उत्तर प्रदेश की स्थापना कब हुई – uttar pradesh ki sthapna kab hui

उत्तर प्रदेश की स्थापना कब हुई (uttar pradesh ki sthapna kab hui) क्या आपको यह पता है? क्या आप जानते है कि उत्तर प्रदेश को पहले किस नाम से जाना जाता था। यदि आप उत्तर प्रदेश का पुराना नाम जानना चाहते है तो इस पोस्ट को पढ़ें।

उत्तर प्रदेश, भारत का एक राज्य है जो उत्तरी भारत में स्थित है। यह भारत का सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है और उत्तरी प्रदेश के नाम से भी प्रसिद्ध है।

उत्तर प्रदेश भारत के उत्तर में स्थित है। यह राज्य उत्तर में नेपाल व उत्तराखण्ड, दक्षिण में मध्य प्रदेश, पश्चिम में हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान तथा पूर्व में बिहार तथा दक्षिण-पूर्व में झारखण्ड व छत्तीसगढ़ से घिरा हुआ है। उत्तर प्रदेश में कुल 75 जिले है जिसमें 18 मंडल है।

उत्तर प्रदेश की स्थापना कब हुई

1 अप्रैल, 1937 को ब्रिटेन के लोगों ने आगरा और अवध को मिलाकर संयुक्त प्रांत (यूनाइटेड प्रोविंस) की स्थापना की, जो वर्तमान में उत्तर प्रदेश है। उस समय इस राज्य की राजधानी इलाहाबाद थी, जिसे 1920 में लखनऊ की ओर स्थानांतरित कर दिया गया।

हालाँकि, 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान लागू होने के बाद संयुक्त प्रांत का नाम बदलकर उत्तर प्रदेश कर दिया गया। परिणामस्वरूप, वर्तमान उत्तर प्रदेश की स्थापना 1950 में हुई मानी जा सकती है।

uttar pradesh ki sthapna kab hui
uttar pradesh ki sthapna kab hui

1947 में, भारत की 543 रियासतों को एकजुट करने के सरदार वल्लभभाई पटेल के प्रयासों के एक हिस्से के रूप में, उत्तर प्रदेश को भारतीय संघ का हिस्सा बनाया गया था। यह एक प्रकार से भारतीय संस्कृति के केंद्र के रूप में कार्य करता था। ब्रिटिश काल के दौरान भी, उत्तर प्रदेश, या उस समय संयुक्त प्रांत, सबसे महत्वपूर्ण भूमि थी।

उत्तर प्रदेश में कितने जिले हैं

उत्तर प्रदेश जितना ही बड़ा राज्य हैं उसी आधार पर वहां जिले भी उतने हैं वर्तमान 2023 के अनुसार यूपी में 75 जिले हैं और आपको तो पता ही उत्तर प्रदेश भारत के सबसे बड़ा राज्य हैं लेकिन शायद ही आपको पता हो की क्षेत्रफल के अनुसार यह दूसरा सबसे बड़ा राज्य हैं।

यूपी के 75 जिलों के नाम हिंदी में लिस्ट

जिलों के नामजिलों की मुख्यालय
वाराणसी जिलावाराणसी
उन्नाव जिलाउन्नाव
सुल्तानपुर जिलासुल्तानपुर
सोनभद्र जिलाराबर्ट्सगंज
सीतापुर जिलासीतापुर
सिद्धार्थ नगर जिलानौगढ़
श्रावस्ती जिलाश्रावस्ती
शामली जिलाशामली
शाहजहाँपुर जिलाशाहजहाँपुर
संत रविदास नगर जिलाज्ञानपुर
संत कबीर नगर जिलाखलीलाबाद
सम्भल जिलासम्भल
सहारनपुर जिलासहारनपुर
रामपुर जिलारामपुर
रायबरेली जिलारायबरेली
प्रतापगढ़ जिलाप्रतापगढ़
पीलीभीत जिलापीलीभीत
मुजफ्फरनगर जिलामुजफ्फरनगर
मुरादाबाद जिलामुरादाबाद
मिर्जापुर जिलामिर्जापुर
मेरठ जिलामेरठ
मऊ जिलामऊ
मथुरा जिलामथुरा
मैनपुरी जिलामैनपुरी
महोबा जिलामहोबा
महाराजगंज जिलामहाराजगंज
लखनऊ जिलालखनऊ
ललितपुर जिलाललितपुर
कुशीनगर जिलालखीमपुर
खीरी जिलापडरौना
कौशाम्बी जिलामंझनपुर
हापुड़ जिलाहापुड़
हमीरपुर जिलाहमीरपुर
गोरखपुर जिलागोरखपुर
गोंडा जिलागोंडा
गाज़ीपुर जिलागाज़ीपुर
गाजियाबाद जिलागाजियाबाद
गौतम बुद्ध नगर जिलानोएडा
फिरोजाबाद जिलाफिरोजाबाद
कासगंजकासगंज
कानपुर नगरकानपुर जिला
कानपुर देहातकानपुर जिला
कन्नौज जिलाकन्नौज
अमरोहा जिलाअमरोहा
झाँसी जिलाझाँसी
जौनपुर जिलाजौनपुर
जालौन जिलाउरई
हाथरस जिलाहाथरस
हरदोई जिलाहरदोई
फतेहपुर जिलाफतेहपुर
फर्रुखाबाद जिलाफतेहगढ़
फैजाबाद जिलाफैजाबाद
इटावा जिलाइटावा
एटा जिलाएटा
देवरिया जिलादेवरिया
चित्रकूट जिलाचित्रकूट
चंदौली जिलाचंदौली
बुलंदशहर जिलाबुलंदशहर
बदायूं जिलाबदायूं
बिजनौर जिलाबिजनौर
बस्ती जिलाबस्ती
बरेली जिलाबरेली
बाराबंकी जिलाबाराबंकी
बांदा जिलाबांदा
बलरामपुर जिलाबलरामपुर
बलिया जिलाबलिया
बहराइच जिलाबहराइच
बागपत जिला बागपतबागपत
आजमगढ़ जिलाआजमगढ़
औरैया जिलाऔरैया
अमेठीगौरीगंज
अम्बेडकर नगर जिलाअकबरपुर
प्रयागराज (इलाहाबाद) जिलाप्रयागराज (इलाहाबाद)
अलीगढ़ जिलाअलीगढ़
आगरा जिलाआगरा

उत्तर प्रदेश का प्राचीन काल इतिहास

उत्तर प्रदेश हिन्दू धर्म का प्रमुख स्थल रहा। प्रयाग के कुम्भ का महत्त्व पुराणों में वर्णित है। त्रेतायुग में विष्णु अवतार श्री रामचन्द्र जी ने अयोध्या में (जो अभी अयोध्या जनपद में स्थित है) में जन्म लिया। भगवान कृष्ण का जन्म मथुरा में और पुराणों के अनुसार विष्णु के दसम अवतार का कलयुग में अवतरण भी उत्तर प्रदेश में ही वर्णित है।

काशी (वाराणसी) में विश्वनाथ मन्दिर के शिवलिंग का सनातन धर्म विशेष महत्त्व रहा है। बुद्ध ने अपना पहला उपदेश वाराणसी (बनारस) के निकट सारनाथ में दिया और एक ऐसे धर्म की नींव रखी, जो न केवल भारत में, बल्कि चीन व जापान जैसे सुदूर देशों तक भी फैला।

पाँचवीं शताब्दी ई. पू. से छठी शताब्दी ई॰ तक उत्तर प्रदेश अपनी वर्तमान सीमा से बाहर केन्द्रित शक्तियों के नियंत्रण में रहा, पहले मगध, जो वर्तमान बिहार राज्य में स्थित था और बाद में उज्जैन, जो वर्तमान मध्य प्रदेश राज्य में स्थित है।

इस राज्य पर शासन कर चुके इस काल के महान शासकों में चक्रवर्ती सम्राट महापद्मनंद और उसके बाद उनके पुत्र चक्रवर्ती सम्राट धनानंद जो नाई समाज से थे। सम्राट महापद्मानंद और धनानंद के समय मगध विश्व का सबसे अमीर और बड़ी सेना वाला साम्राज्य हुआ करता था।

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