विश्व व्यापार संगठन का मुख्यालय कहां है:- WTO का नाम अपने कई बार सुना होगा। WTO (वल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजशन) का हिंदी मतलब विश्व व्यापार संगठन होता है। आज हम आपको विश्व व्यापार संगठन से जुडी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी देने जा रहे है।
यदि आप जानना चाहते है कि विश्व व्यापार संगठन क्या है और vishwa vyapar sangathan ka mukhyalay kahan hai तो पोस्ट को पूरा जरूर पढ़ें।
विश्व व्यापार संगठन का मुख्यालय कहां है
विश्व व्यापार संगठन (World Trade Organization) विश्व भर में व्यापार, आर्थिक विकास और आपसी समझ को बढ़ावा देने के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है। इसका मुख्य कार्य विश्व व्यापार नियमों की स्थापना, निगरानी और प्रशासनिक समस्याओं का समाधान करना है।

इसके सदस्य 164 देश हैं और इसकी मुख्यालय जिनेवा, स्विट्जरलैंड में स्थित है। विश्व व्यापार संगठन के कार्यक्रमों के माध्यम से, सदस्य देश व्यापार नियमों, टैरिफ, नॉन-टैरिफ बाधाओं, कच्चा माल और सेवाओं की व्यापारिक व्यवस्था पर समझौता करते हैं।
विश्व व्यापार संगठन क्या है – vishwa vyapar sangathan kya hai
विश्व व्यापार संगठन (World Trade Organization) एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है जो विश्व बाजारों के नियमों और व्यापारिक संबंधों के निर्धारण और समन्वय के लिए बनायी गई है।
जिनेवा स्थित इस अंतर्राष्ट्रीय संगठन का मुख्य उद्देश्य विश्व व्यापार को समृद्ध, न्यायपूर्ण और संवेदनशील बनाना है इसके अलावा सदस्य देशों के बीच व्यापार को आसान और निष्पक्ष बनाना भी है।
विश्व व्यापार संगठन के कार्यक्रम और समाधान मंडल (dispute settlement mechanism) के माध्यम से सदस्य देशों के बीच विवादों और ट्रेड बैरियर्स (व्यापारिक बाधाएं) के निवारण का प्रबंधन किया जाता है।
यह संगठन विभिन्न व्यापार समझौतों (trade agreements) का निर्धारण और प्रशासन भी करती है, जिनमें टैरिफ (tariffs), नॉन-टैरिफ बाधाएं (non-tariff barriers), कच्चा माल और सेवा की व्यापारिक व्यवस्था (trade in goods and services) शामिल होती है।
विश्व व्यापार संगठन की स्थापना कब हुई
विश्व व्यापार संगठन की स्थापना 1 जनवरी 1995 को हुई। इसका मुख्यालय जिनेवा, स्विट्जरलैंड में स्थित है। विश्व व्यापार संगठन के बनने से पहले सभी देश 1948 में बने टैरिफ और व्यापार पर स्थापित सामान्य समझौते से ही अपना व्यापार किया करते थे।
विश्व व्यापार संगठन ने 1 जनवरी, 1995 से ही नियमित रूप से काम करना शुरू कर दिया जो आज भी दूनिया से सभी देशों के बीच आपसी ट्रेड को कर रहा है। विश्व व्यापार संगठन दुनिया का सबसे बड़ा संगठन है इसमें कुल 164 सदस्य देश है जो पूरी दुनिया का 98% व्यापार करते है।
विश्व व्यापार संगठन के कार्य
विश्व व्यापार संगठन के कार्य हमेशा दुनिया के व्यापार में वृद्धि करना है इसके अलावा विश्व व्यापार संगठन के कुछ महत्वपूर्ण कार्य निन्म है –
- व्यापार नीति की समीक्षा के लिए नियमों का कार्यान्वयन करना।
- सदस्य देशों के लिए फोरम भविष्य की रणनीतियों पर चर्चा करना।
- द्विपक्षीय और बहुपक्षीय व्यापार समझौतों को लागू करना और उनका प्रशासन करना।
- व्यापार विवाद को निपटना।
- विश्व के संसाधनों का इष्टतम उपयोग करना।
विश्व व्यापार संगठन का उद्देश्य क्या है
विश्व व्यापार संगठन के छह प्रमुख उद्देश्यों इस प्रकार है:-
- अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए नियम स्थापित और लागू करना।
- एक वैश्विक शीर्ष मंच के रूप में कार्य करना।
- व्यापार विवादों का समाधान करना।
- अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के निर्णय लेने की प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ाना।
- अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक संस्थानों का सहयोग करना।
- विकासशील देशों के व्यापारिक हितों की रक्षा करना।
विश्व व्यापार संगठन जरूरत क्यों पड़ी
विश्व व्यापार संगठन (World Trade Organization – WTO) की आवश्यकता निम्न कारणों से पिछले दशकों में बढ़ गयी है:
1) वैश्विक व्यापार नियमों की आवश्यकता: WTO को विश्व व्यापार मानकों को स्थापित करने और रखने के लिए एक मंच की आवश्यकता होती है। इसका उद्देश्य विश्वास, व्यापारिक जुड़ेगी और राजनीतिक जुड़ेगी को बनाए रखना है।
2) अधिकांश देशों की खाद्यान्न, किराना, ऊर्जा आदि जैसी आवश्यक वस्तुओं का आयात/निर्यात करके आर्थिक विकास करने की आवश्यकता होती है। WTO ऐसे देशों के बीच सामंजस्य स्थापित करने में सहायता करता है क्योंकि वहां के कानूनों के माध्यम से वस्तुओं के आयात/निर्यात को समर्थन करता है।
3) वैश्विक व्यापार में क्रोधराजनीति को रोकने की आवश्यकता होती है। WTO खासकर सशस्त्र प्रतिस्पर्धा, बढ़ते टैरिफ, अनुशासनदृष्टि ट्रेड विधानों और बाजार खोलने की संबंधित मुद्दों पर समझौता करके युद्ध या कठोर ट्रेड बाधाओं को रोकने में मदद करता है।
4) विश्वास कराने की आवश्यकता होती है। देशों को बाजार खोलने, व्यापारिक निर्धारण लागू करने के लिए WTO की मतदान सहमति की आवश्यकता होती है। इससे व्यापारिक संघर्ष पैदा होंगे जबकि ट्रेड सुलझाने से मदद मिल सकती है।
5) नये मामलों को समावेश करने की आवश्यकता होती है। वर्तमान में WTO के माध्यम से यह नये मुद्दे / विषयों को परिणामस्वरूप- बना सकता है, जैसे की मात्रा की ऊर्जा को खत्म करने या केवल राष्ट्रीय योजनाओं को अधिनियमित किया जा सकेगा।
इन कारणों से एक विश्व व्यापार संगठन की आवश्यकता पड़ी है ताकि विश्व व्यापार मानकों का विकास हो सके और इंसानियत के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके।