टाईमटेबल एक ऐसा इनएक्सपेंसिव टूल है जो हमेशा से प्रॉपर स्टडी रूटीन बनाने में इफेक्टिव रहा है। ये सिंपल सा टाइम टेबल स्टडी के हर एरिया को कवर करता है और एक लिमिटेड टाइम में हर एरिया के टास्क को कम्प्लीट करते रहने के लिए एनकरेज करता है। इसकी बदौलत स्टडी से ध्यान भटक नहीं पाता और जिस फोकस की जरुरत होती है,
वो सही जगह पर बना रहता है इसलिए हर स्टूडेंट को टाइम टेबल जरूर बनाना चाहिए और इसलिए आज usefulgyan.com के इस Blog Post में हम आपको बता रहे हैं कि अपना टाइम टेबल बनाते टाइम आपको किन इम्पोर्टेन्ट बातों को ध्यान में रखना चाहिए ताकि टाइम टेबल, पढ़ाई में आपकी हेल्प कर सके इसलिए इस Blog Post को पूरा जरूर पढ़िए।
पढ़ाई के लिए Proper Timetable कैसे बनाए?
तो चलिए,शुरू करते हैं और जानते हैं टाइम टेबल बनाने के इम्पोर्टेन्ट टिप्स –
1. इम्पोर्टेन्ट डेट्स और डेडलाइन्स को नोट करिये –
सबसे पहले आप अपनी सभी इम्पोर्टेन्ट डेट्स नोट डाउन करिये जिनमें एकेडमिक और सोशल कमिटमेंट्स शामिल हों जैसे एग्जाम पीरियड्स, असाइनमेंट डेडलाइन्स, स्पोर्ट्स, एक्सरसाइज, बर्थडेज़ और ओकेजंस।

इन्हें नोट डाउन करने से आप स्टडी टाइम में से कुछ टाइम अलग कर लेंगे जब आपको इन्हें समय देना होगा और आप ये भी तय कर पाएंगे कि इन इवेंट्स को आप पूरा दिन देना चाहेंगे या कुछ वक़्त में भी इन्हें पूरा किया जा सकता है ताकि स्टडी पर ज्यादा अफेक्ट ना पड़े।
2. सिलेबस के अकॉर्डिंग टाईमटेबल बनाइये – आपका सिलेबस कवर करने में आपको कितना टाइम लगेगा और किन सब्जेक्ट्स को ज्यादा टाइम देने की जरुरत है, ये सब पता लगाने के बाद ही टाइम टेबल बनाना सही होगा इसलिए सिलेबस को अच्छी तरह समझकर ही टाइम टेबल बनाएं।
3. टाईमटेबल में केवल सब्जेक्ट्स को ही जगह ना दें – रिसर्च बताते हैं कि फिजिकली एक्टिव स्टूडेंट्स,इफेक्टिव तरीके से स्टडी कर पाते हैं इसलिए अपने टाईमटेबल में सब्जेक्ट्स, टॉपिक्स और एक्सट्रा करिकुलम एक्टिविटीज को मेंशन करने के अलावा, इसमें आउटडोर गेम्स और फन टाइम को भी जगह दीजिये ताकि आप स्टडी के लिए एक्टिव और एनर्जेटिक रह सकें।
4. एक दिन के लिए एक ही सब्जेक्ट ना चुने – एक सिंगल सब्जेक्ट को लम्बे टाइम तक पढ़ते रहना बहुत मुश्किल और बोरिंग हो सकता है इसलिए हर दिन आपके पास सब्जेक्ट्स की वैरायटी होनी चाहिए ताकि आपको बोरियत ना हो और एक फिक्स टाइम, एक सब्जेक्ट को देने के बाद आप दूसरा सब्जेक्ट स्टडी कर सकें। टफ सब्जेक्ट्स के लिए आप ग्रुप स्टडी का ऑप्शन लेने वाले हों.. तो उसे भी टाइम टेबल में मेंशन कर लें।
5. बोरिंग टाईमटेबल ना बनायें – आप हर दिन अपनी स्टडी की शुरुआत और एंडिंग टाइम टेबल से करेंगे। ऐसे में अगर आप सिर्फ एक बोरिंग चार्ट या टेबल बनाकर उसमें बहुत सारी इन्फॉर्मेशन भरने की सोच रहे हैं तो ऐसा मत करिये।

इसकी बजाए आप अच्छी से कलरफुल शीट पर अलग अलग कलर्स से सब्जेक्ट्स और टॉपिक्स लिखिए, इम्पोर्टेन्ट टास्कस को हाइलाइट करिये और टफ टास्क कम्प्लीट करने पर रिवॉर्ड का ऑप्शन भी रखिये।
आप चाहे तो इस पर कुछ पॉजिटिव कोट्स भी लिख सकते हैं जो आपको एनकरेज कर सकें। इन छोटे छोटे एफर्ट्स में मैजिकल इफेक्ट होता है,ये आपको अट्रैक्टिव टाइम टेबल बनाकर पता चल जाएगा।
6. टाइम टेबल को सीरियसली फॉलो करिये – लाइफ में ज्यादा सीरियस होना अच्छा नहीं होता है लेकिन जो आपकी लाइफ बना सकता हो, उसके लिए तो सीरियस होना बनता है यानी आपके टाइम टेबल को सीरियसली ही फॉलो किया जाना चाहिए
ताकि आप स्टेप बाय स्टेप हर टास्क कम्प्लीट करते जाएँ, हर टॉपिक और सब्जेक्ट कवर करते जाएँ, रिवीजन पॉसिबल हो पाएं और आप हर क्लास में वो पोजीशन बना पाएं जो आप खुद से एक्सपेक्ट करते हैं इसलिए स्टिक टू यॉर टाईमटेबल एंड फॉलो इट्स इंस्ट्रक्शंस।
अपने टाइम टेबल को बीच बीच में चेक भी करते रहिये कि क्या वो इफेक्टिवली वर्क कर रहा है, कुछ इम्पोर्टेन्ट छूटा तो नहीं, इसे फॉलो करने से आपको लास्ट वीक्स में कुछ इम्प्रूवमेंट लगा या आपको इसमें चेंजेस करने की जरुरत है। अगर इसे चेंजेस की जरुरत है तो बिना स्ट्रेसलिए,इसे आसानी से मोडिफाई कर लीजिये और उसे फॉलो करिये।
7. डिस्ट्रक्शंस को दूर करना भी सीखिए – अगर आपको टाईमटेबल से इफेक्टिव रिजल्ट्स नहीं मिल रहे हैं तो ये भी चेक कर लीजिये कि क्या आप उसके अकॉर्डिंग स्टडी कर रहे हैं या फिर वो केवल आपकी स्टडी टेबल पर रखा है

या दीवार पर चिपका हुआ है और आप अपने स्मार्टफोन में बिजी रहते हैं यानी टाइम टेबल भी आपकी हेल्प तभी करेगा.. जब आप अपनी हेल्प खुद करेंगे और सारे डिस्ट्रक्शंस को अपने स्टडी एरिया से दूर रखेंगे जैसे फोन, टीवी, नॉइस और ओवर थिंकिंग।
8. आपका टाइम टेबल रियलिस्टिक और फ्लेक्सिबल हो – अपने टाइम टेबल में बड़े बड़े टास्क लिख देना तो आसान है लेकिन उन्हें पूरा करना अगर पॉसिबल नहीं है तो उनका कोई फायदा आपको नहीं मिलने वाला बल्कि हो सकता है कि आप डिसअपोइंट हो जाएँ।
इससे बचने के लिए टाइम टेबल में ऐसी रियलिस्टिक टास्कस लिखें, जिन्हें आप पूरा कर सकते हैं। इसके साथ साथ आपके टाइम टेबल में फ्लेक्सिबिलिटी भी होनी चाहिए ताकि किसी दिन अचानक कोई चेंज करना पड़े तो आप पैनिक ना करें और अपसेट तो बिलकुल भी ना हों।
दोस्तों, टाईमटेबल ऑनलाइन भी बनाये जा सकते हैं लेकिन उसका यूज आप तभी करें जब रोज़ अपने स्मार्टफोन में टाइम टेबल देखना, आपको डिस्ट्रक्शंस की तरफ ना ले जाये और याद रखिये कि आप टाईमटेबल डिसिप्लिन, डेडलाइन्स और फोकस के लिए बना रहे हैं और स्टडी के लिए ये ही आपका बेस्ट बडी है।
तो दोस्तों, ये है प्रॉपर टाइम टेबल बनाने के लिए वो इफेक्टिव टिप्स, जो आपकी स्टडी में बहुत हेल्पफुल रहेंगे इसलिए इन्हें जरूर आज़माएँ और आगे भी ऐसी ही इनोवेटिव और इंटरेस्टिंग जानकारियां लेने के लिए हमारी website usefulgyan.com को विजिट करे ताकि हर नयी और इनोवेटिव जानकारी सबसे पहले आप तक पहुचें।