीली ने सर्वप्रथम 1609 में एक मूल दूरबीन के साथ मंगल ग्रह का अवलोकन किया था।

आपको जानकर हैरानी होगी नासा की 2030 के अंत तक मंगल पर एक पृथ्वी स्वतंत्र कॉलोनी बनाने की योजना है। मंगल पर उपलब्ध भूमि की सतह की मात्रा पृथ्वी पर उपलब्ध भूमि की सतह के लगभग बराबर है। मंगल ग्रह पर मिट्टी के एवं अन्य नमूनों के अध्ययन के आधार पर वैज्ञानिकों ने यह कहा है कि मंगल का वायुमंडल पहले बहुत घना एवं गाढ़ा था जहाँ जिसके कारण इसके सतह पर पानी के स्रोत थे।
FAQ मंगल ग्रह से जुड़े कुछ सवाल और उनके जवाब
Q.- मंगल ग्रह पृथ्वी से कितनी दूर है
Ans:- 123.76 million km
Q.- मंगल ग्रह पर पहुंचने वाला प्रथम व्यक्ति
Ans:- अभी तक वहाँ कोई इंसान नहीं पहुंच सका है लेकिन, ‘वाइकिंग 1’ मंगल की सतह पर उतरने वाला पहला अंतरिक्ष यान था।
Q.- कौन सा देश सबसे पहले मंगल पर पहुंचा?
Ans:- अमेरिका का पहला ऑर्बिटर 30 मई 1971 में सफल हुआ. अमेरिका को लैंडर उतारने की सफलता 20 अगस्त 1975 में मिली. 5. 4 दिसंबर 1996 को अमेरिका ने सबसे पहले मंगल ग्रह पर रोवर उतारा.
Q.- क्या मंगल ग्रह पर पानी है
Ans:- शोधकर्ताओं के एक अंतरराष्ट्रीय दल ने मंगल के दक्षिणी ध्रुव पर बर्फ के नीचे पानी के तरल रूप में होने के साक्ष्य खोजे हैं।
Q.- मंगल ग्रह की पत्नी का नाम क्या है
Ans:- है, कि मंगल ग्रह की पत्नी का नाम मेघा (Megha) है, किंतु कुछ धर्म ग्रंथों में मंगल ग्रह की पत्नी ज्वालिनी देवी (Jvalini Devi) को माना जाता है।
Q.- पृथ्वी से मंगल ग्रह कैसा दिखता है
Ans:- मंगल ग्रह को लाल ग्रह के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इसकी सतह पर आयरन ऑक्साइड बड़े पैमाने पर मौजूद है जिसकी वजह से यह लाल दिखता है
Q.- मंगल ग्रह की खोज किसने और कब की थी?
Ans:- 1610 में गैलीलियो गैलीली ने टेलीस्कोप से मंगल ग्रह का अवलोकन किया था।
Q.- मंगल ग्रह का नाम किसने रखा?
Ans:- मंगल ग्रह का नाम प्राचीन रोमनों ने अपने युद्ध के देवता के लिए रखा था क्योंकि इसका लाल रंग रक्त की याद दिलाता था।
Q.- भारत पहली बार मंगल ग्रह पर कब पहुंचा?
Ans:- वैसे अब तक मंगल को जानने के लिये शुरू किये गये दो तिहाई अभियान असफल भी रहे हैं परन्तु 24 सितंबर 2014 को मंगल पर पहुँचने के साथ ही भारत विश्व में अपने प्रथम प्रयास में ही सफल होने वाला पहला देश तथा सोवियत रूस, नासा और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के बाद दुनिया का चौथा देश बन गया है।
Q.- मंगलयान का लोकप्रिय नाम क्या है?
Ans:- मार्स ऑर्बिटर मिशन (MOM), जिसे आमतौर पर मंगलयान -1 के रूप में जाना जाता है, 5 नवंबर, 2013 को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा शुरू की गई एक अंतरिक्ष जांच है। स्वदेशी निर्मित अंतरिक्ष जांच, जो भारत की पहली इंटरप्लेनेटरी है। मिशन, 24 सितंबर, 2014 से मंगल की कक्षा में है।
Q.- क्या मंगल ग्रह पर जीवन संभव है?
Ans:- मंगल ग्रह पर जीवन की कुछ संभावना है क्योंकि यहां वायुमंडल के साथ-साथ बर्फ की भी मौजूदगी है।
mangal grah hindi के इस लेख में हमने आपको मंगल ग्रह के बारे वे सभी जानकारियां दी है जो शायद आप नहीं जानते थे। मंगल ग्रह से जुडी यह जानकारियां आपको कैसी लगी हमें जरूर बताएं। और इसे शेयर जरूर करें। आपका यह सहयोग हमारे लिए बहुत कीमती है।
आपके सहयोग की आशा है। आपने हमें इतना समय दिया आपका बहुत धन्यवाद।
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