Moon in Hindi Moon को हिंदी में चन्द्रमा कहते है। चाँद कोई ग्रह नहीं है बल्कि एक उपग्रह है जो हमारी धरती के चक्कर लगता है। मून सबसे चमकदार उप ग्रह है। यह सूर्य के बाद दूसरा सबसे चमकीला ओब्जेकक्ट है। जिसे सभी ने रात में जरूर देखा होगा। सौर मंडल का पांचवा सबसे बड़ा चंद्रमा, पृथ्वी का चंद्रमा हैं।
और यह पृथ्वी से परे एकमात्र स्थान है जहां मनुष्यों ने पैर रखा है।जैसे ही चंद्रमा प्रति माह एक बार पृथ्वी की परिक्रमा करता है, पृथ्वी, चंद्रमा और सूर्य के बीच का कोण बदल जाता है; हम इसे चन्द्रमा की कलाओं के चक्र के रूप में देखते हैं। पृथ्वी में दो उभार होते हैं जो गुरुत्वीय खिंचाव के कारण चंद्रमा बल लगाता हैं; एक साइड जो चंद्रमा की तरफ होती है, और दूसरी विपरीत दिशा की साइड जो चंद्रमा से दूर है। पृथ्वी के घूमने के साथ ही महासागर के यह ज्वार-भाटे चारों ओर घूमते हैं, जिससे दुनिया भर में ज्वार- भाटे आते हैं।
चंद्रमा की उत्पत्ति कैसे हुई?
चंद्रमा लगभग 4.5 करोड़ वर्ष पूर्व धरती और थीया ग्रह (मंगल के आकार का एक ग्रह) के बीच हुई भीषण टक्कर से जो मलबा पैदा हुआ, उसके अवशेषों से बना था। यह मलबा पहले तो धरती की कक्षा में घूमता रहा और फिर धीरे-धीरे एक जगह इकट्टा होकर चांद की शक्ल में बदल गया।
अपोलो के अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा लाए गए पत्थरों की जांच से पता चला है कि चंद्रमा और धरती की उम्र में कोई फर्क नहीं है। इसकी चट्टानों में टाइटेनियम की मात्रा अत्यधिक पाई गई है। चंद्रमा की खुरदुरी सहत पर बेहद अस्थिर और हल्का वायुमंडल होने की संभावना व्यक्त की जाती है और यहां पानी भी ठोस रूप में मौजूद होने के सबूत मिले हैं।
हालांकि वैज्ञानिकों के अनुसार यह वायुमंडलविहीन उपग्रह है। नासा के एलएडीईई प्रोजेक्ट के मुताबिक यह हीलियम, नीयोन और ऑर्गन गैसों से बना हुआ है। चंद्रमा का सबसे बड़ा पर्वत दक्षिणी ध्रुव पर स्थित लीबनिट्ज पर्वत है, जो 35,000 फुट (10,668 मी.) ऊंचा है।
Moon in hindi
moon चंद्रमा के बारे में कई कहावतें कही गई है। जो आपने सुना ही होगा लकिन क्या आपको मून के छुपे राज के बारे में जानकारी है क्या आप चंद्रमा के बारे में और अधिक जानना चाहते है यदि हाँ तो इस पोस्ट को अंत रक जरूर पढ़ें आपको moon के बारे में ऐसी जानकारी कहीं नहीं मिलेगी। तो चलिए जानते है moon in hindi में और हाँ इसे शेयर करना न भूलें।
1- अभी तक चांद पर सिर्फ 12 इंसान ही गए हैं।
2- चन्द्रमा पर 14 दिनों का दिन और 14 दिनों की ही रात होती है। क्योंकि चन्द्रमा पृथ्वी की परिक्रमा 28 दिनों में करता है।
3- चांद पर मौजूद काले धब्बों को चीन में मेढ़क कहा जाता है।
4- पृथ्वी पर होने वाले ज्वार भाटा, चंद्रमा के गुरुत्वाकर्षण की वजह से ही होते हैं।
5- पिछले 41 सालों से चंद्रमा पर कोई व्यक्ति नहीं गया।
6- 1950 में अमेरिका ने एक बार चंद्रमा पर परमाणु बम गिराने का सोचा था ताकि वो विश्व को अपनी शक्ति दिखा सके।
7- चंद्रमा का करीब 1-100 नैनोटेस्ला का एक बाह्य चुम्बकीय क्षेत्र है। पृथ्वी की तुलना में यह सौवें भाग से भी कम है। यही कारण है कि अगर आपका वजन पृथ्वी पर 60 किलो है तो चंद्रमा पर यह 10 किलो ही रह जाएगा लो ग्रेविटी की वजह से अंतरिक्ष यात्री चांद पर उछल कूद कर सकते हैं।
8- चन्द्रमा में खुद का प्रकाश नहीं होता है यह सूर्य के प्रकाश से प्रकाशित होता है अगर सूर्य ना हो तो चंद्रमा भी हमें नहीं दिखाई देगा।
9- चंद्रमा में भी भूकंप आते हैं इन्हें भूकंप नहीं बल्कि मूनकैक्स कहा जाता है । वे पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण प्रभाव के कारण होते हैं।
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पृथ्वी पर भूकंपों के विपरीत, जो केवल कुछ ही मिनटों में सबसे अधिक होते हैं, चंद्रमा के आधे घंटे तक रह सकते हैं। वे हालांकि भूकंप की तुलना में बहुत कमजोर हैं।
10- हर साल पृथ्वी से करीब 4 सेंटीमीटर दूर जा रही है, और इस कारण से शायद अरबो सालों बाद चांद धरती के इर्द-गिर्द एक चक्कर 47 दिन में पूरा कर पाएगा जोकि अब लगभग 28 दिनों में कर रहा है।
11- चांद के दिन का तापमान 180 डिग्री c तक पहुंच जाता है, और रात को -153 डिग्री c तक होता है।
12- पृथ्वी पर अगर चंद्र ग्रहण लगा हो तो चांद पर सूर्य ग्रहण होता है।
13- चांद पर करीब 1,81,400 किलो का मानव निर्मित मलवा पड़ा हुआ है जिसमें 70 से अधिक अंतरिक्ष यान और दुर्घटनाग्रस्त कृत्रिम उपग्रह भी शामिल है।
14- आपको एक बात जानकर हैरानी होगी, की, आपके मोबाइल फोन में अपोलो 11 यान के चंद्रमा लोडिंग के समय यूज किए गए कंप्यूटर की तुलना से भी अधिक कंप्यूटिंग शक्ति है।
15- चांद पर जाने वाले पहले व्यक्ति नील आर्मस्ट्रॉन्ग थे। उन्हें फुटबॉल से इतना लगाव था कि वह चांद पर फुटबॉल ले जाना चाहते थे। लेकिन NASA ने उन्हें फुटबॉल ले जाने की इजाजत नहीं दी।
16- राकेट से चंद्रमा तक जाने में 13 घंटे लगते हैं, इतनी दूरी पर कार से जाने में करीब 130 दिन लग जाएगा।
17- पृथ्वी से हमें चंद्रमा का केवल एक ही भाग दिखाई देता है हमें पृथ्वी से चन्द्रमा का केवल 59% भाग ही नजर आता है।
18- अभी तक कोई भी महिला चांद में नहीं उतरी है और ना ही चांद के चक्कर लगाने वाले मिशन पर शामिल रही हैं।
19- अभी तक कोई भी भारतीय व्यक्ति चांद पर नहीं गया है। जो 24 व्यक्ति चांद की तरफ गए थे वह सभी अमेरिकी थे।
20- चंद्रमा में पानी भारत की खोज है इससे पहले भी बहुत से वैज्ञानिकों का मानना था कि चंद्रमा पर पानी होगा परन्तु किसी ने खोजा नहीं।
21.चाँद का वजन लगभग 81,00,00,00,000(81 अरब) टन है.
22. पूरा चाँद आधे चाँद से 9 गुना ज्यादा चमकदार होता है.
23. चाँद का सिर्फ 59 प्रतिशत हिस्सा ही धरती से दिखता है.
24. चंद्रमा की गुरुत्वाकर्षण शक्ति कम है. किसी भी तरह का वायुमंडल का न होने का मतलब है कि सौर वायु और उल्कापिंड के आने का खतरा लगातार बना रहता है।
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25. धरती से अगर चांद गायब हो जाए तो पृथ्वी पर दिन महज छह घंटे के लिए होगा.
26. चाँद का व्यास धरती के व्यास का सिर्फ चौथा हिस्सा है और लगभग 49 चाँद धरती में समा सकते हैं.
27. चाँद का क्षेत्रफल अफ्रीका के क्षेत्रफल के बराबर है.
आपने हमे इतना समय दिया आपका बहुत धन्येवाद !