yojna aayog ka gathan:- योजना आयोग का गठन कब हुआ योजना आयोग क्या है और योजना आयोग के कार्य पर आधारित आज का हमारा यह लेख है। योजना आयोग भारत सरकार के प्रमुख योजनाओं, फौरी आवश्यकताओं और क्षेत्रीय विकास के लिए उपायों का मूल्यांकन करता है।
इसका मुख्य उद्देश्य गरीबी कम करना, जनसंख्या नियंत्रण, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, कानून व्यवस्था और पर्यावरण संरक्षण में सुधार करना है। योजना आयोग ने महत्वपूर्ण पहल के रूप में स्वच्छ भारत मिशन, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ आदि शुरू किए हैं। योजना आयोग से जुडी यह महत्वपूर्ण जानकारी है इसे पूरा जरूर पढ़ें।
योजना आयोग का गठन कब हुआ
योजना आयोग का गठन 1950 में केसी नियोगी की अध्यक्षता में 1946 में गठित सलाहकार योजना बोर्ड की सिफारिशों पर भारत सरकार के एक कार्यकारी निर्णय द्वारा की गई थी।

योजना आयोग की स्थापना 15 मार्च 1950 को संविधान के अनुच्छेद 39 के तहत की गई थी जो राज्य के नीति निर्देशक सिद्धांतों का एक हिस्सा है। 2015 में योजना आयोग को नीति आयोग के रूप में बदल दिया गया है, जिसे हमारे वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्थापित किया गया था।
योजना आयोग
योजना आयोग भारत सरकार का एक महत्वपूर्ण संगठन है, जो देश के विकास की योजनाओं और नीतियों का मूल्यांकन करता है। इसका मुख्य उद्देश्य आर्थिक और सामाजिक सुधार के लिए स्थापित किया गया है।
यह नीतियों को तैयार करने, इंगित करने, प्रस्ताव और विवरण तैयार करने के लिए सरकारी विभागों और विशेषज्ञों के साथ सहयोग करता है। पहले इसे योजना आयोग कमिशन के नाम से जाना जाता था, लेकिन 1951 में यह एक आयोग के रूप में स्थानांतरित किया गया।
भारत का योजना आयोग एक गैर-संवैधानिक और गैर-सांविधिक निकाय था, जो भारत में सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए भारत की पंचवर्षीय योजनाओं को तैयार करने के लिए उत्तरदायी था। भारत के प्रधानमंत्री योजना आयोग के पदेन अध्यक्ष होते हैं।
योजना आयोग , हालांकि अब सक्रिय नहीं है क्योंकि 2015 में योजना आयोग को नीति आयोग के रूप में पुनर्स्थापित किया गया है। नीति आयोग बड़े पैमाने पर सरकार की योजनाओं को निर्धारित करने के लिए संगठित है और सभी राज्यों के साथ मिलकर देश के विकास के लिए कार्य करता है। योजना आयोग website
योजना आयोग के कार्य
- देश की सामग्री, पूंजी और मानव संसाधनों का मूल्यांकन
- देश के संसाधनों के सबसे प्रभावी और संतुलित उपयोग के लिए रणनीति बनाना
- उन चरणों को परिभाषित करना जिनके माध्यम से योजना को पूरा किया जाना चाहिए, साथ ही
- प्रत्येक चरण को पूरा करने के लिए संसाधनों का आवंटन।
- योजना के पूर्ण कार्यान्वयन के लिए आवश्यक मशीनरी की प्रकृति का निर्धारण
- योजना के प्रत्येक चरण को पूरा करने में हुई प्रगति का आवधिक मूल्यांकन।
- राष्ट्रीय विकास में जन सहयोग
- पहाड़ी क्षेत्रों का विकास कार्यक्रम
- भविष्य की तैयारी
- जनशक्ति निदेशालय